रायगढ़ लोकसभा में प्रदूषण भी एक बड़ा चुनावी मुद्दा होगा hoga Aajtak24 News |
रायगढ़ - लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा भी हो चुकी है, अब चुनाव प्रचार भी जोरों पर देखा जा रहा है। इसबार ऐसा प्रतीत हो रहा है कि रायगढ़ लोकसभा में प्रदूषण भी एक बड़ा चुनावी मुद्दा होगा। बता दें रायगढ़ जिला उद्योगों से भरा जिला है इसलिए रायगढ़ में पर्यावरण प्रदूषण दिन ब दिन बढ़ता ही जा रहा है, जो सीधे तौर पर रायगढ़ की जनता के स्वास्थ्य पर गहरा नुकसान पहुंचा रहा है। गंभीर बात यह है कि यहां बड़े उद्योगों से निकलने वाले काले धुएं से वायु प्रदूषित हो रही है। यह समस्या कई वर्षों से लगातार बढ़ती ही जा रही है, इसलिए यह बेहद गंभीर माना जाता है। उद्योगों से निकलने वाला काला धुआं केवल वर्तमान ही नहीं बल्कि मनुष्य जीवन के भविष्य के लिए भी नुकसान दायक साबित हो होता है। बढ़ते वायु प्रदूषण से खेती, वन, जल और पशु पक्षी भी प्रदूषण की चपेट में है क्योंकि पशु पक्षी भी हमारे इको सिस्टम के भाग हैं। यदि वे नहीं रहेंगे तो हमारा इको सिस्टम अनियंत्रित होगा और विभिन्न प्रकार की प्रकृतिक आपदा उत्तपन्न होगी, जो कि मानवीय जीवन को संकट में डाल सकते हैं। इसका उदाहरण ग्लोबल वार्मिंग से अनियंत्रित वर्षा, गर्मी व ठंड के रूप में वैश्विक स्तर पर देखा जा रहा है।
पर्यावरण विभाग की उदासीनता पर खड़े हो रहे सवाल
जिला कांग्रेस शहर अध्यक्ष अनिल शुक्ला का कहना है कि पर्यावरण विभाग, उद्योगों के मनमानी के खिलाफ कार्यवाही करने की जगह उनके सेवा में खड़े दिखाई पड़ता है, ऐसे में पर्यावरण विभाग पर भी कई सवाल खड़े होते हैं, उन्होंने बताया कि पर्यावरण विभाग को प्रदूषण रोकने की योजना बनाने का काम करना होता है, पर रायगढ़ में ऐसा बिल्कुल भी नही हो रहा है, उन्होंने यह भी कहा कि उद्योगों पर लगी चिमनियों में लगाई जाने वाले यंत्र को उद्योगों द्वारा समय - समय पर बंद कर दिया जाता है। इस कारण वायु प्रदूषण की सही जानकारी भी नहीं मिल पाती है, इसपर विभाग को सख्त होने की अवश्यकता हैं। लेकिन केंद्र और राज्य में भाजपा की सरकार बनने के बाद उद्योगों के हौसले चरम पर हैं। अतः उद्योगों को सत्ता का सरंक्षण मिल रहा है, इसलिए उन्हें किसी भी कार्यवाही का भय नहीं है, विभाग भी उद्योगों के खिलाफ कार्यवाही करने में हिचकिचा रही हैं और रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र में भाजपा के जितने भी सांसद बने किसी ने भी रायगढ़ में बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण पर कभी आवाज नही उठाई भाजपा सांसदों की चुप्पी से पर्यावरण प्रदूषण को बढ़ावा मिल रहा है।
हर दो तीन वर्ष में लगातार हो रही उद्योग विस्तार की जनसुनवाई
जिले में छोटे - बड़े उद्योगों को मिलाकर 160 से भी ऊपर उद्योग स्थापित हैं, इन उद्योगों से निकलने वाला काला धुआं लोगों को तो नुसान पहुंचा ही रहा है। उसके बाद भी हर दो तीन वर्ष में किसी न किसी बड़े उद्योगों का विस्तार किया जाता है, जिसकी जनसुनवाई भी आयोजित होती है, जबकि उद्योगों के आसपास के लोग इसका विरोध भी करते हैं। इसके बावजूद उद्योगों का विस्तार की अनुमति दे दे जाती है, यह समझ से परे है। प्रदूषण का आलम यह है कि वायु से लेकर नदी नाला और तालाबों का पानी भी दूषित हो चुका है, जिसका प्रभाव मनुष्य के स्वास्थ्य पर तो पड़ ही रहा है, साथ ही यहां की जमीनों के उपज पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। इसलिए रायगढ़ विधायक ओपी चौधरी की ओर इससे निराकरण के लिए टिकी हुई हैं। अतः रायगढ़ के विधायक ओ.पी. चौधरी प्रदेश के वित्त मंत्री के साथ पर्यावरण विभाग भी हैं, यही कारण है कि बड़े उम्मीद भरे निगाहों से लोग रायगढ़ के विधायक की ओर देख रहे हैं। वहीं कांग्रेस अपने विरोधी धर्म का निर्वहन करते हुए लोकसभा चुनाव में इस मुद्दे को बड़ा मुद्दा बनाने के लिए प्रयास कर रही है। क्योंकि कांग्रेस वर्तमान में इस मुद्दे पर भाजपा पर तंज कस रही है, जिसपर आम लोगों का समर्थन भी विपक्ष के साथ जाता दिख रहा है।
क्या कहते हैं पर्यावरण क्षेत्रीय अधिकारी
पर्यावरण अधिकारी अंकुर साहू ने बताया कि ए.क्यू.आई ठंड के समय में बढ़ जाता है और ए.क्यू.आई. 2023 में 32 माइक्रो ग्राम एन.एम.3 घन मीटर रहा। वहीं 2023 में पी.एम.10 65 था, इसके अतिरिक्त इस महीने 62 पर है। पी.एम. 2.5 60 माइक्रो ग्राम एन.एम.3 और पी.एम.10 100माइक्रो ग्राम नार्मल है। आगे वे कहते हैं कि उद्योगों की मनमानी के खिलाफ कार्यवाही हो रही है, जैसे ही विभाग को उद्योगों के खिलाफ कोई शिकायत मिलती है, उस पर तत्काल कार्यवाही की जाती है और अभी लगातार कुछ महीनों से फ्लाईएस डंपिंग की सिकायतें आ रही थी, जिसे ध्यान में रखते हुए कईयों के खिलाफ कार्यवाही की गईं है, वहीं शहर के बेलादुला और कलेक्ट्रेट के बाहर मशीन लगाई गई है, जिससे हर व्यक्ति देख सकता है कि प्रदूषण कितना है।
सामाजिक कार्यकर्ता बजरंग महमिया के दृष्टि में पर्यावरण
नगर के सामाजिक कार्यकर्ता बजरंग महमिया ने कहा कि रायगढ़ जिला में उद्योगों द्वारा मनमानी की जा रही है। उद्योगों से निकलने वाला काले धुआं से पर्यावरण दूषित हो रहा है। इससे कई बड़ी बीमारियां भी बढ़ रही हैं और इस विषय पर उनकी शिकायत है कि रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के चुने हुए सांसदों ने इस गंभीर मुद्दे को संसद में कभी नहीं उठाया।