भारत के प्रमुख शहरों में कोविड-19 का पुनः उभार: JN.1 वेरिएंट के साथ स्वास्थ्य विभाग हाई अलर्ट पर par Aajtak24 News

भारत के प्रमुख शहरों में कोविड-19 का पुनः उभार: JN.1 वेरिएंट के साथ स्वास्थ्य विभाग हाई अलर्ट पर par Aajtak24 News 

नई दिल्ली - भारत के कई बड़े शहरों में एक बार फिर कोरोना वायरस के मामलों में चिंताजनक वृद्धि दर्ज की जा रही है, जिसने पूरे देश के स्वास्थ्य तंत्र को अलर्ट पर ला दिया है। विशेष रूप से केरल, महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोविड संक्रमण की स्थिति गंभीर होने के कारण संबंधित राज्यों के स्वास्थ्य विभागों ने अस्पतालों को बेड, ऑक्सीजन सिलेंडर, टेस्टिंग किट और वैक्सीन की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए तत्काल निर्देश जारी किए हैं। यह स्थिति एक नए वैरिएंट के उभरने और उसके सक्रिय प्रसार से जुड़ी हुई है, जिससे सार्वजनिक स्वास्थ्य को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं।

JN.1 वेरिएंट: ओमिक्रॉन का सक्रिय उप-वेरिएंट और उसके लक्षण

दक्षिण एशिया में कोविड-19 के मामलों में इस ताजा वृद्धि के पीछे ओमिक्रॉन के उप-वेरिएंट JN.1 को मुख्य कारण माना जा रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह नया वेरिएंट अपनी अधिक सक्रियता के कारण तेजी से फैल रहा है, हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे अभी तक "वेरिएंट ऑफ कंसर्न" (चिंताजनक वेरिएंट) की श्रेणी में शामिल नहीं किया है, जिससे यह संकेत मिलता है कि इसकी गंभीरता पूर्व के खतरनाक वेरिएंट्स जितनी नहीं है। इस वेरिएंट से संक्रमित व्यक्तियों में आमतौर पर हल्के लक्षण देखे जा रहे हैं और अधिकांश संक्रमित व्यक्ति लगभग चार दिनों में स्वस्थ हो जाते हैं। JN.1 के आम लक्षणों में बुखार, नाक बहना, गले में खराश, सिर दर्द, थकान और कमजोरी शामिल हैं, जो इसे सामान्य फ्लू के समान बनाते हैं।

प्रमुख महानगरों और राज्यों में कोविड की ताजा स्थिति

  • दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इस महीने अब तक 23 नए कोविड मामले दर्ज हुए हैं, जो पिछले तीन सालों में इतनी कम अवधि में दर्ज हुए मामलों में पहली बार की वृद्धि को दर्शाते हैं। दिल्ली सरकार ने अस्पतालों को बेड, ऑक्सीजन, टेस्ट किट और वैक्सीन की पर्याप्त व्यवस्था बनाए रखने के लिए विस्तृत निर्देश दिए हैं। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने हालांकि जनता को आश्वस्त किया है कि नया वेरिएंट "साधारण फ्लू जैसा" है और घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सावधानी बरतने की सलाह दी है। दिल्ली-एनसीआर के नोएडा और गाजियाबाद में भी कोविड के इक्का-दुक्का मामले सामने आए हैं, जो इस क्षेत्रीय प्रसार की पुष्टि करते हैं।

  • केरल: कोविड-19 के मामलों में केरल में सबसे अधिक वृद्धि देखी गई है, जहाँ मई में अब तक 273 मामले सामने आए हैं। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने सभी जिलों को निगरानी बढ़ाने और विशेष सतर्कता बरतने के आदेश दिए हैं। सार्वजनिक स्वास्थ्य सुरक्षा के मद्देनजर, अस्पतालों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है और खांसी के लक्षण वाले सभी व्यक्तियों को मास्क पहनने की सलाह दी गई है, ताकि संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित किया जा सके।

  • कर्नाटक: कर्नाटक में भी कोविड के मामलों में मामूली वृद्धि दर्ज की गई है, जहाँ 35 नए मामले सामने आए हैं। चिंताजनक बात यह है कि इन मामलों में एक नौ महीने का बच्चा भी शामिल है, जो बच्चों में संक्रमण के जोखिम को उजागर करता है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने एसएआरआई (गंभीर श्वसन संक्रमण) के लक्षण वाले सभी लोगों को तुरंत कोविड-19 टेस्ट कराने की सलाह दी है।

  • मुंबई और महाराष्ट्र: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में मई में अब तक 95 कोविड केस रिपोर्ट हुए हैं, जो महाराष्ट्र राज्य के कुल मामलों का एक बड़ा हिस्सा है। हालांकि, राहत की बात यह है कि अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या अभी भी कम है। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने एसएआरआई के लक्षण वाले सभी मरीजों से अनिवार्य रूप से कोविड टेस्ट कराने को कहा है। पड़ोसी ठाणे जिले में भी पिछले तीन दिनों में 10 नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने दवाइयों और आवश्यक चिकित्सा आपूर्ति का पर्याप्त स्टॉक सुनिश्चित किया है।

आंध्र प्रदेश की एहतियाती तैयारी

आंध्र प्रदेश में अभी तक कोविड-19 के मामलों में कोई महत्वपूर्ण बढ़ोतरी दर्ज नहीं की गई है, लेकिन राज्य सरकार ने एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। सभी स्वास्थ्य केंद्रों को वैक्सीन, पीपीई किट और ट्रिपल लेयर मास्क की पर्याप्त आपूर्ति बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा, कोविड-19 प्रभावित देशों से आने वाले यात्रियों के लिए परीक्षण कराना अनिवार्य किया गया है, ताकि किसी भी संभावित आयातित संक्रमण को रोका जा सके।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने जनता से एक बार फिर सावधानी बरतने, भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचने, सामाजिक दूरी का पालन करने और मास्क पहनने की अपील की है। लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराना और आइसोलेशन में रहना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए महत्वपूर्ण है। सरकार और स्वास्थ्य विभाग स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए हैं और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।

 

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