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रीवा में विवाह की खुशियाँ मातम में बदलीं, चोरों ने दो घरों से लूटे 30 लाख, अमानवीयता की हदें पार par Aajtak24 News |
रीवा - जिले के गढ़ थाना अंतर्गत अगड़ाल गांव में 2 और 3 मई की दरम्यानी रात अज्ञात चोरों ने दुस्साहसिक वारदात को अंजाम देते हुए दो घरों को निशाना बनाया और लगभग 30 लाख रुपये की संपत्ति पर हाथ साफ कर दिया। इस चोरी की घटना ने न केवल पीड़ितों को भारी आर्थिक नुकसान पहुंचाया है, बल्कि चोरों ने अपनी अमानवीय हरकतों से गांव वालों को भी स्तब्ध कर दिया है। चोरों ने घरों के अंदर और बाहर शौच कर गंदगी फैलाई, जिससे पीड़ितों की धार्मिक भावनाओं को गहरा आघात पहुंचा है। यह शर्मनाक कृत्य ऐसे समय में किया गया जब घरों में विवाह की तैयारियां जोर-शोर से चल रही थीं, जिससे पूरे गांव में भय और आक्रोश का माहौल है।पहली घटना लक्ष्मण प्रसाद तिवारी के घर हुई, जहां चोर खिड़की तोड़कर घर में घुसे और विवाह के लिए जमा किए गए सोने-चांदी के जेवरात, नकदी, कपड़े और अन्य कीमती सामान चुरा ले गए। पीड़ित लक्ष्मण प्रसाद तिवारी के अनुसार, उनकी दो बेटियां विवाह के लिए घर आई हुई थीं और उनका भी काफी सामान चोरी हो गया। इस चोरी में लगभग 12 से 14 लाख रुपये का नुकसान होने का अनुमान है।
दूसरी वारदात इसी गांव के श्यामा चरण तिवारी के घर हुई, जहां चोरों ने उत्तर दिशा की दीवार काटकर प्रवेश किया। यहां से लगभग 15 से 16 लाख रुपये की संपत्ति चोरी हो गई। यह तीसरी बार है जब श्यामा चरण तिवारी के घर में चोरी हुई है, लेकिन पिछली दो घटनाओं में पुलिस आज तक कोई सुराग नहीं लगा पाई है। इस बार चोर उनके घर के बक्सों को उठाकर पीछे झाड़ियों में ले गए और वहां तोड़कर सारा सामान बिखेर दिया। इन चोरियों में सबसे निंदनीय और पीड़ादायक पहलू चोरों की अमानवीयता थी। उन्होंने न केवल घरों को लूटा, बल्कि अंदर और बाहर शौच कर घिनौनी गंदगी भी फैलाई। पीड़ित परिवारों का कहना है कि यह कृत्य सिर्फ चोरी नहीं, बल्कि उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित करने और उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का जानबूझकर किया गया प्रयास है। इस हरकत ने चोरों की विकृत मानसिकता को उजागर कर दिया है।
घटना की सूचना मिलते ही गढ़ थाना प्रभारी अवनीश पांडे, सहायक उप निरीक्षक एच.डी. वर्मा और सुखेंद्र सिंह तुरंत मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का मुआयना कर उच्च अधिकारियों को सूचित किया। हालांकि, घटना के बाद काफी समय बीत जाने पर भी फॉरेंसिक टीम के घटनास्थल पर न पहुंचने से ग्रामीणों में गहरा असंतोष है। लोगों का कहना है कि इतनी बड़ी वारदात के बावजूद जांच में लापरवाही बरती जा रही है, जो कि चिंताजनक है। ग्रामीणों को संदेह है कि इस चोरी की वारदात को किसी स्थानीय गिरोह ने अंजाम दिया है, जिन्हें विवाह की तैयारियों और घरों में रखे कीमती सामान की जानकारी पहले से थी। अगड़ाल गांव में पहले भी कई बार चोरी की घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन विडंबना यह है कि आज तक एक भी मामले का खुलासा नहीं हो सका है। इससे स्थानीय पुलिस की कार्यशैली और निष्क्रियता पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
इस घटना के बाद पूरे गांव में दहशत और गुस्से का माहौल है। पीड़ित परिवारों और ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए और एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन कर जल्द से जल्द चोरों को गिरफ्तार किया जाए और चोरी हुई संपत्ति बरामद की जाए। इसके साथ ही, श्यामा चरण तिवारी के घर पहले हुई दो चोरियों का भी खुलासा करने की मांग की गई है। अब सवाल यह उठता है कि क्या रीवा पुलिस इस बार पीड़ितों को न्याय दिला पाएगी? अगड़ाल गांव में हुई यह घटना सिर्फ एक चोरी नहीं, बल्कि एक ऐसी त्रासदी है जिसने विवाह की खुशियों को पल भर में मातम में बदल दिया है। जिस तरह से चोरों ने अमानवीय कृत्य कर पीड़ितों को मानसिक और धार्मिक रूप से प्रताड़ित किया है, वह पुलिस प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती है। देखना यह होगा कि क्या पुलिस इस चुनौती का सामना कर पीड़ितों को न्याय दिला पाती है या यह मामला भी पिछली घटनाओं की तरह अनसुलझा ही रह जाएगा।