विश्वास की कब्र: पति के ही पैसों से दी हत्या की सुपारी, सोनम-राज की चौंकाने वाली चैट का खुलासा! khulasha Aajtak24 News


विश्वास की कब्र: पति के ही पैसों से दी हत्या की सुपारी, सोनम-राज की चौंकाने वाली चैट का खुलासा! khulasha Aajtak24 News

इंदौर -  मेघालय की हसीन वादियों में हनीमून मनाने गए इंदौर के एक युवा ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की रहस्यमयी हत्या की गुत्थी आखिरकार सुलझ गई है। लेकिन इस खुलासे ने न केवल देश को चौंका दिया है, बल्कि रिश्तों के ताने-बाने और विश्वास की बुनियाद पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। राजा की हत्या की मास्टरमाइंड कोई और नहीं, बल्कि उनकी नवविवाहित पत्नी सोनम रघुवंशी निकली है, जिसने अपने कथित प्रेमी राज कुशवाहा के साथ मिलकर इस जघन्य वारदात को अंजाम दिया। यह मामला इसलिए और भी सनसनीखेज हो जाता है क्योंकि राज कुशवाहा, जिसे सोनम 'दीदी' कहकर बुलाती थी और राखी भी बंधवाती थी, ने इस खौफनाक साजिश में मुख्य भूमिका निभाई। मेघालय पुलिस ने इस पूरे प्रकरण को 'ऑपरेशन हनीमून' का नाम दिया और एक लंबी जांच व पीछा करने के बाद सोनम को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से गिरफ्तार किया, जबकि राज सहित तीन अन्य सुपारी किलर को भी मध्य प्रदेश के इंदौर से दबोचा गया है।

हनीमून पर गई पत्नी ही बनी कातिल: रिश्तों का कत्लेआम

मई महीने में राजा रघुवंशी और सोनम मेघालय में अपना हनीमून मनाने गए थे। यह एक ऐसी यात्रा थी, जिसे जीवन भर की खुशियों की शुरुआत माना जाता है, लेकिन सोनम के दिमाग में कुछ और ही चल रहा था। मेघालय पुलिस के अनुसार, सोनम ने इस रोमांटिक यात्रा को एक खतरनाक साजिश में बदल दिया था। पुलिस का दावा है कि सोनम ने अपने प्रेमी राज कुशवाहा और तीन अन्य सुपारी किलर – विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी – के साथ मिलकर राजा की हत्या की पूरी योजना बनाई थी।

जांच में पता चला है कि सोनम लगातार मेघालय में अपनी लोकेशन और राजा की गतिविधियों की हर छोटी-बड़ी जानकारी अपने प्रेमी राज कुशवाहा को भेज रही थी। राज, जो इंदौर में ही रहकर इस पूरी साजिश को रिमोटली नियंत्रित कर रहा था, हर कदम पर सोनम को निर्देश दे रहा था। पुलिस का मानना है कि इस जोड़े ने कामाख्या मंदिर, गुवाहाटी की यात्रा के बाद हत्यारों ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया था। हत्या में इस्तेमाल हथियार भी गुवाहाटी में ही खरीदा गया था, जो इस बात का संकेत देता है कि यह हत्या सुनियोजित थी और इसका हर पहलू पहले से ही तय था।

'दीदी' कहने वाला प्रेमी और राखी का रिश्ता: विश्वासघात की पराकाष्ठा

इस हत्याकांड में सबसे ज्यादा हैरान करने वाला और भयावह मोड़ तब आया जब आरोपी राज कुशवाहा के एक दोस्त राहुल राजपूत ने खुलासा किया कि राज तो सोनम को 'दीदी' कहकर बुलाता था। राहुल के अनुसार, राज एक-दो बार सोनम से राखी भी बंधवाने आया था। राज की बहन ने भी मीडिया के सामने यही दावा किया कि उसका भाई सोनम को 'दीदी' बुलाता था और उनके बीच नौकर-मालिक जैसा रिश्ता था, न कि कोई प्रेम संबंध। इन दावों ने इस पूरे मामले को एक पेचीदा मोड़ दे दिया है और कई सवाल खड़े किए हैं: क्या यह 'दीदी-भाई' का रिश्ता सिर्फ एक दिखावा था ताकि कोई उन पर शक न करे? या फिर राज को भी किसी और मकसद से इस साजिश में फंसाया गया था? हालांकि, पुलिस का दावा है कि राज ही इस हत्याकांड का कथित मास्टरमाइंड है, जिसने सोनम के साथ मिलकर इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया।

साजिश की परतें और 'ऑपरेशन हनीमून' का सफल क्रियान्वयन

राजा रघुवंशी की हत्या के बाद सोनम ने खुद को लापता बताकर पुलिस और परिजनों को गुमराह करने की कोशिश की। हत्या के बाद वह मेघालय से पहले इंदौर पहुंची, जहाँ उसकी मुलाकात अपने प्रेमी राज कुशवाहा से हुई। इंदौर में सोनम एक किराए के घर में रुकी। इसके बाद वह एक ड्राइवर की मदद से वाराणसी होते हुए गाजीपुर पहुंची, जहाँ से उसे आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया।

