इस संसार में ईश्वर मानव-जाति की रक्षा स्वयं नहीं कर पाते हैं इसीलिए धरती पर अपने रुप में डाक्टर को भेज दिये हैं - कुलवंत सिंह सलूजा saluja Aajtak24 News

 



इस संसार में ईश्वर मानव-जाति की रक्षा स्वयं नहीं कर पाते हैं इसीलिए धरती पर अपने रुप में डाक्टर को भेज दिये हैं -  कुलवंत सिंह सलूजा saluja Aajtak24 News 

चाम्पा - मानव-जाति की सेवा में लगे डाक्टर को ईश्वर का दूसरा रुप माना जाता हैं। यही कारण हैं कि चिकित्सा जैसा सेवा और प्रतिष्ठा किसी दूसरे पेशे ने अर्जित नहीं की हैं। डाक्टर दिवस लाल क्नेसन का प्रतीक हैं । जिस प्रकार रंग-बिरंगे फूलों के रंग एक-दुजें के प्रति स्नेह प्रेम, बलिदान, साहस और बहादुरी को दर्शाता हैं ठीक उसी प्रकार मेडिकल प्रोफेशन और उनके योगदान के समनार्थी हैं। यह अत्यंत हर्ष की बात हैं कि कोसा कांसा और कंचन की नगरी चांपा में आज भी डाक्टर को मरीज भगवान के रुप में मानते हैं और दूरदराज से ईलाज कराने आते हैं और चिकित्सक भी चिकित्सा सेवा को समाजसेवा के समतुल्य मानकर अपनी सेवाएं दे रहे हैं  यानी कि मरीजों के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का पूरा कर रहे हैं , ऐसे में उनका सम्मान हमारे लिए गौरव की बात हैं। स्वस्थ शरीर जिंदगी की पहली पाठशाला हैं। लोगों की जिंदगी बचाने और एक स्वस्थ स्थान बनाने के लिए डाक्टर अथक प्रयास करते हैं ,उनके समर्पण ,करुणा और विशेषज्ञता ज्ञापित करने दिनांक 1 जुलाई 2024 डांक्टरर्स-डे के शुभ अवसर पर कोसा , कांसा एवं कंचन की नगरी चांपा के 7 चिकित्सकों यथा शिशु रोग विशेषज्ञ डांस राधेश्याम सोनी, डां नरेश देवांगन ,नेत्र रोग विशेषज्ञ मयंक दुबे ,आयुर्वेदिक चिकित्सक जी पी दुबे ,स्त्री रोग विशेषज्ञ डां श्रीमति अमृता सोनी ,कृष्णा हांस्पीटल‌ के डायरेक्टर डां लक्ष्मीकांत सोनी ,शिशु रोग विशेषज्ञ डांस विजय कुमार अग्रवाल तथा बिलासपुर के एक सुप्रसिद्ध दंत रोग चिकित्सक डां अमित स्वर्णकार का उनके चिकित्सालय स्थल पर पहुंचकर अंग वस्त्र ,गुलदस्ता, मोमेंटो तथा गिफ्ट के रुप में पेन सेंट भेंटकर अभिनंदन किया गया। रविंद्र कुमार सोनी ने काव्यमय अभिनंदन पत्रक का वाचन कर चिकित्सकों को सादर समर्पित किया।  

राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस पर  मंगल बधाई


चिकित्सक ईश्वर के रूप होते हैं ,

संकट में सभी के साथ होते हैं।

रोगियों के कष्टों को दुर करते हैं,

हर दिन नव-जीवन देते हैं ।।


दर्द की राह में हैं सहयोगी,

संजीवनी की आस होते हैं ।

हर आह को मुस्कान में बदलते,

वो जीवन के उजास होते हैं ।।


संकट की घड़ी में डॉक्टर 

हर जन की जरूरत हैं ।

श्वेत वस्त्रों में वो देवता 

मानवता की दिव्य मूरत हैं ।।


बधाई हो आपको जीवनदाता,

बधाई हों करुणा के सागर।

आपके बिना अधूरी है सृष्टि,

धन्य हैं हम आपको पाकर।।

सादर समर्पित - कुलवंत सिंह सलूजा अध्यक्ष प्रेस क्लब चांपा तथा रविन्द्र कुमार द्विवेदी 

ईश्वर की अनुपम, अद्भुत,अद्वितीय, महानतम, श्रेष्ठतम कृति, धरा के ईश्वरीय स्वरूप, पूर्व जिला चिकित्सा अधिकारी, चिकित्सा जगत के ख्यातिलब्ध चिकित्सक, डांक्टर अग्रवाल परिवार को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस की अनवरत बधाई एवं शुभकामना देने साथ ही अन्यान्य डांक्टरों को इस परमार्थ दिवस पर अभिनंदन करते हुए बधाई दी गई ।डांक्टर डे के अवसर पर कुलवंत सिंह सलूजा ने कहा कि हमारे देश में स्वस्थ्य को एक सेवा के रुप में देखा जाता हैं और हमारे कर्तव्यनिष्ठ पेशेवर चिकित्सक निस्वार्थ भाव से काम करके सेवा परमो धर्म: की परंपरा का पालन कर रहे हैं । साहित्यकार तथा पूर्व प्राध्यापक  शशिभूषण सोनी ने कहा कि हर वर्ष एक जुलाई को  राष्ट्र आपकी नि:स्वार्थ सेवा दान, कर्त्तव्य- परायणता और त्याग-भावना का हम सम्मान करते हैं। मेडिकल व्यवसाय में कार्यरत गौरव‌ गुप्ता ने कहा कि बीमारी के खिलाफ लड़ाई में डाक्टर एक योद्धा की भूमिका में होते हैं , उनके अनवरत सेवा ,समर्पण ,साहस और स्नेह भावना को नमन करता हूं । पत्रकार बलराम पटेल‌ तथा विक्रम तिवारी ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में भी डांक्टरों ने अपने जीवन की परवाह ना करते हुए कोविड़ योद्धा की तरह हर कदम पर खड़े रहे और नि:स्वार्थ भाव से अपने कर्तव्य का पालन करते रहे ,उन सबका सम्मान और अभिनंदन फक्र  की बात हैं।




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