कोरिया - जिले में मेसर्स मंगला राइस मिल के संचालिका श्रीमती कमला ठाकुर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, जो कि खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में कस्टम मिलिंग के अनुबंध का उल्लंघन कर 3852 टन धान का गबन करने के आरोप में है।
जिला विपणन कार्यालय बैकुण्ठपुर द्वारा की गई जांच में यह पता चला है कि श्रीमती ठाकुर ने भारतीय खाद्य निगम (FCI) और नागरिक आपूर्ति निगम के लिए निर्धारित चावल जमा करने में गंभीर अनियमितता की है। जांच के दौरान, मिल परिसर और गोदाम में धान और चावल की मात्रा निरंक पाई गई, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि मेसर्स मंगला राइस मिल द्वारा उठाए गए धान का उचित वितरण नहीं किया गया।
प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, मेसर्स मंगला राइस मिल ने 3895 टन धान का उठाव किया था, जिसमें से केवल 28.98 टन चावल जमा किया गया है। जिला स्तरीय जांच टीम के अनुसार, बाकी का धान गायब है, जो गबन की श्रेणी में आता है।
जिला विपणन अधिकारी श्रीमती प्रीति भारद्वाज ने बताया कि इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जिला कलेक्टर ने मेसर्स मंगला राइस मिल के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 318 (4), 316 (5) एवं 61 के तहत एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं।
जांच के दौरान मिल संचालिका ने कहा कि मिल में मशीनें खराब हैं और छत से पानी टपकने के कारण समस्याएं आ रही हैं। हालांकि, अधिकारियों ने उनके जवाब को संतोषजनक नहीं माना और मामले की गंभीरता को देखते हुए आगे की कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना जिले में कृषि और खाद्य सुरक्षा से संबंधित मुद्दों पर एक महत्वपूर्ण सवाल खड़ा करती है और प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने का निर्णय लिया है कि इस तरह की अनियमितताओं को रोकने के लिए कड़े उपाय किए जाएं।