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रीवा के त्योंथर SDM संजय जैन पर युवक ने फेंका जूता, ऑफिस में मचा हड़कंप hadkamp Aajtak24 News |
रीवा - रीवा जिले के त्योंथर तहसील कार्यालय में शुक्रवार को एक अप्रत्याशित घटना सामने आई, जब एक युवक ने एसडीएम (SDM) संजय जैन को निशाना बनाते हुए उन पर जूता फेंक दिया। इस घटना से तहसील कार्यालय में अफरा-तफरी का माहौल बन गया और प्रशासनिक अधिकारियों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर प्रश्नचिह्न लग गया है। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद यह मामला और भी तूल पकड़ता जा रहा है।
घटना का विवरण:
प्राप्त जानकारी के अनुसार, एसडीएम संजय जैन शुक्रवार दोपहर लगभग 2 बजे अपने कार्यालय में न्यायिक और प्रशासनिक कार्यों का निर्वहन कर रहे थे। इसी दौरान, एक युवक, जो पहले से ही कार्यालय परिसर में मौजूद था, अचानक उनके कक्ष में दाखिल हुआ और एसडीएम पर जूता फेंक दिया। हालांकि, फेंका गया जूता एसडीएम को नहीं लगा, लेकिन इस दुस्साहसिक कृत्य से कार्यालय में मौजूद कर्मचारी, अधिवक्ता और अन्य लोग भौचक्के रह गए। तत्काल ही सुरक्षाकर्मियों ने युवक को हिरासत में ले लिया।
आरोपी युवक:
हालांकि, अभी तक आरोपी युवक की आधिकारिक पहचान सार्वजनिक नहीं की गई है, लेकिन शुरुआती जांच में यह पता चला है कि वह किसी पुराने भूमि विवाद या किसी प्रशासनिक निर्णय से नाखुश था। कुछ सूत्रों की मानें तो युवक ने पहले भी किसी प्रशासनिक फैसले के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराई थी और वह लंबे समय से अधिकारियों से नाराज चल रहा था।
एसडीएम संजय जैन की प्रतिक्रिया:
इस अप्रिय घटना के बावजूद, एसडीएम संजय जैन ने संयम बनाए रखा और अपने प्रशासनिक कार्यों को जारी रखा। उन्होंने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा,
"इस प्रकार के कृत्य न्यायिक प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न करते हैं और प्रशासन की मर्यादा को ठेस पहुंचाते हैं। यह एक गंभीर मामला है और दोषी व्यक्ति के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।"
प्रशासन और पुलिस की कार्रवाई:
त्योंथर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी युवक को हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ जारी है। घटना के बाद एसडीएम कार्यालय की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सख्त कर दिया गया है। तहसील कार्यालय में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की भी गहन जांच की जा रही है, ताकि घटना के सभी पहलुओं की विस्तृत जानकारी मिल सके।
अधिवक्ताओं की प्रतिक्रिया:
इस घटना ने अधिवक्ताओं और आम नागरिकों के बीच भी आक्रोश पैदा कर दिया है। अधिवक्ताओं ने प्रशासन से मांग की है कि प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं।
पूर्व में भी रहा है विवाद:
यह ध्यान देने योग्य है कि यह पहली बार नहीं है जब एसडीएम संजय जैन विवादों के घेरे में आए हैं। जुलाई 2024 में अधिवक्ता राजेन्द्र गौतम के साथ उनकी तीखी बहस का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें एसडीएम को कथित तौर पर यह कहते हुए सुना गया था, "यह मेरा न्यायालय है, जो उखाड़ना है, उखाड़ लो।" उस समय भी अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्यों का बहिष्कार किया था। रीवा के त्योंथर एसडीएम संजय जैन पर जूता फेंकने की यह घटना निश्चित रूप से प्रशासनिक मर्यादा पर एक गंभीर हमला है। यह घटना न केवल प्रशासनिक अधिकारियों की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ाती है, बल्कि यह भी इंगित करती है कि आम लोगों में प्रशासन के प्रति असंतोष बढ़ रहा है। पुलिस और प्रशासन की यह जिम्मेदारी है कि वे ऐसे असंतुष्ट तत्वों की पहचान करें और समय रहते उचित कार्रवाई करें, ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं को रोका जा सके।