देवास में उप सरपंच की दबंगई, शासकीय कुएं और भूमि पर किया अवैध कब्जा kabja Aajtak24 News |
देवास - ग्राम मुंगावदा के उप सरपंच रंजन सिंह राठौड की दबंगता और अवैध कब्जे की घटनाएं सामने आई हैं। राठौड ने पंचायत द्वारा 50 साल पहले बनाए गए शासकीय कुएं पर कब्जा कर लिया है, जो गांववासियों के लिए पानी का प्रमुख स्रोत था। इसके साथ ही, राठौड ने उस कुएं पर छत डालकर एक निजी घर और गार्डन बना लिया है। यह मामला तब और गंभीर हो जाता है जब यह पता चलता है कि राठौड ने इससे पहले शासकीय स्कूल पर भी कब्जा किया था। जिस पर प्रशासन द्वारा कार्रवाई की गई थी। और उप सरपंच के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई थी। लेकिन राठौड अपनी आदतों से बाज नहीं आए, और अब उन्होंने सर्वे नंबर 62, जो कि शासकीय भूमि है, उस पर भी कब्जा कर लिया है। गांव के निवासियों ने प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि राठौड की दबंगई से गांववासियों को सार्वजनिक संपत्तियों का उपयोग नहीं मिल रहा है, और यह पूरी पंचायत के लिए एक गंभीर समस्या बन चुकी है। ग्रामीणों ने प्रशासन से अपेक्षा की है कि अवैध कब्जे की समस्या का समाधान जल्द किया जाए, ताकि लोगों को आवश्यक सुविधाएं मिल सके। और सरकारी संपत्तियों का दुरुपयोग रोका जा सके और जनता का विश्वास प्रशासन पर बना रहे। ग्राम मुंगावदा के शासकीय कुएं को 50 साल पहले गांववासियों के पानी की आपूर्ति के लिए पंचायत द्वारा बनाया गया था। लेकिन अब उप सरपंच राठौड ने उस कुएं पर न केवल कब्जा कर लिया है, बल्कि उस पर एक छत डालकर अपने घर और गार्डन का निर्माण भी कर लिया है। इसी तरह राठौड ने शासकीय स्कूल पर भी पहले कब्जा किया था, जिसके बाद प्रशासन ने कार्रवाई की थी। अब, राठौड ने सर्वे नंबर 62 पर कब्जा कर लिया है, जो पूरी तरह से शासकीय भूमि है। यह मामला स्थानीय प्रशासन और पंचायत के लिए चुनौती बन गया है, क्योंकि इसे पहले भी नजरअंदाज किया गया था। गांव के लोग इस अवैध कब्जे से नाराज हैं। उनका कहना है कि राठौड की दबंगई से गांववासियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। गांव के एक स्थानीय निवासी ने बताया, "यह कुआं हमारे लिए जीवनदायिनी था, लेकिन अब हमें पानी के लिए परेशानी हो रही है क्योंकि उप सरपंच ने इसे निजी संपत्ति बना लिया है। हम प्रशासन से न्याय की उम्मीद रखते हैं।" इस घटना ने प्रशासन के सामने अवैध कब्जे और पंचायत की संपत्तियों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह है कि प्रशासन इस मामले में कितनी जल्दी कार्रवाई करता है और कब तक राठौड के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाते हैं। ग्राम पंचायत में कुएं पर किए गए अवैध कब्जे का मामला संज्ञान में आया है। जल्द ही कब्जा हटवाया जाएगा।