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कांकेर में 4 इनामी नक्सलियों का आत्मसमर्पण, कुल 12 लाख रुपये का इनाम घोषित ghosit Aajtak24 News |
कांकेर - जिला पुलिस कांकेर ने नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत एक महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है। आज, चार प्रमुख इनामी नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है, जिन पर कुल 12 लाख रुपये का इनाम घोषित था। आत्मसमर्पण के इस अवसर पर शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर और नक्सलियों की खोखली विचारधारा तथा उनके शोषण और हिंसा से तंग आकर इन नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के समक्ष आत्मसमर्पण किया। आत्मसमर्पण के कार्यक्रम में श्री के.एल.ध्रुव (DIG KANKER), श्री हरिन्दर पाल सिंह सोही (DIG BSF), और श्री आई.के.एलिसेला (SSP KANKER) ने प्रमुख भूमिका निभाई। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भानुप्रतापपुर श्री संदीप पटेल और अन्य पुलिस अधिकारी भी उपस्थित रहे। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को पुनर्वास नीति के तहत 25-25 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई। आत्मसमर्पित नक्सलियों में प्रमुख रूप से कुऐमारी एलओएस कमांडर सुरजन्ना उर्फ सीताय कोर्राम, नरेश उर्फ लक्कु पुनेम, सागर उर्फ गंगा दिड़दो और अंजू उर्फ सरिता शोरी शामिल हैं। इन नक्सलियों पर विभिन्न अभियानों और हिंसक घटनाओं में शामिल होने के आरोप थे।
सुरजन्ना उर्फ सीताय कोर्राम ने 2007 में बेनूर एलओएस कमांडर राजेश द्वारा नक्सल संगठन में भर्ती किया गया था और तब से वह कुऐमारी एलओएस/एरिया कमेटी में सक्रिय रहे। उनके नाम कई प्रमुख नक्सली घटनाओं में शामिल होने का आरोप है, जिसमें 2010 में 27 सुरक्षा बल के जवानों की शहादत शामिल है।
नरेश उर्फ लक्कु पुनेम 2013 से नक्सल संगठन से जुड़ा रहा और कुऐमारी एरिया कमेटी में सदस्य था। उसने 2023 और 2024 में कई पुलिस-नक्सली मुठभेड़ों में शामिल होने का आरोप है।
सागर उर्फ गंगा दिड़दो 2017 से नक्सल संगठन के विभिन्न अंगों में सक्रिय रहा और कुऐमारी एलओएस सदस्य के रूप में कई नक्सली घटनाओं में शामिल था।
अंजू उर्फ सरिता शोरी 2019 से कुऐमारी एलओएस की सदस्य थी और उसने कई हिंसक घटनाओं में अपनी भागीदारी निभाई।
इन नक्सलियों का आत्मसमर्पण न केवल पुलिस की सफलता का प्रतीक है बल्कि यह संकेत भी है कि शासन की पुनर्वास नीति प्रभावी हो रही है। आत्मसमर्पण करने वाले इन नक्सलियों के लिए एक नई जिंदगी की शुरुआत होगी और इससे क्षेत्र में शांति की उम्मीदें भी बढ़ी हैं।