जांजगीर-चाम्पा पुलिस की बड़ी कार्रवाई: नौकरी के नाम पर लाखों का फर्जीवाड़ा, आरोपी गिरफ्तार Big action by Janjgir-Champa Police: Fraud of lakhs in the name of job, accused arrested |
जांजगीर - थाना जांजगीर पुलिस ने नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये की धोखाधड़ी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर उसे न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। यह गिरफ्तारी पुलिस द्वारा किए गए त्वरित और प्रभावी कार्यवाही का परिणाम है।
आरोपी का नाम:
मनमोहन सिंह, पिता स्व. सुख्खुराम, उम्र 46 वर्ष, निवासी न्यू चंदनियापारा, वार्ड 08, जांजगीर-बाना, जिला जांजगीर-चाम्पा।
मामले का विवरण:
मामला वर्ष 2019 का है, जब प्रार्थीया सुलोचना बंजारे, जो कि बालको थाना बालको, जिला कोरबा की निवासी हैं, ने छत्तीसगढ़ शिक्षककर्मी एवं प्रयोगशाला सहायक पद की भर्ती के लिए आवेदन किया था। इसी दौरान, प्रार्थीया की आरोपी से जान पहचान हुई और आरोपी ने उसे नौकरी दिलवाने का आश्वासन दिया। आरोपी ने कहा कि यदि वह नौकरी के लिए आवेदन करेगी, तो उसे चयनित किया जाएगा, लेकिन इसके बदले उसे 5-6 लाख रुपये की रकम देनी होगी।
प्रार्थीया के परिवार के सदस्य, उसके पति और चाचा दिनांक 14 अक्टूबर 2019 को आरोपी के घर जांजगीर पहुंचे और आरोपी से बातचीत की। आरोपी ने कहा कि यदि वह जल्दी रकम देंगे तो उनका नाम रिजल्ट में आने की संभावना है और नौकरी मिल जाएगी। आरोपी ने 1,50,000 रुपये की एडवांस राशि मांगी, जिसे प्रार्थीया ने उसी दिन दिया। साथ ही, नेहरू नगर बालको निवासी कृष्णा कश्यप ने भी नौकरी दिलवाने के नाम पर आरोपी को 1,50,000 रुपये दिए।
15 अक्टूबर 2019 को जब वैकेंसी का रिजल्ट जारी हुआ, तो प्रार्थीया को पता चला कि उसका नाम रिजल्ट में नहीं आया और वह धोखाधड़ी का शिकार हो गई। आरोपी द्वारा उसे पैसे वापस करने में टालमटोल किया जाने लगा। इस पर प्रार्थीया ने आरोपी से पैसे वापस मांगने की कोशिश की, लेकिन आरोपी लगातार उसे धोखा देता रहा।
पुलिस कार्यवाही:
प्रार्थीया द्वारा मामले की शिकायत थाना जांजगीर में दर्ज कराई गई, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला पंजीबद्ध किया। पुलिस अधीक्षक श्री विवेक शुक्ला के मार्गदर्शन में थाना जांजगीर की टीम ने आरोपी की तलाश शुरू की।
पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर आरोपी मनमोहन सिंह को उसके निवास स्थान से गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने नौकरी दिलाने के नाम पर पैसे लेकर धोखाधड़ी की थी और कुछ रुपये फोन पर वापस किए थे। आरोपी ने अपने अपराध को स्वीकार करते हुए कहा कि उसने अन्य लोगों से भी इसी तरह पैसे लिए थे।
आरोपी की गिरफ्तारी:
आरोपी मनमोहन सिंह को 6 नवम्बर 2024 को गिरफ्तार किया गया और उसे न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया। इसके अलावा, इस मामले में आरोपी के खिलाफ सभी कानूनी कार्रवाई की गई है।
पुलिस टीम का योगदान:
इस कार्यवाही में थाना प्रभारी निरीक्षक प्रवीण कुमार द्विवेदी, प्रधान आरक्षक राजकुमार चंद्रा, आरक्षक दिलीप सिंह, वीरेंद्र भैना और पूरी पुलिस टीम ने अहम भूमिका निभाई, जिससे आरोपी की गिरफ्तारी सुनिश्चित हुई।
निष्कर्ष:
इस घटना से यह साफ होता है कि धोखाधड़ी के मामलों में पुलिस द्वारा त्वरित और प्रभावी कार्यवाही से अपराधियों को पकड़ने में सफलता मिलती है। जांजगीर-चाम्पा पुलिस ने इस मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है, जिससे नागरिकों में विश्वास पैदा हुआ है।