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अतिरिक्त तहसीलदार की सांठगांठ से रो-हाउस खरीदने वाले ठगाए |
इंदौर - राऊ तहसील की धन्नड़ क्षेत्र में अवैध कॉलोनी काटने और उसमें 70 अवैध रो हाउस बनाने के पीछे अतिरिक्त तहसीलदार की सांठगांठ बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि पटवारी गौरव यादव ने अपनी रिपोर्ट 6 अगस्त 2024 को ही सौंप दी थी। इसके बाद इस रिपोर्ट को अतिरिक्त तहसीलदार दबा कर बैठे रहे। इस कारण धन्नड़ क्षेत्र स्थित अवैध कॉलोनी में 70 रो हाउस बना लिए गए। इन रो-हाउस को खरीदने वाले लोग अब अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। अतिरिक्त तहसीलदार यदि पटवारी की रिपोर्ट पर अमल करते और कार्रवाई करते तो अवैध कॉलोनी में 70 रो हाउस बनने से रोके जा सकते थे और लोगों को इस प्रकार ठगाए जाने से बचाया जा सकता था। जानकारी के अनुसार राऊ तहसील के धन्नड़ क्षेत्र में अपर कलेक्टर गौरव बैनल ने कार्रवाई करते हुए अवैध कॉलोनी ऑफिस सील कर दिया है। इस अवैध कॉलोनी के कांटे जाने से लेकर यहां 70 रो हाउस बनाए जाने तक की लंबी कहानी है। जानकारी में यह सामने आया है कि तत्कालीन पटवारी गौरव यादव ने मौका निरीक्षण कर मौका पंचनामा और अपनी रिपोर्ट 6 अगस्त 2024 को ही सौंप दी थी। इसमें स्पष्ट लिखा है कि अवैध कॉलोनी में बिना टीएनसी की परमिशन और अन्य खानापूर्ति किए बगैर ड्रेनेज लाइन आदि डाली जा रही है। पटवारी यादव की उक्त रिपोर्ट पर अतिरिक्त तहसीलदार यदि तुरंत कार्रवाई करते तो 70 रो हाउस बनने से रोके जा सकते थे, लेकिन सूत्र बताते हैं कि सांठ-गांठ के चलते राऊ तहसील के अतिरिक्त तहसीलदार ने उक्त रिपोर्ट को ठंडे बस्ते में डाल दिया। इसका परिणाम यह हुआ कि यहां अवैध कॉलोनी न केवल काट दी गई बल्कि वहां 70 रो हाउस भी बना दिए गए। इन रो हाउस को खरीदने वाले अब स्वयं को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।
अवैध कॉलोनी में करीब 7 करोड़ का मैटर
सूत्र बताते हैं कि इस पूरी अवैध कॉलोनी में कुल 70 रो हाउस बनाए गए हैं। इनमें से एक के तो सौदा होने की बात भी सामने आई है। इस प्रकार यदि पूरी कॉलोनी के अवैध रो हाउस पर नजर डाला जाए तो करीब 7 करोड रुपए का मैटर यहां सामने आता दिखाई दे रहा है। अतिरिक्त तहसीलदार यदि पटवारी द्वारा रिपोर्ट सौंपने के समय ही कार्रवाई करते तो रो हाउस खरीदने वाले लोगों को आज ठगी से बचाया जा सकता था।
कॉल डिटेल से हो सकते हैं कई और खुलासे
सूत्र बताते हैं कि अवैध कालोनी काटने में अतिरिक्त तहसीलदार से अर्जुन सिसोदिया, रमीज खान, प्रदीप तिवारी और अन्य कई लोगों की लंबी बातचीत हुई है। यदि इन सभी की कॉल डिटेल निकाली जाए तो मामले में कहीं और खुला से हो सकते हैं। साथ ही कई बड़े मामले और भी सामने आ सकते हैं।