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पाकिस्तान में खलबली! पीएम मोदी की सैन्य बैठक के बाद हमले की आशंका, LoC पर हाई अलर्ट, सेना में हलचल halchal Aajtak24 News |
नई दिल्ली/इस्लामाबाद - 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसारन घाटी में हुए बड़े आतंकी हमले ने भारत-पाकिस्तान संबंधों में फिर से भारी तनाव पैदा कर दिया है। इस हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की निर्मम हत्या के बाद भारत सरकार ने सीधे तौर पर पाकिस्तान समर्थित आतंकियों को दोषी ठहराया है। इसी क्रम में 29 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली स्थित अपने आवास पर एक उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक बुलाई, जिसमें देश के शीर्ष सैन्य अधिकारी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल शामिल हुए। पीएम मोदी ने इस बैठक में आतंकवाद के खिलाफ "कठोर और निर्णायक कार्रवाई" का संकेत देते हुए सेना को खुली छूट दे दी।
सेना को दी गई खुली छूट, ऑपरेशन तय करने की पूरी आज़ादी
बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि "आतंकवाद को करारा जवाब देना हमारा राष्ट्रीय संकल्प है।" उन्होंने सेना को कार्रवाई का तरीका, समय और लक्ष्य तय करने की पूरी स्वतंत्रता दे दी। सूत्रों के अनुसार अब सैन्य कार्रवाई से लेकर टारगेटेड ऑपरेशन तक सभी विकल्प खुल गए हैं।
यह घोषणा पाकिस्तान के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं थी। पाकिस्तानी मीडिया में एक दिन के भीतर ही कई अखबारों और न्यूज चैनलों पर भारत के संभावित सैन्य हमले को लेकर बड़ी बहस छिड़ गई है। पाकिस्तान के सबसे पुराने और चर्चित अखबार 'डॉन' ने लिखा—
"मोदी ने सेना को दी घुसपैठ की पूरी छूट, भारत कभी भी कर सकता है हमला"। वहीं 'पाकिस्तान ट्रिब्यून' ने इसे "ऑपरेशनल फ्रीडम" का नाम दिया और लिखा कि अब भारतीय सेना के पास हमले की पूरी छूट है।
भारत की सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट की याद से दहला पाकिस्तान
2016 की सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 की बालाकोट एयर स्ट्राइक को याद करते हुए पाकिस्तानी मीडिया और नेताओं में डर का माहौल साफ देखा जा सकता है। प्रधानमंत्री मोदी की बैठक के वीडियो और तस्वीरों के जारी होते ही सोशल मीडिया से लेकर संसद तक हलचल तेज हो गई।
पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने अपने बयान में कहा कि "पाकिस्तान पहले हमला नहीं करेगा, लेकिन अगर हमारी संप्रभुता पर हमला हुआ तो हम पूरी ताकत से जवाब देंगे।" वहीं पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्ला तरार ने भारत पर निराधार आरोप लगाने और टकराव की राह चुनने का आरोप लगाया है।
पाकिस्तान की सेना हाई अलर्ट पर, अफसरों ने परिवार विदेश भेजे
खबरों के अनुसार पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर हाई अलर्ट जारी कर दिया है। सेना प्रमुख असीम मुनिर के साथ कई वरिष्ठ अधिकारियों ने अपने परिवारों को ब्रिटेन, न्यू जर्सी और तुर्की जैसे देशों में भेज दिया है। यह कदम युद्ध की आशंका को और मजबूत कर रहा है।
आंतरिक कलह की चपेट में पाकिस्तानी सेना, 500 सैनिकों का इस्तीफा?
पाकिस्तानी मीडिया के कुछ हिस्सों से ऐसी खबरें सामने आई हैं कि पाकिस्तानी सेना के लगभग 500 सैनिकों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया है। यहां तक कि एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने सेना प्रमुख असीम मुनिर से इस्तीफे की मांग तक कर दी है। हालांकि, पाकिस्तान की तरफ से इस पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
आतंकी हमले के तीन आरोपी चिन्हित, दो पाकिस्तानी, एक भारतीय
भारत की पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने पहलगाम हमले में शामिल तीन आतंकियों की पहचान कर ली है। इनमें से दो पाकिस्तानी नागरिक और एक स्थानीय कश्मीरी युवक शामिल है। उनके खिलाफ वांटेड पोस्टर जारी कर दिए गए हैं और खोज अभियान युद्धस्तर पर जारी है।
कूटनीतिक मोर्चे पर भी तैयारी तेज, भारत करेगा अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान को बेनकाब
भारत इस हमले के पीछे पाकिस्तान समर्थित आतंकियों की संलिप्तता को लेकर संयुक्त राष्ट्र, जी-20 और अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान के खिलाफ सबूत पेश कर सकता है। विदेश मंत्रालय ने पहले ही संकेत दिए हैं कि पाकिस्तान की छवि को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उजागर करने की रणनीति बनाई जा रही है।
क्या युद्ध की ओर बढ़ रहा है दक्षिण एशिया?
हालात तेजी से बदल रहे हैं। भारत आंतरिक रूप से आतंक के खिलाफ निर्णायक मोड़ पर खड़ा है, जबकि पाकिस्तान कूटनीतिक और सैन्य दबाव में लगातार अस्थिर होता नजर आ रहा है। दोनों देशों की सेनाओं के बीच हाई अलर्ट, सख्त बयानबाजी और मीडिया में गर्मागरम चर्चाएं इस ओर इशारा कर रही हैं कि अगर कूटनीति सफल नहीं हुई, तो आने वाले दिन बेहद संवेदनशील हो सकते हैं।