भरे बाजार में गुंडागर्दी, बहन की शादी के लिए सामान खरीदने गए युवकों पर जानलेवा हमला hamla Aajtak24 News


 भरे बाजार में गुंडागर्दी, बहन की शादी के लिए सामान खरीदने गए युवकों पर जानलेवा हमला hamla Aajtak24 News 

रीवा - जिले के गढ़ थाना क्षेत्र में स्थित कटरा बाजार में दिनदहाड़े एक खौ़फनाक घटना घटी, जिसने न केवल पीड़ितों बल्कि पूरे क्षेत्र को दहशत में डाल दिया। इस घटना में दो युवकों पर धारदार हथियारों से जानलेवा हमला किया गया। दोनों युवक अपनी बहन की शादी के लिए जरूरी सामान खरीदने बाजार गए थे, जो कि अगले दिन, 10 दिसंबर को होने वाली थी। लेकिन इस भयानक घटना ने न केवल पीड़ित परिवार बल्कि पूरी व्यवस्था को सवालों के घेरे में डाल दिया है। घटना कटरा बाजार स्थित दुर्गा मंदिर के दक्षिण में हुई। वेंकटेश द्विवेदी (पुत्र विद्याधर द्विवेदी) और आशीष द्विवेदी (पुत्र गजाधर द्विवेदी), दोनों निवासी पहिल पार गांव, नईगढ़ी थाना, अपनी बहन की शादी के लिए जरूरी सामान खरीदने बाजार पहुंचे थे। यह घटना उस समय हुई जब दोनों युवक अपनी गाड़ी बाजार में खड़ी कर रहे थे। इस दौरान उनका कुछ स्थानीय युवकों के साथ मामूली विवाद हो गया। देखते ही देखते यह विवाद हिंसक झगड़े में बदल गया। आरोप है कि हरिओम, राहुल, अंकित, आर्यन और अमित नामक युवकों ने फरसा और अन्य धारदार हथियारों से दोनों भाइयों पर हमला कर दिया। हमले में दोनों भाइयों को गंभीर चोटें आईं। हालांकि, स्थानीय लोगों ने बीच-बचाव किया और उन्हें हमलावरों से छुड़ाकर अस्पताल पहुंचाया।

वीडियो में दिखी हिंसा:

इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें देखा जा सकता है कि आरोपी युवक खुलेआम धारदार हथियारों के साथ बाजार में दहशत फैला रहे हैं। वीडियो में यह स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि आरोपी युवकों ने दोनों भाइयों को घेरकर बेरहमी से हमला किया।

पुलिस की भूमिका पर सवाल:

घटना के बाद, पीड़ित परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। हालांकि, परिवार का आरोप है कि पुलिस ने इस गंभीर घटना को हल्के में लिया। वीडियो में स्पष्ट रूप से धारदार हथियारों का इस्तेमाल दिख रहा है, लेकिन पुलिस ने इस मामले में अब तक धारदार हथियार का कोई उल्लेख नहीं किया है।

परिवार का कहना है कि पुलिस ने इस जानलेवा हमले को "साधारण मारपीट" का मामला बना दिया है, जबकि यह एक गंभीर हत्या के प्रयास का मामला था। परिवार का आरोप है कि या तो पुलिस किसी दबाव के कारण कार्रवाई करने से बच रही है, या फिर किसी राजनीतिक दबाव के चलते मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है।

आरोपियों का आपराधिक इतिहास:

घटना में शामिल आरोपियों पर पहले भी कई गंभीर आपराधिक मामलों में संलिप्त होने का आरोप है। स्थानीय लोगों के अनुसार, ये युवक बाजार में लंबे समय से आतंक फैला रहे थे, लेकिन पुलिस की लापरवाही के कारण इन्हें खुलेआम अपराध करने की छूट मिली हुई थी।

स्थानीय लोगों में भय और आक्रोश:

इस घटना ने पूरे क्षेत्र में भय और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है। बाजार के दुकानदार और स्थानीय लोग इस हमले से भयभीत हैं। उनका कहना है कि भरे बाजार में दिनदहाड़े इस तरह का हमला पुलिस और प्रशासन की विफलता को उजागर करता है।

स्थानीय लोगों ने पुलिस और प्रशासन से जल्द कार्रवाई की मांग की है, ताकि इस प्रकार के अपराधों पर अंकुश लगाया जा सके और लोगों को सुरक्षा का एहसास हो सके।

पीड़ित परिवार की अपील:

पीड़ित परिवार ने प्रशासन और पुलिस से मांग की है कि आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जाए। परिवार ने चेतावनी दी है कि यदि पुलिस ने समय रहते इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं की, तो वे न्याय की मांग के लिए बड़े आंदोलन का सहारा लेंगे।

प्रशासन के लिए गंभीर चुनौती:

यह घटना अब प्रशासन के लिए एक गंभीर चुनौती बन चुकी है। यदि इस घटना पर त्वरित और सख्त कार्रवाई नहीं की गई, तो अपराधियों का मनोबल और बढ़ सकता है, और इससे पूरे क्षेत्र में कानून व्यवस्था की स्थिति और भी बिगड़ सकती है।

यह घटना समाज के सामने कई महत्वपूर्ण सवाल खड़े कर रही है, जैसे क्या हमारे समाज में कानून-व्यवस्था का डर खत्म हो गया है? क्या पुलिस किसी दबाव के कारण निष्पक्ष कार्रवाई करने से बच रही है? ऐसे मामलों में त्वरित और सख्त कार्रवाई न केवल अपराधियों पर अंकुश लगाएगी, बल्कि समाज में कानून के प्रति विश्वास भी कायम रखेगी।

समाज में विश्वास की आवश्यकता:

समाज में कानून-व्यवस्था को लेकर विश्वास बनाए रखने के लिए आवश्यक है कि प्रशासन और पुलिस ऐसे मामलों में तुरंत कार्रवाई करें और अपराधियों को कड़ी सजा दिलवाएं। इस घटना के खिलाफ उचित कदम उठाना समाज के लिए जरूरी है, ताकि इस तरह की घटनाएं भविष्य में न घटें और लोग सुरक्षित महसूस करें।





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