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शहरभर में अघोषित कटौती के कारण घटिया मेंटेनेंस पर उठे प्रश्न |
इंदौर - प्रदेश में सबसे अधिक रेवेन्यू देने वाली लोकमाता देवी अहिल्या की नगरी इंदौर भीषण बिजली कटौती के दौर से गुजर रहा है। अलसुबह से देर रात तक सैकड़ों बार अघोषित विद्युत कटौती की जा रही है। हालांकि बिजली कंपनी ने हेल्पलाइन नंबर 1912 जारी किया है ताकि विद्युत उपभोक्ता अपनी शिकायत दर्ज करवा सकें, लेकिन हाल के कुछ दिनों से आलम यह है कि इस हेल्पलाइन नंबर पर फोन लगता ही नहीं। कभी यदा-कदा गलती से फोन लगा भी गया तो इतनी देर तक संगीत सुनाई देता है कि व्यक्ति गुस्से में फोन काट देता, क्योंकि उसे मालूम हो जाता है कि इस हेल्पलाइन नंबर से उसे कोई हेल्प नहीं मिलने वाली। दिन तो ठीक है देर रात जब व्यक्ति गहरी नींद में होता है तब भीषण गर्मी के इस दौर में बत्ती गुल कर दी जाती है। कहा जा सकता है कि बिजली कटौती की समस्या को देखते हुए कांग्रेस शासन की याद आ गई है।
जानकारी अनुसार पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा इंदौर शहर में दिन भर में सैकड़ों बार अघोषित कटौती की जा रही है। इस अघोषित कटौती का क्या कारण है फिलहाल इस बारे में कुछ पता नहीं चला है। दूसरे शब्दों में कहा जा सकता है कि बिजली कंपनी के अधिकारी इस बारे में कुछ भी कहना नहीं चाहते। उपभोक्ता जब विद्युत कटौती के बारे में जानकारी लेने के लिए हेल्पलाइन नंबर 1912 पर फोन लगाते हैं तो ऐसा प्रतीत होता है कि इस हेल्पलाइन नंबर को खुद हेल्प की जरूरत है। हाल के कुछ दिनों से तो यह हेल्पलाइन नंबर पर कॉल लगता ही नहीं। कभी यदा-कदा लग भी जाता है तो इस नंबर पर मौजूद ऑपरेटर से बात नहीं हो पाती। ऐसे में हेल्पलाइन नंबर से उपभोक्ता को क्या हेल्प मिलेगी यह तो शोध का विषय हो सकता है।
बिजली कंपनी के झोन का लैंडलाइन नंबर भी आता है बिजी
उपभोक्ताओं को सुविधा देने के नाम पर बिजली कंपनी ने शहर भर में झोनल कार्यालय स्थापित किए हैं। वैसे तो इन झोनल कार्यालयों का उद्देश्य उपभोक्ताओं की समस्याओं को दूर करना है लेकिन इन कार्यालय पर पदस्थ अमला उपभोक्ता से बातचीत करना भी उचित नहीं समझता। यहां का लैंडलाइन नंबर तो दिन-रात कभी भी लगाओ हमेशा बिजी ही आता रहता है। लगातार हो रही है घोषित विद्युत कटौती का कारण जानने के लिए जब सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर शहर संभाग मनोज शर्मा शिवम के मोबाइल नंबर पर चर्चा करना चाहे तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।