मेघालय सरकार ने इस जटिल हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने और सोनम को पकड़ने के लिए एक विशेष अभियान चलाया, जिसे 'ऑपरेशन हनीमून' का नाम दिया गया। इस ऑपरेशन में करीब 20 अधिकारियों की एक विशेष टीम शामिल थी, जिसने कई राज्यों में फैले सुरागों को जोड़कर इस पूरे षड्यंत्र का खुलासा किया। इस ऑपरेशन के तहत ही 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें सोनम रघुवंशी मुख्य आरोपी है।

राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने इस घटना के संबंध में कई गंभीर आरोप लगाए हैं। विपिन का दावा है कि सोनम ने शादी के अगले ही दिन, यानी 13 तारीख को ही राजा को मारने की कोशिश की थी, लेकिन तब राजा उनके साथ था, इसलिए उसकी योजना सफल नहीं हो पाई। विपिन ने सोनम पर पुलिस को गुमराह करने और इस पूरे हत्याकांड की मुख्य मास्टरमाइंड होने का आरोप भी लगाया है। सोनम की चैट भी सामने आई है, जिससे उसकी पूर्व-योजना का पता चलता है।

परिवार का सदमा और कारोबार का पहलू: एक दुखद विडंबना

राजा रघुवंशी की मां उमा रघुवंशी पुलिस के इस खुलासे से गहरे सदमे में हैं। उनके लिए यह विश्वास करना मुश्किल है कि उनकी बहू ही उनके बेटे की हत्या की साजिश रच सकती है। राजा के अंतिम संस्कार में भी राज कुशवाहा की मौजूदगी ने कई सवाल खड़े किए, जिसका दावा राजा की मां और बहन ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक वीडियो में किया। उन्होंने दावा किया कि राज कुशवाहा राजा का शव पहुंचने के तुरंत बाद वहाँ मौजूद था और राजा के पिता को सांत्वना दे रहा था, जो कि एक चौंकाने वाला तथ्य है।

राज कुशवाहा के परिवार का भी दावा है कि उसे इस साजिश में फंसाया गया है। राज की बहन ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उसका भाई ऐसा नहीं कर सकता और उसे साजिश का शिकार बनाया गया है।

पारिवारिक पृष्ठभूमि की बात करें तो सोनम के पिता देवी सिंह रघुवंशी की इंदौर के सांवेर रोड इंडस्ट्रियल एरिया में सनमाइका बनाने की फैक्ट्री है, जिसका सालाना टर्नओवर 12 से 15 करोड़ रुपए के बीच बताया जाता है। वहीं, मृतक राजा रघुवंशी का इंदौर में 'रघुवंशी ट्रांसपोर्ट' के नाम से एक बड़ा ट्रांसपोर्ट कारोबार था, जिसका सालाना टर्नओवर 8 से 10 करोड़ रुपए के बीच है। यह कारोबार तीनों भाइयों का संयुक्त कारोबार था। राज कुशवाहा सोनम के पिता की फैक्ट्री में सुपरवाइजर का काम करता था और उसकी मासिक आय 20,000 रुपए थी। यह वित्तीय असमानता भी इस मामले के पीछे के संभावित उद्देश्यों में से एक हो सकती है, जिसकी जांच की जा रही है।

आरोपियों की गिरफ्तारी और आगे की कानूनी प्रक्रिया

मेघालय पुलिस ने सोनम रघुवंशी को गाजीपुर से गिरफ्तार करने के बाद पटना पहुंचाया। पटना के फुलवारी शरीफ थाना में उसे कड़ी सुरक्षा के बीच रखा गया। मेघालय पुलिस को सोनम की 72 घंटे की ट्रांजिट रिमांड मिल गई है। मंगलवार दोपहर को सोनम को इंडिगो की फ्लाइट से कोलकाता ले जाया जाएगा और फिर गुवाहाटी होते हुए सड़क मार्ग से शिलांग ले जाया जाएगा। शिलांग में सोनम से राजा की हत्या का पूरा राज उगलवाया जाएगा।

इसके अलावा, मेघालय पुलिस ने राज कुशवाहा, विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी को भी मध्य प्रदेश के इंदौर से गिरफ्तार किया है। इन चारों आरोपियों को इंदौर पुलिस कमिश्नरेट में शिलॉन्ग पुलिस द्वारा पूछताछ की जा रही है। तीन आरोपियों को सोमवार को जिला अदालत में पेश किया गया, जिसने उन्हें सात दिन की ट्रांजिट रिमांड पर मेघालय पुलिस को सौंप दिया। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त राजेश दंडोतिया ने बताया कि सीजेएम के सामने पेश किए जाने से पहले तीनों आरोपियों की शहर के एक सरकारी चिकित्सालय में मेडिकल जांच कराई गई थी। चौथे आरोपी को भी आज गिरफ्तार कर लिया गया है और उसे भी ट्रांजिट रिमांड पर मेघालय ले जाया जाएगा।

यह हत्याकांड प्रेम, विश्वासघात और लालच की एक जटिल कहानी है, जिसमें एक पत्नी ने अपने पति की हत्या की साजिश रची और इसमें उस व्यक्ति को शामिल किया जिसे वह 'दीदी' कहकर बुलाती थी। मेघालय पुलिस इस मामले की तह तक जाकर सभी रहस्यों से पर्दा उठाने और न्याय सुनिश्चित करने में जुटी है। इस सनसनीखेज हत्याकांड के और भी कई चौंकाने वाले खुलासे आने वाले दिनों में हो सकते हैं।

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