बालाघाट में विधिक सेवा को सशक्त बनाने के लिए वॉलंटियर्स को प्रशिक्षित किया गया Volunteers trained to strengthen legal services in Balaghat |
बालाघाट - प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश व अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री दिनेश चन्द्र थपलियाल के मार्गदर्शन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बालाघाट में पैरालीगल वॉलंटियर्स का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ श्री थपलियाल द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर प्रधान न्यायाधी कुटुम्ब न्यायालय श्री अजयकांत पाण्डेय, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री सुरेन्द्र सिंह गुर्जर, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री मनीष सिंह, जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री जीतेन्द्र मोहन धुर्वे, डिफेंस काउंसिल और पैरालीगल वॉलंटियर्स उपस्थित रहे।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में अपने उद्बोधन में न्यायाधीश श्री थपलियाल ने कहा, "विधिक सेवा का परम उद्देश्य 'न्याय सबके लिए' की सफलता तभी है जब यह देश के हर व्यक्ति तक, चाहे वे कितने ही दूर क्यों न हों, विधिक सहायता पहुंचाए।" उन्होंने पैरालीगल वॉलंटियर्स से यह अपेक्षा की कि वे आम जरूरतमंद व्यक्तियों और विधिक सेवा संस्थाओं के बीच की दूरी को मिटाकर न्याय के अभियान में आने वाली बाधाओं को हटा सकें।
जिला न्यायाधीश और सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री सुरेन्द्र सिंह गुर्जर ने भी अपने विचार साझा करते हुए कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से सभी प्रतिभागी एक-दूसरे के कार्यों और योजनाओं को समझेंगे। उन्होंने कहा, "यह कार्यक्रम न केवल संवेदनशीलता बढ़ाएगा, बल्कि हम सभी मिलकर जन जागरूकता बढ़ाने का प्रयास करेंगे।"
प्रशिक्षण में विभिन्न विषयों पर जानकारी दी गई, जिनमें शामिल हैं:
- लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम: श्री गुर्जर ने इस अधिनियम के प्रावधानों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।
- किशोर न्याय (बालकों की देखरेख और संरक्षण) अधिनियम 2015: श्री जीतेन्द्र मोहन धुर्वे ने इसके प्रावधानों पर प्रकाश डाला।
- श्रम विधियों: श्रम निरीक्षक श्री सुनील यादव ने श्रम कानूनों के बारे में जानकारी प्रदान की।
- महिला थाना बालाघाट: उपनिरीक्षक श्रीमती किरण बटके ने महिलाओं से संबंधित कानून और पुलिस की कार्यप्रणाली के संबंध में जानकारी दी।
कार्यक्रम के अंत में सभी पैरालीगल वॉलंटियर्स को प्रमाण-पत्र वितरित किए गए, जिससे उन्हें उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य आम जनता को विधिक सहायता प्रदान करना और न्याय के प्रति जागरूकता बढ़ाना था।