मौसम में लगातार बदलाव से इंदौर में बढ़ी मच्छरों की संख्या, नगर निगम नहीं कर रहा फॉगिंग fanging Aajtak24 News


मौसम में लगातार बदलाव से इंदौर में बढ़ी मच्छरों की संख्या, नगर निगम नहीं कर रहा फॉगिंग fanging Aajtak24 News 

इंदौर - बार-बार हो रहे मौसम परिवर्तन के कारण इंदौर शहर में मच्छरों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। मच्छरों की आबादी बढ़ने के कारण मच्छर जनित रोगों से पीड़ित मरीजों की संख्या भी अस्पतालों में बढ़ाने के समाचार हैं। बताया जाता है कि एमवाय अस्पताल में पहले जहां प्रतिदिन 100 से 150 के करीब पेशेंट पहुंच रहे थे, वहीं करीब एक पखवाड़े से इनकी संख्या में दोगुनी बढ़ोतरी हुई है। हालांकि सभी मरीजों में मलेरिया या अन्य मच्छर जनित रोगों की पुष्टि नहीं हुई है। फिर भी डॉक्टरों का कहना है कि कहीं न कहीं मरीजों की संख्या बढ़ाने का कारण मौसम में बदलाव और मच्छरों की संख्या ही है। जानकारी अनुसार विगत 1 महीने से मौसम बार-बार लगातार बदल रहा है। कभी तेज गर्मी तो कभी अचानक मौसम में ठंडा के हो रही है। हाल ही के एक पखवाड़े पर ही नजर डालें तो होली के पहले जहां मौसम में ठंडक थी वहीं होली के बाद अचानक गर्मी बढ़ गई। हालांकि करीब एक सप्ताह भी पूरा नहीं हुआ था कि मौसम फिर ठंडा हो गया। इस कारण मच्छरों की संख्या में भी बढ़ोतरी हो गई। दूसरी और अचानक मौसम परिवर्तन से भी मरीज की संख्या में इजाफा हुआ है। वहीं डॉक्टरों का कहना है कि इस प्रकार का मौसम परिवर्तन न सिर्फ आमजन को प्रभावित कर रहा है बल्कि इससे मच्छर और वेक्टर जनित रोगों में भी बढ़ोतरी हो रही है। मच्छरों की संख्या बढ़ाने का एक कारण यह भी बताया जा रहा है कि नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग द्वारा मशीनों से मच्छर नाशक धुआं नहीं उड़ाया जा रहा है अर्थात फॉगिंग नहीं हो रही है।

नगर निगम के हर झोनल कार्यालय पर है फॉगिंग मशीनें 

जहां तक मच्छर नियंत्रण में नगर निगम की भूमिका का प्रश्न है तो इंदौर शहर में 22 झोनल कार्यालय नगर निगम के हैं। बताया जाता है कि हर झोन पर फागिंग मशीन पर्याप्त संख्या में मौजूद हैं। यह भी सूत्र बताते हैं कि निगम स्टोर से मच्छर नाशक दवाइयां हर महीने पर्याप्त मात्रा में नगर निगम के झोनल कार्यालय में द्वारा ली जा रही हैं, लेकिन ताज्जुब की बात है कि शहर में इन दावों का छिड़काव कहां किया जाता है यह किसी वह नहीं मालूम। वही निगम रिकॉर्ड में लगातार फागिंग किया जाना दर्शाया जाता है।

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