बलौदाबाजार – आगामी नवरात्र पर्व के अवसर पर जिले में शांति और सौहार्द बनाए रखने के उद्देश्य से पुलिस ने दुर्गा पंडाल अध्यक्षों और गरबा-डांडिया आयोजकों की एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया।
बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और उप पुलिस अधीक्षक यातायात ने सभी आयोजकों को सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नवरात्र पर्व के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता है, और इसके लिए सभी आयोजकों का सहयोग आवश्यक है।
बैठक में निम्नलिखित निर्देश दिए गए
पंडाल स्थान: दुर्गा पंडालों को सड़क के बीच में नहीं लगाना है ताकि यातायात बाधित न हो।
इलेक्ट्रिकल सेफ्टी: पंडाल में सभी विद्युत कनेक्शनों की जांच करानी होगी। कोई भी दुर्घटना होने पर आयोजक जिम्मेदार होंगे।
सुरक्षा व्यवस्था: पंडालों में पर्याप्त संख्या में सिक्योरिटी गार्ड और वालंटियर्स की व्यवस्था की जाएगी। उनकी मीटिंग संबंधित थाना में की जाएगी।
आगजनी से बचाव: पंडालों में अग्निशामक यंत्र और पानी के टैंकर की व्यवस्था होनी चाहिए।
CCTV इंस्टालेशन: प्रत्येक पंडाल में CCTV लगाने और उनकी मॉनिटरिंग करने की व्यवस्था होनी चाहिए।
ध्वनि विस्तारक यंत्र: ध्वनि यंत्रों का उपयोग करते समय शासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन किया जाएगा।
रात्रि सुरक्षा: पंडाल में रात में आयोजक उपस्थित रहेंगे।
सुरक्षा उपाय: भूल-भुलैया या लंबी गुफाएं बनाने से बचना चाहिए, जो दुर्घटनाओं का कारण बन सकती हैं।
विसर्जन की जानकारी: पंडालों को विसर्जन कार्यक्रम और मार्ग की जानकारी तीन दिन पूर्व संबंधित थाना को देनी होगी।
तालाब में मूर्ति: तालाब के बीच में मूर्ति स्थापित नहीं की जाएगी; सुरक्षा के लिए गोताखोर की व्यवस्था की जाएगी।
फूहड़ता पर रोक: गरबा-डांडिया कार्यक्रम में अभद्र गाने या नृत्य का प्रदर्शन नहीं किया जाएगा।
CCTV एवं सुरक्षा: गरबा-डांडिया कार्यक्रम में CCTV और सुरक्षा गार्ड की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
परिचय पत्र: आयोजक समिति द्वारा सभी प्रतिभागियों और सदस्यों को परिचय पत्र या पास जारी किया जाएगा, ताकि बाहरी व्यक्तियों की उपस्थिति पर नियंत्रण हो सके।
पुलिस प्रशासन ने नवरात्र पर्व को सफल और सुरक्षित बनाने के लिए सभी से सहयोग की अपेक्षा की। सभी आयोजकों ने पर्व को शांति और सौहार्द के साथ मनाने का संकल्प लिया।