सूरजपुर को बाल विवाह मुक्त बनाने के लिए कार्यशाला आयोजित, मनोज जायसवाल ने किया मार्गदर्शन Workshop organized to make Surajpur free from child marriage, Manoj Jaiswal provided guidance

सूरजपुर को बाल विवाह मुक्त बनाने के लिए कार्यशाला आयोजित, मनोज जायसवाल ने किया मार्गदर्शन Workshop organized to make Surajpur free from child marriage, Manoj Jaiswal provided guidance

 सूरजपुर -  सूरजपुर जिले को बाल विवाह मुक्त बनाने के उद्देश्य से आज रामानुजनगर में सचिवों और रोजगार सहायकों की कार्यशाला आयोजित की गई। जिला कलेक्टर श्री एस. जयवर्धन के निर्देश और जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री रमेश साहू के मार्गदर्शन में यह कार्यशाला जिला बाल संरक्षण अधिकारी श्री मनोज जायसवाल की अगुवाई में आयोजित की गई।

इस दौरान मनोज जायसवाल ने एन.एफ.एच.एस. के सर्वे का हवाला देते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ में सूरजपुर जिले में सबसे अधिक बाल विवाह होते हैं, जो 34 प्रतिशत हैं। इस समस्या को दूर करने के लिए सभी सचिवों और रोजगार सहायकों को उनके कार्यों के प्रति जागरूक किया गया। उन्होंने बताया कि बाल विवाह केवल एक सामाजिक बुराई नहीं है, बल्कि यह एक अपराध भी है। बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम के तहत बाल विवाह कराने वाले, अनुमति देने वाले और इसमें शामिल होने वाले सभी अपराधी होते हैं, जिन्हें 2 साल की सजा और 1 लाख रुपये का जुर्माना हो सकता है।

कार्यशाला में बताया गया कि सभी सचिवों को अपने-अपने ग्राम पंचायतों में विवाह पंजीकरण का कार्य अनिवार्य रूप से करना होगा और विवाह के दस्तावेजों की जांच करनी होगी। यदि किसी विवाह में उम्र कम पाई जाती है, तो इसकी सूचना टोल फ्री नंबर 1098, 181, 112 या संबंधित परियोजना अधिकारी और पर्यवेक्षक को देनी होगी।

कार्यशाला में बाल श्रम, पॉक्सो, गुड टच-बेड टच, मानव तस्करी, नशा मुक्ति और बाल संरक्षण से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा की गई। अंत में, सभी उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों ने बाल विवाह मुक्त गाँव बनाने का संकल्प लिया।

इस कार्यक्रम में जिला बाल संरक्षण अधिकारी श्री मनोज जायसवाल, जनपद पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री संजय राय, सामाजिक कार्यकर्ता अंजनी साहू, चाइल्ड लाइन से जनार्दन यादव और श्री रमेश साहू सहित कई लोग उपस्थित थे।

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