देवास में रेत और मुरम का अवैध उत्खनन जारी, राजनीतिक संरक्षण से बढ़ा संकट sankat Aajtak24 News


देवास में रेत और मुरम का अवैध उत्खनन जारी, राजनीतिक संरक्षण से बढ़ा संकट sankat Aajtak24 News 

देवास - खनिज विभाग के लगातार प्रयासों और कई बार की गई कार्यवाही के बावजूद देवास जिले में रेत और मुरम का अवैध उत्खनन व परिवहन थमने का नाम नहीं ले रहा है। खनिज माफिया अपने राजनीतिक रसूख के बल पर सुबह से लेकर देर रात तक अपनी मनमर्जी से रेत व मुरम का अवैध उत्खनन कर रहे हैं। सूत्रों की मानें तो इंदौर के दो बड़े ठेकेदार पिछले दो-तीन वर्षों से देवास में आकर मुरम का उत्खनन व परिवहन कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि इन ठेकेदारों के दो दर्जन से अधिक डंपर 24 घंटे चल रहे हैं, जो जामगोद व खटाम्बा की पहाड़ी से मुरम का अवैध उत्खनन कर इंदौर परिवहन कर रहे हैं। सवाल यह उठता है कि देवास से इंदौर करीब 35 से 40 किलोमीटर तक बिना रायल्टी के दर्जनों डंपर मुरम लेकर निकलते हैं, तो क्या रास्ते में इनकी रायल्टी चेक करने वाला कोई भी जिम्मेदार अधिकारी मौजूद नहीं रहता है? खास बात यह है कि देवास और इंदौर के खनिज विभाग द्वारा इन बड़े ठेकेदारों पर कार्यवाही नहीं की जाती है, जबकि छोटे व लोकल ठेकेदारों पर आए दिन कार्यवाही की जाती है। बताया जा रहा है कि इंदौर के दो बड़े ठेकेदारों को प्रदेश के एक मंत्री का संरक्षण प्राप्त है और उन्हीं के कारण यह बच जाते हैं। सूत्रों के अनुसार, कई बार मंत्रीजी के फोन भी खनिज विभाग में घनघनाते हैं, इस वजह से खनिज विभाग का महकमा इन ठेकेदारों पर कार्यवाही करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। हालांकि खनिज निरीक्षक राजकुमार बरेठा ने बताया कि जब-जब भी हमें अवैध उत्खनन व परिवहन की शिकायत मिलती है, विभाग द्वारा कार्यवाही की जाती रही है। यदि इंदौर के ठेकेदार द्वारा अवैध उत्खनन व परिवहन हो रहा है, तो उनके खिलाफ भी कार्यवाही की जाएगी। इसमें किसी भी प्रकार का राजनीतिक हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। देवास में रेत और मुरम के अवैध उत्खनन और परिवहन की समस्या गंभीर होती जा रही है। इस पर नियंत्रण के लिए खनिज विभाग और प्रशासन को मिलकर ठोस कदम उठाने होंगे, ताकि इस अवैध गतिविधि पर रोक लगाई जा सके। 



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