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मुंबई में आफत वाली बारिश: सड़कें बनीं नदियां, जनजीवन अस्त-व्यस्त, मौसम विभाग का अलर्ट जारी jari Aajtak24 News |
मुंबई - महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में समय से पहले पहुंचे मानसून ने भारी तबाही मचाई है। देर रात से हो रही मूसलाधार बारिश ने शहर की सड़कों को जलमग्न कर दिया है, जिससे यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुआ है और आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। निचले इलाकों में पानी भरने से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं सड़कों पर गाड़ियां रेंगती नजर आईं या कई जगह पानी में फंसी रहीं। मौसम विभाग ने अगले कुछ घंटों में और तेज बारिश की चेतावनी जारी की है, जिससे लोगों की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। देर रात से शुरू हुई बारिश सोमवार सुबह तक जारी रही, जिससे शहर के कई प्रमुख इलाकों में जलभराव हो गया। मौसम विभाग (IMD) ने सुबह ही मुंबई के लिए अलर्ट जारी कर दिया था। आईएमडी के मुताबिक, अगले 3-4 घंटों में शहर के अलग-अलग स्थानों पर बिजली की गरज के साथ तेज बारिश और 50-60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है। इस चेतावनी ने प्रशासन और आम नागरिकों की चिंताएं बढ़ा दी हैं। सुबह से हो रही लगातार बारिश के कारण पनवेल स्टेशन परिसर के टिकट काउंटर के पास पानी भर गया। इस अप्रत्याशित जलभराव के कारण स्टेशन पर बाहर से आ रहे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई लोगों को स्टेशन तक पहुंचने के लिए दीवारों पर चढ़ना पड़ा, जिससे उनकी सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं।
शहर के कई महत्वपूर्ण सबवे भी जलभराव के कारण बंद कर दिए गए हैं। अंधेरी सबवे, जो अंधेरी ईस्ट को अंधेरी वेस्ट, वर्सोवा, सात बंगला, चार बंगला, अंबोली, जुहू और जोगेश्वरी वेस्ट जैसे पश्चिमी उपनगरों से जोड़ने वाला एक प्रमुख मार्ग है, पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, सबवे में दो से ढाई फीट तक पानी भर गया है। लोगों को इस असुविधा से बचाने के लिए नगर निगम द्वारा मोटर पंप लगाकर पानी निकालने का काम जारी है, लेकिन बारिश की तीव्रता को देखते हुए इसमें काफी समय लगने की संभावना है। ट्रैफिक पुलिस के जवान मौके पर तैनात हैं और लोगों को सबवे की ओर जाने से रोककर वापस लौटा रहे हैं, जिससे कई वैकल्पिक मार्गों पर भी यातायात का दबाव बढ़ गया है।
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, सोमवार सुबह 9 से 10 बजे के बीच केवल एक घंटे में कई इलाकों में भारी बारिश दर्ज की गई। सबसे ज्यादा बारिश नरीमन पॉइंट फायर स्टेशन में हुई, जहां 104 मिलीमीटर पानी बरसा। इसके अलावा, ए वार्ड ऑफिस में 86 मिमी, कोलाबा पंपिंग स्टेशन में 83 मिमी और मुंसिपल हेड ऑफिस में 80 मिमी बारिश दर्ज की गई। सुबह 6 से 7 बजे के बीच कोलाबा फायर स्टेशन, मालाबार हिल और डी वार्ड जैसे इलाकों में भी मूसलाधार बारिश हुई। ग्रांट रोड आई हॉस्पिटल, मेमनवाड़ा फायर स्टेशन, कोलाबा फायर स्टेशन, सी वार्ड ऑफिस और बायकुला फायर स्टेशन भी बारिश से बुरी तरह प्रभावित इलाकों में शामिल हैं।
मुंबई नगर निगम (BMC) शहर में जलभराव की स्थिति पर लगातार नजर रख रही है। सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से विभिन्न इलाकों की निगरानी की जा रही है ताकि लोगों को समय पर सहायता पहुंचाई जा सके। जलभराव के कारण शहर के कई निचले इलाकों जैसे शक्कर पंचायत, सायन सर्कल, दादर टीटी, हिंदमाता, जेजे मडावी पोस्ट ऑफिस, कुर्णे चौक, बिंदुमाधव जंक्शन और माचरजी जोशी मार्ग (फाइव गार्डन) में लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इन इलाकों में सड़कों पर पानी भरने से पैदल चलने वाले लोगों के साथ-साथ वाहन चालकों को भी परेशानी हो रही है। कई वाहन पानी में फंस गए हैं, जिससे यातायात और भी बाधित हो गया है।
तेज हवाओं और भारी बारिश के कारण पेड़ और डालियां गिरने की कई घटनाएं भी सामने आई हैं। बीएमसी के नियंत्रण कक्ष को शहर में 4 जगहों पर और पश्चिमी उपनगरों में 5 जगहों पर पेड़ों के गिरने की सूचना मिली है। नगर निगम के कर्मचारी इन जगहों पर मलबा हटाने और यातायात को सामान्य करने के काम में जुट गए हैं। हालांकि, भारी बारिश के बावजूद रेलवे सेवाएं अभी तक सामान्य बनी हुई हैं। बीएमसी का कहना है कि लोकल ट्रेनें फिलहाल अपने निर्धारित समय के अनुसार चल रही हैं और किसी भी बड़ी रुकावट की सूचना नहीं है। मुंबई की लाइफलाइन कही जाने वाली लोकल ट्रेनों का सामान्य रूप से चलना लोगों के लिए थोड़ी राहत की खबर है, लेकिन सड़कों पर जलभराव के कारण स्टेशन तक पहुंचने में लोगों को काफी कठिनाई हो रही है।
मौसम विभाग ने अगले कुछ घंटों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिसके मद्देनजर प्रशासन ने लोगों से अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलने की अपील की है। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है। नगर निगम और अन्य आपातकालीन सेवाएं किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। भारी बारिश ने एक बार फिर मुंबई की कमजोर बुनियादी ढांचे और जल निकासी व्यवस्था की पोल खोल दी है, जिस पर हर साल मानसून के दौरान सवाल उठते हैं। अब देखना यह है कि प्रशासन इस चुनौती से कैसे निपटता है और लोगों को कब राहत मिलती है।