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मुरैना में दरिंदगी की हदें पार: माता-पिता के सामने 19 साल की बेटी को सिर में दागीं तीन गोलियां, जमीन विवाद में खूनी खेल khel Aajtak24 News |
मुरैना - मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में रिश्तों और इंसानियत को शर्मसार करने वाली एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। यहां जौरा कस्बे में सोमवार रात महज 19 साल की एक छात्रा को उसके माता-पिता के सामने ही बेरहमी से गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया। हमलावरों ने छात्रा को रास्ते में रोका और बेहद करीब से उसके सिर में ताबड़तोड़ तीन गोलियां दाग दीं। इस जघन्य हत्याकांड के पीछे सालों पुराने एक जमीन विवाद की खूनी साजिश का खुलासा हुआ है, जिसने एक हंसते-खेलते परिवार को मातम में डुबो दिया है और पूरे इलाके में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है।
मौत की रात: घर लौटते मासूम पर हमला
यह नृशंस घटना जौरा के बदरपुरा चौराहे पर सोमवार रात करीब 9:30 बजे की है। 11वीं कक्षा में पढ़ने वाली मलिश्का कडेरा अपने माता-पिता के साथ बाइक पर सवार होकर अपने मामा के घर बालेरा गांव से अपने घर लौट रही थी। रात का समय था और वे शायद सुरक्षित महसूस कर रहे थे, लेकिन उन्हें क्या पता था कि रास्ते में मौत उनका इंतजार कर रही थी। अचानक, चार अज्ञात हमलावरों ने उनकी बाइक को रोक लिया। इससे पहले कि परिवार कुछ समझ पाता, हमलावरों ने अपनी खौफनाक योजना को अंजाम देना शुरू कर दिया।
"मैंने पहचान लिया" और फिर खामोशी: खौफनाक मंजर
प्रत्यक्षदर्शियों और मलिश्का के माता-पिता के अनुसार, हमलावरों को देखते ही मलिश्का ने शायद उन्हें पहचान लिया था। उसने चीखते हुए कहा, "मैंने इसे पहचान लिया है।" ये शब्द शायद हमलावरों के लिए मौत का पैगाम बन गए, क्योंकि उसके इतना कहते ही एक हमलावर ने बिना किसी देरी के देसी कट्टे से मलिश्का पर गोली चला दी। एक के बाद एक, मलिश्का के सिर के पीछे और दोनों कानों के पास कुल तीन गोलियां लगीं। वह वहीं सड़क पर गिर पड़ी और पल भर में उसकी मौत हो गई। अपने माता-पिता के सामने, पलक झपकते ही उनकी लाडली जिंदगी की जंग हार गई। इस हृदय विदारक दृश्य ने माता-पिता को सदमे में डाल दिया, जबकि वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गए।
आठ साल पुराना जमीन विवाद बना हत्या की वजह
मलिश्का के दादा सिरनाम सिंह ने इस जघन्य हत्या के पीछे एक गहरे और पुराने जमीन विवाद को मुख्य कारण बताया है। उन्होंने पुलिस को दिए बयान में बताया कि करीब आठ साल पहले उन्होंने गांव के ही रहने वाले भीकम से 6 बीघा जमीन 6 लाख रुपये में खरीदी थी। हालांकि, यह सौदा पूरा होने के बाद भी भीकम और उसका परिवार लगातार जमीन की रजिस्ट्री कराने को लेकर आनाकानी कर रहा था और उनके साथ विवाद कर रहा था। सिरनाम सिंह ने आरोप लगाया है कि इसी जमीन विवाद के चलते बदला लेने की नीयत से भीकम के बेटे ने अपने साथियों के साथ मिलकर उनकी मासूम पोती मलिश्का की हत्या की है। यह दर्शाता है कि कैसे संपत्ति विवाद खूनी संघर्ष का रूप ले लेते हैं और निर्दोषों की जान चली जाती है।
पुलिस की चुनौती और परिवार की बेबसी
बागचीनी थाना टीआई डिंपल मौर्य ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि एक लड़की को गोली मारी गई है और उसकी मौके पर ही मौत हो गई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश में टीमें गठित कर दी गई हैं। पुलिस जल्द से जल्द हत्यारों को गिरफ्तार करने का दावा कर रही है।
मलिश्का चिंनोनी के करैरा स्कूल में 11वीं कक्षा की छात्रा थी। वह अपने माता-पिता की सबसे बड़ी बेटी थी और उसकी दो छोटी बहनें हैं। इस घटना ने पूरे परिवार को तोड़ कर रख दिया है। घर में खुशियों की जगह अब सिर्फ मातम और चीख-पुकार सुनाई दे रही है। मलिश्का के परिजन न्याय की गुहार लगा रहे हैं और चाहते हैं कि उनकी बेटी के हत्यारों को जल्द से जल्द कड़ी से कड़ी सजा मिले।
यह वारदात न सिर्फ मुरैना, बल्कि पूरे प्रदेश में कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है। कैसे दिन-दहाड़े, माता-पिता के सामने एक नाबालिग को इतनी बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया जाता है? क्या संपत्ति विवाद में अब मासूमों को भी निशाना बनाया जाएगा? इन सवालों के जवाब पुलिस की गहन जांच और आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही मिलेंगे, लेकिन इस घटना ने समाज में भय और असुरक्षा की भावना को गहरा कर दिया है।