![]() |
चारधाम यात्रा की तैयारियां लगभग पूरी, श्रद्धालुओं की संख्या पर कोई सीमा नहीं - गढ़वाल मंडल आयुक्त aayukt Aajtak24 News |
मुख्यमंत्री के निर्देशों के तहत विशेष व्यवस्थाएं:
गढ़वाल मंडल आयुक्त ने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि तीर्थयात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। पांडे ने कहा, "यात्रा की व्यवस्था के तहत पंजीकरण की प्रक्रिया भी जारी है। अब तक लगभग 13.5 लाख लोग ऑनलाइन पंजीकरण करा चुके हैं। इस बार यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या पर कोई सीमा नहीं होगी, और पंजीकरण में लगातार वृद्धि हो रही है।"
'ग्रीन यात्रा' के तहत पर्यावरण सुरक्षा का ध्यान:
इस साल, यात्रा को और भी पर्यावरण मित्र बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। गढ़वाल मंडल आयुक्त ने इस बारे में भी जानकारी दी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस यात्रा के लिए 'ग्रीन यात्रा' की टैगलाइन दी है। उन्होंने कहा, "हम तीर्थयात्रियों से अपील कर रहे हैं और फील्ड अफसरों को साफ तौर पर कहा गया है कि धामों का धार्मिक महत्व है और उनकी पवित्रता को बरकरार रखना है। लेकिन हम यह भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि यात्रा के मार्ग में कोई कूड़ा-कचरा न हो और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाली चीजों का इस्तेमाल न हो। इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्थाएं भी की गई हैं।"
यात्रा की तैयारियों पर लगातार निगरानी:
विनय शंकर पांडे ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यात्रा की तैयारियों पर विशेष ध्यान दिया है और पिछले साल की यात्रा समाप्त होते ही इस साल की तैयारी शुरू कर दी थी। पांडे ने बताया, "मुख्यमंत्री द्वारा इस साल की यात्रा की तैयारियां शुरू करने के निर्देश दिए गए थे। उन्होंने 2-3 बैठकों में अधिकारियों से फीडबैक लिया है और यात्रा की समुचित तैयारियों के लिए योजना बनाई है। मैंने फरवरी में ऋषिकेश में यात्रा कार्यालय में एक बैठक की थी, और 5 अप्रैल को गढ़वाल मंडल के सभी जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और विभिन्न विभागों के प्रमुख अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई थी।"
बीकेटीसी की तैयारियां:
इससे पहले एक आधिकारिक बयान में कहा गया था कि बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) का 30 सदस्यीय अग्रिम दल जीर्णोद्धार और बुनियादी ढांचे की व्यवस्था की देखरेख और काम शुरू करने के लिए बद्रीनाथ धाम पहुंच चुका है। यह दल यात्रा से पहले सभी व्यवस्थाओं को ठीक करने और यात्रा मार्ग को सुगम बनाने का काम करेगा। बद्रीनाथ धाम के कपाट 4 मई को खुलने जा रहे हैं।
मौसम की स्थिति और यात्रा की तारीखें:
बद्रीनाथ धाम में फिलहाल मौसम साफ है, लेकिन कुछ स्थानों और आसपास की पहाड़ियों पर हल्की बर्फबारी देखी जा रही है, जो यात्रा की तैयारियों में एक चुनौती हो सकती है। हालांकि, प्रशासन ने मौसम के हिसाब से जरूरी इंतजाम किए हैं ताकि तीर्थयात्रियों को किसी प्रकार की समस्या न हो।
उत्तराखंड के चार पवित्र स्थल—यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ—की तीर्थयात्रा हर साल लाखों श्रद्धालुओं द्वारा की जाती है। यह यात्रा आमतौर पर अप्रैल/मई में शुरू होती है और नवंबर तक चलती है। यात्रा के दौरान, प्रशासन ने सुरक्षा, स्वास्थ्य, यातायात और पर्यावरण की दृष्टि से कड़े प्रबंध किए हैं, ताकि तीर्थयात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो।
इस साल की चारधाम यात्रा में प्रशासन द्वारा की गई तैयारियां, तीर्थयात्रियों के लिए सुखद और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की लगातार निगरानी और अधिकारियों के प्रयासों से उम्मीद जताई जा रही है कि यात्रा पूरी तरह से सफल और बिना किसी परेशानी के संपन्न होगी।