भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव अगस्त तक टला, संगठन में बड़े बदलाव का इंतजार intajar Aajtak24 News


भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव अगस्त तक टला, संगठन में बड़े बदलाव का इंतजार intajar Aajtak24 News 

नई दिल्ली - भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में नए राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर जारी अटकलें अब कुछ और लंबी खिंच गई हैं। वर्तमान अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल जून 2024 में ही समाप्त हो गया था, और उन्हें अब तक एक्सटेंशन पर ही रखा गया है। पहले ऐसी उम्मीद थी कि संसद के मानसून सत्र की शुरुआत, यानी 21 जुलाई से पहले पार्टी को नया अध्यक्ष मिल जाएगा, लेकिन अब सूत्रों के हवाले से खबर है कि यह फैसला अगस्त महीने तक टल सकता है।

क्यों हो रही है देरी?

नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में देरी के पीछे कई महत्वपूर्ण कारण बताए जा रहे हैं:

  • संविधानिक अनिवार्यता और प्रदेश अध्यक्षों के चुनाव: भाजपा के आंतरिक संविधान के अनुसार, राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव तभी हो सकता है जब देश के कम से कम आधे राज्यों में प्रदेश अध्यक्षों का चुनाव पूरा हो चुका हो। इस समय, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश जैसे कई बड़े और राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्यों में अभी तक प्रदेश अध्यक्षों का चुनाव नहीं हुआ है। इन राज्यों में नए अध्यक्षों के तय होने के बाद ही राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर अंतिम विचार-विमर्श शुरू होगा।
  • राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से परामर्श: भाजपा के हर बड़े फैसले में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की भूमिका अहम होती है। पार्टी नेतृत्व चाहता है कि नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव संघ की पूर्ण सहमति और सलाह-मशविरा के बाद ही हो। RSS अपनी पृष्ठभूमि के किसी ऐसे नेता को इस महत्वपूर्ण पद पर देखना चाहेगा जो संगठन की विचारधारा और कार्यप्रणाली से भली-भांति परिचित हो।
  • संगठन की कमान मजबूत हाथों में: भाजपा और संघ का नेतृत्व हमेशा से इस बात पर जोर देता रहा है कि संगठन की कमान मजबूत और अनुभवी हाथों में होनी चाहिए। वे किसी भी बाहरी व्यक्ति को इस पद पर प्राथमिकता नहीं देते, बल्कि उन नेताओं को तरजीह देते हैं जो पार्टी के कट्टर कार्यकर्ता रहे हों या संघ से गहराई से जुड़े हों। यह विचार प्रक्रिया भी नए अध्यक्ष के चयन में समय ले रही है।

रेस में शामिल प्रमुख नाम

जेपी नड्डा का कार्यकाल 2023 में ही खत्म हो गया था, लेकिन उन्हें 2024 के लोकसभा चुनावों को देखते हुए एक्सटेंशन दिया गया था। अब जबकि लोकसभा चुनाव संपन्न हो चुके हैं, नए अध्यक्ष की नियुक्ति जरूरी हो गई है। फिलहाल, भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की दौड़ में कई बड़े और प्रभावशाली नाम सामने आ रहे हैं:

  • केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव
  • मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
  • पार्टी महासचिव सुनील बंसल
  • हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर
  • दक्षिण भारत से केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी

इन नामों पर गहन विचार-विमर्श चल रहा है। उम्मीद है कि जुलाई तक प्रदेश अध्यक्षों के चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी, और उसके बाद ही राष्ट्रीय अध्यक्ष पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। भाजपा के इतिहास में अब तक राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव हमेशा निर्विरोध हुआ है, और इस बार भी इसी परंपरा के जारी रहने की प्रबल संभावना है।

माना जा रहा है कि नए अध्यक्ष के नेतृत्व में ही आगामी बिहार विधानसभा चुनाव जैसे महत्वपूर्ण चुनावी अभियानों की कमान संभाली जाएगी, जिससे संगठन में नई ऊर्जा का संचार होगा।

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