![]() |
जिला शिक्षा अधिकारी की शिक्षक पर अत्यधिक मेहरबानी |
इंदौर - वैसे तो शिक्षा विभाग हमेशा ही किसी न किसी मामले को लेकर चर्चाओं में रहता है। इस बार भी ऐसा ही हुआ है। गलत टिप्पणी पर पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) को हटाए हुए अभी एक सप्ताह भी नहीं बीता कि नवागत प्रभारी डीईओ भी एक आदेश जारी कर चर्चाओं में आ गई हैं। नवागत डीईओ ने एक व्याख्याता पर अत्यधिक मेहरबानी दिखाते हुए उसे काउंसलिंग समिति में शामिल करने के लिए प्राचार्य बता दिया है। इसके बाद न केवल सरकारी स्कूलों के प्राचार्य बल्कि सम्पूर्ण शिक्षा विभाग में हलचल मची हुई है। संबंधित शिक्षक व्याख्याता है इसे बातचीत के दौरान स्वयं प्रभारी डीईओ ने भी स्वीकार किया है। जानकारी अनुसार प्राथमिक शिक्षक संवर्ग को माध्यमिक शिक्षक संवर्ग में उच्च पद पर पदस्थापना की जाना है। लोक शिक्षण संचालनालय (डीपीआई) के आदेश पर सहायक संचालक और प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी सुषमा वैश्य ने 19 जुलाई को एक आदेश जारी किया है। इस आदेश के द्वारा एक काउंसलिंग समिति गठित की गई है, जिसमें 32 लोग हैं। इनमें तीन क्लर्क हैं और शेष 29 सदस्य प्राचार्य हैं। इनमें 24वे नंबर पर सुनयना शर्मा के नाम का उल्लेख है। सुनयना शर्मा पर प्रभारी डीईओ सुषमा वैश्य अत्यधिक मेहरबान हैं। शर्मा को इस काउंसलिंग समिति में शामिल करने के लिए प्रभारी डीईओ वैश्य ने प्राचार्य बताया है। काउंसलिंग समिति गठित करने के लिए जो आदेश जारी किया गया है। इसमें प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी वैश्य ने व्याख्याता सुनयना शर्मा के पद नाम की जगह प्राचार्य का उल्लेख करवाया है, जबकि सुनयना शर्मा का मूल पद व्याख्याता है। उधर, प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी वैश्य का यह कहना है कि शर्मा को व्यवस्था के लिए शामिल किया गया है। इससे एक प्रश्न यह उठता है कि जब व्यवस्था के लिए शामिल किया गया तो उनके पद नाम की जगह प्राचार्य क्यों लिखवाया गया।
लगभग हर कार्यक्रम में शामिल रहती हैं सुनयना शर्मा
व्याख्याता सुनयना शर्मा के प्रभाव का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शिक्षा विभाग के लगभग हर कार्यक्रम में उनकी हिस्सेदारी रहती है। हाल ही में संपन्न हुए अनुगूंज कार्यक्रम में भी व्याख्याता सुनयना शर्मा की प्रभावी हिस्सेदारी रही है। यहां तक कि अनुगूंज कार्यक्रम के लिए गठित की गई समिति में एक अकाउंटेंट भी है। इसके बावजूद भी कई बिल ऐसे हैं जिन पर भुगतान करने का लेख भी शर्मा के ही नाम पर है। मामले में चर्चा के लिए शर्मा को फोन लगाया तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।
सुनयना शर्मा प्राचार्य नहीं...
सुनयना शर्मा प्राचार्य नहीं, व्याख्याता हैं। उन्हें व्यवस्था के लिए शामिल किया गया है। प्रभारी प्राचार्य हो सकती हैं।-सुषमा वैश्य, जिला शिक्षा अधिकारी, इंदौर