15 हज़ार रिश्वत लेते ग्राम पंचायत सचिव धराया, उप सरपंच की शिकायत पर लोकायुक्त की कार्रवाई karayahi Aajtak24 News

 

15 हज़ार रिश्वत लेते ग्राम पंचायत सचिव धराया, उप सरपंच की शिकायत पर लोकायुक्त की कार्रवाई karayahi Aajtak24 News 

अनूपपुर - मध्य प्रदेश में सरकारी दफ्तरों में रिश्वतखोरी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। तमाम सख्ती और लोकायुक्त टीमों की लगातार कार्रवाइयों के बावजूद भ्रष्टाचार के मामले सामने आ रहे हैं। ताजा घटनाक्रम अनूपपुर जिले से है, जहां रीवा लोकायुक्त पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक ग्राम पंचायत सचिव को 15,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई भाद ग्राम पंचायत के उप सरपंच की शिकायत पर की गई है।

क्या है मामला?

जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार किए गए ग्राम पंचायत सचिव का नाम बृजेश तिवारी है। भाद ग्राम पंचायत के उप सरपंच शिवकुमार प्रजापति और राजेंद्र सोनी ने रीवा लोकायुक्त में शिकायत दर्ज कराई थी कि सचिव बृजेश तिवारी उनसे पुलिया निर्माण के लिए 20,000 रुपये की रिश्वत की मांग कर रहा था। लोकायुक्त निरीक्षक एस. राम मरावी ने बताया कि रिश्वत की यह राशि दो किस्तों में दी जानी तय हुई थी। शिकायतकर्ता उप सरपंच पहले ही 5,000 रुपये की पहली किस्त सचिव को दे चुके थे।

दूसरी किस्त लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया:

शिकायत मिलने के बाद लोकायुक्त टीम ने इसका सत्यापन कराया। शिकायत सही पाए जाने पर टीम ने दबिश दी। मंगलवार को जब ग्राम पंचायत सचिव बृजेश तिवारी रिश्वत की दूसरी किस्त के रूप में 15,000 रुपये ले रहा था, उसी दौरान लोकायुक्त टीम ने उसे रंगे हाथों दबोच लिया। फिलहाल, लोकायुक्त टीम ग्राम पंचायत सचिव बृजेश तिवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है। इस कार्रवाई ने एक बार फिर सरकारी कामकाज में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर किया है और यह दर्शाता है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लोकायुक्त की टीमें लगातार सक्रिय हैं।

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