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| भारतीय किसान संघ ने कृषि अनुसंधान परिषद पर गंभीर आरोप लगाए lagaye Aajtak24 News |
शाजापुर - भारतीय किसान संघ ने कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के संदिग्ध समझौतों पर गंभीर आपत्ति जताई है। संघ के प्रतिनिधि डॉ. अंबावतीय ने आज कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली में एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने आईसीएआर की गतिविधियों पर चिंता व्यक्त की। ज्ञापन में प्रमुख मांग की गई है कि आईसीएआर किसानों के लाभ की आड़ में संदेहास्पद और विवादास्पद समझौतों से बाज आए। डॉ. अंबावतीय ने आरोप लगाया कि आईसीएआर, जो भारत का सबसे बड़ा सार्वजनिक कृषि अनुसंधान संस्थान है, अपनी विशेषज्ञता और वैज्ञानिक प्रतिभा को विदेशी कंपनियों के साथ समझौतों के तहत साझा कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति भारतीय कृषि के हितों को नुकसान पहुँचा रही है, क्योंकि देशभर में हजारों वैज्ञानिक दशकों से फसल विविधीकरण, खाद्य सुरक्षा और विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। ज्ञापन में यह भी कहा गया कि आईसीएआर के इस कदम से देश की कृषि अनुसंधान क्षमताओं को कमजोर किया जा रहा है और किसानों को लाभ देने की बजाय विदेशी कंपनियों को फायदा पहुँचाया जा रहा है। भारतीय किसान संघ ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई और मांग की कि आईसीएआर को अपनी नीतियों पर पुनर्विचार करना चाहिए और किसानों के हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी चाहिए।
