भारत और पाकिस्तान में तनाव विराम: बांग्लादेश ने किया स्वागत, ड्रोन हमलों के बावजूद शांति की उम्मीद, ट्रंप की मध्यस्थता पर उठे सवाल sawal Aajtak24 News

 

भारत और पाकिस्तान में तनाव विराम: बांग्लादेश ने किया स्वागत, ड्रोन हमलों के बावजूद शांति की उम्मीद, ट्रंप की मध्यस्थता पर उठे सवाल sawal Aajtak24 News

नई दिल्ली - भारत और पाकिस्तान के बीच कई दिनों से चले आ रहे सैन्य तनाव में आखिरकार विराम लग गया है। दोनों पड़ोसी देश युद्धविराम के लिए सहमत हो गए हैं, जिससे सीमावर्ती क्षेत्रों में राहत की सांस ली गई है। हालांकि, इस समझौते के ठीक बाद पाकिस्तान की ओर से शनिवार रात भारतीय शहरों पर किए गए ड्रोन हमलों ने शांति की नाजुकता को उजागर कर दिया था, जिसे भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने सतर्कतापूर्वक विफल कर दिया। इन हमलों के बाद नियंत्रण रेखा (LoC) और दोनों देशों के सीमावर्ती राज्यों में अपेक्षाकृत शांति बनी हुई है।

इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए बांग्लादेश ने भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्धविराम का स्वागत किया है। बांग्लादेश के विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमेन यूनुस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के युद्धविराम पर तत्काल सहमति जताने और बातचीत की दिशा में कदम बढ़ाने की सराहना की। उन्होंने इस युद्धविराम में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और विदेश मंत्री मार्को रुबियो की कथित मध्यस्थता के प्रयासों की भी प्रशंसा की। यूनुस ने जोर दिया कि बांग्लादेश कूटनीति के माध्यम से क्षेत्रीय मतभेदों को सुलझाने के लिए अपने दोनों पड़ोसी देशों को अपना समर्थन जारी रखेगा।

युद्धविराम की सार्वजनिक घोषणा सबसे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल के माध्यम से की थी। उन्होंने दावा किया कि अमेरिका की मध्यस्थता में एक लंबी रात की बातचीत के बाद भारत और पाकिस्तान पूर्ण और तत्काल युद्धविराम पर सहमत हुए हैं। ट्रंप ने इस महत्वपूर्ण समझौते के लिए दोनों देशों के नेतृत्व को बधाई दी और इस सफलता में अमेरिकी मध्यस्थता की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। हालांकि, ट्रंप के इस दावे पर कई विश्लेषकों ने सवाल उठाए हैं, क्योंकि अभी तक इस मध्यस्थता की कोई आधिकारिक पुष्टि दोनों देशों की ओर से नहीं आई है।

भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी संघर्ष विराम की पुष्टि करते हुए एक संक्षिप्त बयान दिया। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई को रोकने पर सहमत हुए हैं। जयशंकर ने यह भी स्पष्ट रूप से कहा कि भारत आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ अपनी दृढ़ और अडिग नीति पर कायम रहेगा और भविष्य में भी ऐसा ही करता रहेगा।

पाकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने भी युद्धविराम की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और भारत तत्काल प्रभाव से संघर्ष विराम पर सहमत हो गए हैं। डार ने यह भी कहा कि पाकिस्तान ने हमेशा अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता से किसी भी प्रकार का समझौता किए बिना क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए प्रयास किया है और भविष्य में भी करता रहेगा।

हालांकि युद्धविराम की खबर ने क्षेत्रीय शांति की उम्मीद जगाई है, लेकिन पाकिस्तान द्वारा ड्रोन हमलों की घटना ने दोनों देशों के बीच अविश्वास की खाई को और गहरा कर दिया है। भारत की ओर से अभी तक इन ड्रोन हमलों पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन माना जा रहा है कि सुरक्षा एजेंसियां इस घटना की गहन जांच कर रही होंगी। बांग्लादेश का स्वागत और ट्रंप की मध्यस्थता का दावा इस जटिल स्थिति में नए आयाम जोड़ते हैं, लेकिन असली चुनौती इस युद्धविराम को स्थायी शांति में बदलने की होगी। दोनों देशों को अब विश्वास बहाली के उपायों पर ध्यान केंद्रित करना होगा ताकि भविष्य में इस तरह की तनावपूर्ण स्थितियों से बचा जा सके।

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