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कुशीनगर में प्रेम-प्रसंग का खूनी अंत, अनिल यादव हत्याकांड का 48 घंटे में पर्दाफाश; प्रेमिका, पिता और भाई गिरफ्तार giraftar Aajtak24 News |
कुशीनगर – उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में सनसनीखेज अनिल यादव हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने महज 48 घंटों के भीतर सुलझा ली है। सेवरही थाना क्षेत्र में 11 जून को मिली अनिल की लाश के मामले में पुलिस की जांच में प्रेम-प्रसंग और शादी के बाद भी संबंध बनाए रखने का दबाव मुख्य वजह के रूप में सामने आया है। इस निर्मम हत्या के आरोप में मृतक की प्रेमिका अर्चना यादव, उसके पिता और भाई को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है।
क्या था पूरा मामला?
गत 11 जून को कुशीनगर के मठिया भोखरिया नौका टोला स्थित बड़ी नहर के पास झाड़ियों में एक युवक का शव बरामद हुआ था। राहगीरों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मृतक की पहचान कसया थाना क्षेत्र के सखवनिया बतर डेरा निवासी 30 वर्षीय अनिल यादव के रूप में हुई। शव पर धारदार हथियारों से किए गए चोट के निशान साफ तौर पर दिख रहे थे, जिससे यह स्पष्ट हो गया था कि यह एक सुनियोजित हत्या थी।
एसपी की त्वरित कार्रवाई: दो दिनों में खुला राज़
मामले की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस अधीक्षक कुशीनगर संतोष कुमार मिश्रा ने तत्काल एक विशेष टीम का गठन किया। इस टीम ने दिन-रात एक कर जांच पड़ताल की और महज दो दिनों के भीतर ही हत्याकांड की सभी परतों को खोल दिया। पुलिस की शुरुआती पूछताछ और तकनीकी साक्ष्यों से जो चौंकाने वाला खुलासा हुआ, उसने सबको हैरान कर दिया। जांच में पता चला कि मृतक अनिल यादव और मुख्य आरोपी अर्चना यादव के बीच पिछले दो वर्षों से गहरे प्रेम संबंध थे। चौंकाने वाली बात यह है कि अर्चना की शादी मार्च 2025 में हो चुकी थी, लेकिन अनिल उस पर शादी के बाद भी शारीरिक संबंध बनाए रखने का लगातार दबाव बना रहा था। अनिल के इस रवैये से अर्चना मानसिक रूप से बेहद परेशान थी।
पति को चला पता, मायके में बनी खूनी साजिश
पुलिस के अनुसार, जब अर्चना के पति को इस प्रेम-प्रसंग और अनिल द्वारा बनाए जा रहे दबाव के बारे में पता चला, तो उसने अर्चना को उसके मायके भेज दिया। मायके पहुंचने के बाद भी अर्चना का तनाव कम नहीं हुआ। इसी दौरान, मानसिक दबाव में अर्चना ने अपने पिता और दो भाइयों (राहुल और एक अन्य) के साथ मिलकर अनिल को रास्ते से हटाने की एक खौफनाक साजिश रच डाली। योजना के तहत, अर्चना ने अनिल को मठिया भोकरिया नहर के पास मिलने के लिए बुलाया। जैसे ही अनिल वहां पहुंचा, पहले से ही घात लगाकर बैठे अर्चना के पिता और दोनों भाइयों ने उस पर हमला कर दिया। उन्होंने अनिल की बेरहमी से हत्या की और शव को वहीं झाड़ियों में फेंक दिया ताकि किसी को शक न हो।
आपराधिक पृष्ठभूमि वाला है आरोपी परिवार
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि अर्चना का परिवार पहले से ही आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त रहा है। अर्चना के पिता के खिलाफ जिले के विभिन्न थानों में कई संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीं, उसके भाई राहुल पर भी तुर्कपट्टी थाने में एक मुकदमा दर्ज है। यह दर्शाता है कि यह परिवार पहले से ही अपराध की दुनिया से जुड़ा हुआ था।
48 घंटे में गिरफ्तारी, हथियार बरामद
एसपी संतोष कुमार मिश्रा ने बताया कि पुलिस टीम ने इस जघन्य हत्याकांड के सभी पहलुओं पर गहनता से काम किया और महज 48 घंटे के भीतर तीनों मुख्य आरोपियों – प्रेमिका अर्चना यादव, उसके पिता और भाई को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने हत्या में प्रयोग किए गए धारदार हथियार भी बरामद कर लिए हैं। यह त्वरित कार्रवाई कुशीनगर पुलिस की मुस्तैदी और अपराधों पर लगाम लगाने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। आरोपियों के खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है ताकि उन्हें जल्द से जल्द सख्त सजा मिल सके और समाज में ऐसे अपराधों पर अंकुश लगाया जा सके। इस मामले के खुलासे ने एक बार फिर प्रेम-प्रसंगों में पनप रही आपराधिक प्रवृत्ति को उजागर किया है।