देश में कोरोना के सक्रिय मामलों में गिरावट जारी, लेकिन मौतें बनी चिंता का सबब; विशेषज्ञों ने दी 'बेहद सतर्क' रहने की चेतावनी chetawani Aajtak24 News

देश में कोरोना के सक्रिय मामलों में गिरावट जारी, लेकिन मौतें बनी चिंता का सबब; विशेषज्ञों ने दी 'बेहद सतर्क' रहने की चेतावनी chetawani Aajtak24 News

नई दिल्ली - भारत में कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति में लगातार सुधार देखा जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा 16 जून, 2025 को सुबह 8 बजे तक जारी आंकड़ों के अनुसार, देश में सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 7,264 रह गई है। पिछले 24 घंटों में 119 एक्टिव केस कम हुए हैं, जो दर्शाता है कि संक्रमण का फैलाव काफी हद तक नियंत्रण में है। हालांकि, विशेषज्ञों ने साफ कहा है कि सतर्कता में किसी भी तरह की कमी नहीं आनी चाहिए, खासकर जब देश में नए वैरिएंट्स की मौजूदगी और लगातार हो रही मौतें चिंता का विषय बनी हुई हैं।

सक्रिय मामलों में गिरावट: केरल सबसे आगे, UP में नए मामले

सक्रिय मामलों में कमी देश के कई राज्यों में दर्ज की गई है, जो राहत की खबर है:

  • केरल में सबसे अधिक 87 सक्रिय मामलों की गिरावट दर्ज की गई है, जिससे कुल सक्रिय केस 1,920 हो गए हैं।
  • इसके अलावा, महाराष्ट्र में 38, दिल्ली में 33, तमिलनाडु में 23, गुजरात और हरियाणा में 8-8, पंजाब में 7, आंध्र प्रदेश में 6, असम में 4, उत्तराखंड में 3, जम्मू-कश्मीर में 2 और पुडुचेरी में 1 सक्रिय केस की गिरावट आई है।

हालांकि, कुछ राज्यों में अभी भी नए मामले सामने आ रहे हैं, जो चिंता का विषय है:

  • उत्तर प्रदेश में 37 नए केस मिले हैं, जिससे कुल संक्रमितों की संख्या 275 तक पहुंच गई है।
  • राजस्थान में 30, कर्नाटक में 18, मणिपुर में 5, झारखंड और मध्य प्रदेश में 4-4, छत्तीसगढ़ और सिक्किम में एक-एक नए मरीज मिले हैं।

लगातार दूसरे दिन 10 से अधिक मौतें: गंभीरता बरकरार

सबसे गंभीर चिंता का विषय यह है कि देश में कोरोना संक्रमण से लगातार दूसरे दिन 10 से अधिक मौतें दर्ज की गई हैं। पिछले 24 घंटों में 11 मरीजों की मृत्यु हुई, जबकि 15 जून को 10 मरीजों ने जान गंवाई थी। इन 11 मौतों में से सबसे अधिक 7 मौतें केरल में हुई हैं। इसके अलावा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, दिल्ली और छत्तीसगढ़ में एक-एक मरीज की मृत्यु हुई है।

  • मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक 27 वर्षीय महिला की बच्चे को जन्म देने के एक दिन बाद कोविड से मौत हो गई, जो इस बीमारी की गंभीरता को दर्शाता है।
  • जनवरी 2025 से अब तक कोरोना के नए वैरिएंट से 108 मौतें दर्ज की जा चुकी हैं।

ये आंकड़े स्पष्ट करते हैं कि भले ही सक्रिय मामलों में कमी आ रही है, लेकिन बीमारी की गंभीरता और जानलेवा प्रकृति अभी भी मौजूद है।

नए वैरिएंट्स की चुनौती और विशेषज्ञों की सलाह

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के डायरेक्टर डॉ. राजीव बहल ने बताया कि भारत में कोविड-19 के चार नए वैरिएंट - LF.7, XFG, JN.1 और NB.1.8.1 सीरीज - मिले हैं। इनमें से JN.1 वैरिएंट सबसे आम है, जो टेस्टिंग में आधे से ज़्यादा सैंपल में पाया जाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि NB.1.8.1 वैरिएंट के स्पाइक प्रोटीन म्यूटेशन (A435S, V445H, और T478I) अन्य वैरिएंट की तुलना में तेजी से फैलते हैं और इन पर कोविड के खिलाफ बनी इम्यूनिटी का भी असर नहीं होता। हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इन्हें 'चिंताजनक' नहीं, बल्कि 'निगरानी में रखे गए वैरिएंट' के रूप में वर्गीकृत किया है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और विशेषज्ञों ने नागरिकों से अत्यंत सतर्कता बरतने की अपील की है। भीड़भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनना, हाथों की स्वच्छता बनाए रखना और टीकाकरण को अपडेट रखना बेहद ज़रूरी है। केरल जैसे राज्यों ने अस्पतालों को कोविड-19 और इन्फ्लूएंजा के लक्षणों वाले मरीजों का इलाज करते समय जून 2023 में जारी की गई कोविड गाइडलाइन का पालन करने के निर्देश दिए हैं, जिसमें अस्पतालों में मास्क अनिवार्य करना और लक्षणों वाले मरीजों का कोविड टेस्ट कराना शामिल है। भारत में कोविड से निपटने के लिए आवश्यक इंतजाम किए गए हैं, लेकिन नागरिकों की व्यक्तिगत सतर्कता ही इस लड़ाई में निर्णायक साबित होगी।

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