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ग्राम पंचायत बास में भयंकर अग्निकांड: किसानों की खड़ी फसल, मकान और सामान जलकर राख rakh Aajtak24 News |
रीवा - मध्य प्रदेश के रीवा जिले की मनगवा तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत बास में रविवार दोपहर करीब 2 बजे अचानक आग लगने की घटना से पूरे गांव में हड़कंप मच गया। आग इतनी भयंकर थी कि कुछ ही घंटों में उसने दर्जनों बीघा क्षेत्र में फैली फसलों और ग्रामीणों की वर्षों की कमाई को जलाकर राख कर दिया। इस घटना में सबसे ज्यादा नुकसान गांव के प्रतिष्ठित किसान हरिनारायण मिश्रा पिता श्यामदास मिश्रा को हुआ है, जिनकी लगभग 6 एकड़ गेहूं की खड़ी फसल, एक ट्रैक्टर, तथा घर में रखा पूरा घरेलू सामान जैसे चावल, गेहूं, जौ, मोटर पंप, पाइप, बक्सा, लकड़ी, ड्रम, कपड़े, कुर्सी, टेबल आदि जलकर पूरी तरह नष्ट हो गए। इसके अलावा हरिनारायण मिश्रा के भाई लक्ष्मीकांत मिश्रा की भी गेंहूं की फसल आग की चपेट में आ गई, जिससे दोनो परिवारों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है। अनुमानतः केवल हरिनारायण मिश्रा के ही परिवार को 10 लाख रुपये से अधिक की क्षति हुई है।
प्रशासन की सुस्ती और सरपंच की गैरहाजिरी बनी चिंता का विषय
आग लगने की सूचना तुरंत चौकी प्रभारी आर. बी. सिंह को दी गई, जो मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में जुट गए। वहीं नायब तहसीलदार मनोज सिंह को जैसे ही सूचना प्राप्त हुई, उन्होंने तुरंत पटवारी और चौकीदार को घटनास्थल भेजने के निर्देश दिए। और स्वयं घटना स्थल में पहुंचे। लेकिन दूसरी ओर, स्थानीय सरपंच की भूमिका बेहद निराशाजनक रही। आग लगने के कई घंटे बीत जाने के बावजूद समाचार लिखे जाने तक सरपंच घटनास्थल पर नहीं पहुंचे थे, जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है। ग्रामीणों का कहना है कि जिला कलेक्टर के आदेशों की भी खुली अवहेलना की जा रही है और यदि अधीनस्थ कर्मचारी इसी तरह से लापरवाही बरतते रहे, तो भविष्य में इससे भी बड़ी दुर्घटनाएं हो सकती हैं।
समाजसेवी बने देवदूत
जहां प्रशासनिक तंत्र असहाय नजर आया, वहीं समाजसेवी नागेश्वर प्रसाद पटेल पिता श्री जगन्नाथ पटेल ने मानवता की मिसाल पेश की। उन्होंने अपने दो ट्रैक्टरों की सहायता से आग बुझाने में अहम भूमिका निभाई, और ग्रामीणों के साथ मिलकर लगातार प्रयास करते रहे। उनके योगदान की गांवभर में सराहना की जा रही है।
दमकल विभाग की देरी, आग ने ली विकराल रूप
रीवा जिले में एक साथ कई स्थानों पर आगजनी की घटनाएं होने के कारण दमकल वाहन मौके पर समय से नहीं पहुंच सके। इस विषय में राजस्व अधिकारी पी एस त्रिपाठी ने जानकारी दी कि अन्य स्थानों पर भी दमकल तैनात होने के कारण थोड़ी देरी हुई, लेकिन आग बुझाने का प्रयास प्राथमिकता से जारी है। नायक तहसीलदार मनोज सिंह ने बताया कि ग्रामीणों और पुलिस बल की मदद से आग पर काबू पाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने पटवारी दल को नुकसान का सटीक आकलन कर रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश भी दिए हैं।
फसलों के साथ उम्मीदें भी जलीं
ग्रामीणों का कहना है कि इस मौसम में जब फसल कटने की कगार पर थी, ऐसे में आग का कहर किसानों के लिए किसी आपदा से कम नहीं है। चारों ओर जली हुई फसलों की राख, बर्बाद खेत और रोते हुए परिवार—यह दृश्य पूरे गांव को गमगीन कर गया। अगर रात तक आग पर काबू नहीं पाया गया, तो यह और भी बड़े क्षेत्र को अपनी चपेट में ले सकती है। फिलहाल अनुमान है कि लगभग 25 से 30 हेक्टेयर क्षेत्र इस भीषण आग से प्रभावित हुआ है।
प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों और सामाजिक संगठनों ने प्रशासन से मांग की है कि लापरवाही बरतने वाले सरपंच व अन्य जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ तुरंत सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसे हालात फिर न उत्पन्न हों। साथ ही, पीड़ित परिवारों को शीघ्र उचित मुआवजा और सहायता राशि प्रदान की जाए।