क्रिकेट टूर्नामेंट के समापन पर मुखिया प्रतिनिधि पर अंधाधुंध फायरिंग, दो दर्शक भी घायल; विधायक पर हत्या की साजिश का आरोप aarop Aajtak24 News

 

क्रिकेट टूर्नामेंट के समापन पर मुखिया प्रतिनिधि पर अंधाधुंध फायरिंग, दो दर्शक भी घायल; विधायक पर हत्या की साजिश का आरोप aarop Aajtak24 News 

पटना - राजधानी पटना से एक सनसनीखेज घटना सामने आई है, जिसने बिहार में कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। रानीतालाब थाना क्षेत्र के कुशवाहा कनपा गांव में आयोजित एक नाइट क्रिकेट टूर्नामेंट के समापन समारोह के दौरान देर रात हुई गोलीबारी में सैदाबाद पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि अंजनी सिंह समेत तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना तब हुई जब कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अंजनी सिंह मौजूद थे और अचानक बदमाशों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं।

स्टेडियम में घुसे शूटर, अंजनी सिंह समेत तीन को मारी गोली

बुधवार देर रात जब क्रिकेट टूर्नामेंट का समापन समारोह चल रहा था, अंजनी सिंह मुख्य अतिथि के रूप में मंच पर थे। इसी दौरान, दो बाइकों पर सवार चार अज्ञात बदमाश अचानक कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे और अंजनी सिंह को निशाना बनाते हुए अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दीं। अंजनी सिंह को पैर और जांघ में तीन से चार गोलियां लगीं। हमलावरों ने भागने के दौरान दो अन्य दर्शक, राजा कुमार और धर्मेंद्र कुमार को भी गोली मार दी, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए।

घायलों को पटना रेफर, मुखिया प्रतिनिधि ने विधायक पर लगाया आरोप

गोलीबारी के बाद तीनों घायलों को तत्काल बिक्रम पीएचसी और बिहटा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनकी गंभीर हालत को देखते हुए, बेहतर इलाज के लिए उन्हें पटना रेफर कर दिया गया। अंजनी सिंह को पारस अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि राजा कुमार और धर्मेंद्र कुमार का इलाज एम्स पटना में चल रहा है।इस हमले के बाद अंजनी सिंह ने एक चौंकाने वाला आरोप लगाया है। उन्होंने विक्रम के विधायक सिद्धार्थ सौरभ, गनौरी यादव और राजेश यादव को इस हमले का जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि इन लोगों ने उनकी हत्या की साजिश रची थी।

पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल, थाने से 500 मीटर दूर वारदात

घटना की सूचना मिलते ही रानीतालाब थाना की पुलिस टीम तत्काल मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक हमलावर मौके से फरार हो चुके थे। पुलिस को घटनास्थल से छह खोखे, एक मैगजीन और एक बाइक बरामद हुई है। थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार ने बताया है कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और अपराधियों की तलाश जारी है। इस घटना ने पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। बताया जा रहा है कि अंजनी सिंह पिछले एक महीने से अपनी जान को खतरा महसूस कर रहे थे। उन्होंने इसकी जानकारी स्थानीय थाने और डीएसपी-2 को लिखित रूप में भी दी थी और लगातार सुरक्षा की मांग कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि यह सनसनीखेज वारदात थाने से महज 500 मीटर की दूरी पर हुई है, जो अपराधियों के बेखौफ होने को दर्शाता है।

चुनावी माहौल में बढ़ी आपराधिक गतिविधियां?

अंजनी सिंह दो बार मुखिया पद का चुनाव लड़ चुके हैं और पिछली बार उन्होंने अपनी पत्नी ममता देवी को सैदाबाद पंचायत से चुनाव मैदान में उतारा था, जिसमें उन्हें जीत मिली थी। बिहार में आगामी चुनावी माहौल को देखते हुए, इस तरह की आपराधिक घटनाओं का बढ़ना चिंता का विषय है। यह घटना अपराधियों के बुलंद हौसलों और कानून-व्यवस्था की चुनौतियों को एक बार फिर सामने लाती है। पुलिस प्रशासन के लिए यह एक बड़ी चुनौती है कि वह जल्द से जल्द अपराधियों को पकड़कर इस मामले का खुलासा करे और जनता में सुरक्षा का विश्वास बहाल करे।

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