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भारत में फिर मंडरा रहा कोरोना का खतरा: एक्टिव केस 4000 के करीब, चार राज्यों में मौतें; स्वास्थ्य मंत्रालय अलर्ट पर par Aajtak24 News |
नई दिल्ली - भारत में कोरोना वायरस का संक्रमण एक बार फिर तेजी से बढ़ना शुरू हो गया है, जिससे पूरे देश में चिंता का माहौल है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा 1 जून को जारी किए गए ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में कोविड-19 के सक्रिय मामलों (एक्टिव केस) की संख्या लगभग 4000 तक पहुंच गई है, जो इस बात का संकेत है कि वायरस का प्रसार फिर से गति पकड़ रहा है। मंत्रालय ने कुल 3961 सक्रिय केस दर्ज किए हैं, और दुर्भाग्यपूर्ण रूप से, इसी अवधि में कोरोना के कारण 4 लोगों की मौत भी हुई है। सरकार और स्वास्थ्य अधिकारी इस उभरती हुई स्थिति पर लगातार कड़ी नजर बनाए हुए हैं और संभावित उपायों पर विचार कर रहे हैं।
सक्रिय मामलों में उछाल: दिल्ली में नए केस, केरल में सर्वाधिक सक्रिय मरीज
देश के विभिन्न राज्यों में कोरोना के नए मामले सामने आ रहे हैं, लेकिन कुछ राज्य विशेष रूप से अधिक प्रभावित दिख रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा साझा की गई जानकारी के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के सबसे अधिक 47 नए मामले राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में दर्ज किए गए हैं। इसके साथ ही दिल्ली में कोविड-19 के सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 483 हो गई है। यह आंकड़ा दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में रहने वालों के लिए चिंता का विषय है, जहां लोगों का आवागमन अधिक होता है।
हालांकि, पूरे देश में कोरोना के सबसे ज्यादा एक्टिव केस इस समय केरल में मौजूद हैं, जिनकी संख्या 1435 है। केरल पिछले कुछ समय से कोरोना के सक्रिय मामलों में लगातार शीर्ष पर बना हुआ है, जो राज्य में वायरस के निरंतर प्रसार और संभावित रूप से कमजोर निगरानी प्रणाली का संकेत देता है। इसके बाद दिल्ली जैसे महानगरों में बढ़ते मामले चिंता का एक और कारण बन गए हैं।
घातक साबित हो रहा वायरस: 4 लोगों ने गंवाई जान
इस ताजा लहर में कोरोना वायरस ने एक बार फिर से कुछ लोगों की जान ले ली है। देश में अब तक 4 लोगों की मौत कोरोना संक्रमण के कारण दर्ज की गई है, जिनमें:
- दिल्ली में एक 22 वर्षीय युवा महिला
- तमिलनाडु में एक 25 वर्षीय पुरुष
- महाराष्ट्र में एक 44 वर्षीय पुरुष
- केरल में 1 अज्ञात व्यक्ति
शामिल हैं। इन मौतों में युवाओं और मध्यम आयु वर्ग के व्यक्तियों का शामिल होना इस बात की ओर इशारा करता है कि वायरस अभी भी सभी आयु समूहों के लिए खतरा बना हुआ है, भले ही वे पहले से किसी अन्य गंभीर बीमारी (कोमॉर्बिडिटी) से ग्रस्त न हों। यह स्थिति सभी नागरिकों के लिए सावधानी बरतने और स्वास्थ्य दिशानिर्देशों का पालन करने की आवश्यकता पर बल देती है।
सावधानी की अपील और आगे की रणनीति
कोरोना के बढ़ते मामलों ने एक बार फिर मास्क पहनने, सामाजिक दूरी बनाए रखने और स्वच्छता का ध्यान रखने जैसे कोविड-19 प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने की आवश्यकता को उजागर किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि नए वैरिएंट्स के प्रसार और लोगों में घटती प्रतिरक्षा के कारण मामले बढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए है और राज्यों के साथ समन्वय स्थापित कर रहा है। टेस्टिंग बढ़ाने, पॉजिटिव मामलों की पहचान करने और संपर्क ट्रेसिंग के साथ-साथ गंभीर मामलों के लिए उपचार सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर जोर दिया जा रहा है। सरकार जल्द ही जनता के लिए नए दिशानिर्देश या एडवाइजरी जारी कर सकती है ताकि संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित किया जा सके और किसी बड़ी लहर को रोका जा सके। यह समय है जब हम सभी को फिर से सतर्क होना होगा और अपने स्वास्थ्य व सुरक्षा को प्राथमिकता देनी होगी।