विख्यात 9 दिवसीय मेले का अतिथियो ने फीता काटकर किया शुभारंभ shubharambha Aajtak24 News

 

विख्यात 9 दिवसीय मेले का अतिथियो ने फीता काटकर किया शुभारंभ shubharambha Aajtak24 News 

बदनावर - नगर परिषद द्वारा आयोजित विख्यात श्री बैजनाथ महादेव मेले का शुक्रवार रात में शुभारंभ हुआ। 9 दिवसीय मेले का 13 अप्रैल को समापन होगा। शुभारंभ अवसर पर एसडीएम दीपक चौहान व टीआई दीपकसिंह चौहान अतिथि रूप में मंचासीन थे। नगर परिषद के सीएमओ संतराम चौहान ने स्वागत भाषण देते हुए मेले के बारे में बताया। मेला अधिकारी मुकेश पाठक, अशोक शर्मा, प्रशांत माथुर, कांतिलाल शर्मा, विश्वंभर माथुर, सारंग पौराणिक आदि निकायकर्मियो ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम के पहले अतिथियों ने प्राचीन बैजनाथ महादेव मंदिर पहुंचकर भोलेनाथ की पूजा की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एसडीएम चौहान ने कहा कि मेले में दुकानदारों व दर्शकों को कोई असुविधा न हो। इसका विशेष ध्यान रखा जाए। मेला हमारी पुरानी परंपरा व संस्कृति की पहचान है। यह हमारी सांस्कृतिक धरोहर को बचाए हुए हैं। इस प्रकार के आयोजन से संस्कृति का आभास होता ही है, नीरसता भी खत्म होती है। मेले छोटे-छोटे व्यापारियों के जीवन यापन का माध्यम है। टीआई चौहान ने कहा की मेला मनोरंजन के साथ साथ एक दूसरे को मिलाने का काम भी करता है। पुलिस टीम मेले में 24 घण्टे तैनात रहेगी। मंचीय कार्यक्रम पश्चात अतिथियों ने मेलास्थल पहुंचकर पूजन कर फीता काटकर मेले का शुभारंभ किया। इस अवसर पर अतिथियो ने मेले में घूमकर अवलोकन भी किया व दुकानदारों व झूले वालो से चर्चा की। इस मौके पर मेला समिति अध्यक्ष अनिता चौहान, नगर परिषद उपाध्यक्ष राजेन्द्रसिंह पंवार, पार्षद भारती राठौड़, जितेंद्र शर्मा, संतोष चौहान, झँनुबाई सिर्वी, सुखराम देवदा, साजिद खान, जगदीश पाटीदार, हरीश मांगलिया आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन मनोज सोलंकी ने किया। आभार मेला अधिकारी मुकेश पाठक ने माना। 

500 से अधिक लगेती है दुकाने,

यहां का मेला पूरे मालवांचल में प्रसिद्ध है। 500 से ज्यादा दुकानें यहां लगती है। देशभर के कई शहरों के दुकानदार यहां आकर दुकानें लगाते है। इसके अलावा मनोरंजन के लिए झूले, चकरी, रेल, मौत का कुंआ, ब्रेक डांस झूला, गणेश झूला व नाव मेले में आकर्षण का केंद्र रहते है। सबसे ज्यादा भीड़ इन्ही जगह होती है। इसके अलावा बच्चों के मनोरंजन के लिए मिकी माउस, रेल, पानी मे चलने वाली नाव, घोड़े की सवारी, छोटे झूले लगते है। मेले में इस बार नगर परिषद ने 5 प्रवेशद्वार बनाए है। वही मार्ग की चौड़ाई भी 20 फिट रखी है। नगर परिषद अध्यक्ष मीना यादव व मेला समिति अध्यक्ष अनिता चौहान ने बताया कि मेला लगाने की वर्षों पुरानी परपंरा है। यह 128 वां साल है। मेले को फूल डोल मेले के नाम से भी जाना जाता है। इस साल नगर परिषद ने मेले के दिन 7 से बढ़ाकर 9 कर दिए है। मेले के अवसर पर 11 अप्रैल को बस स्टेंड पर भजन संध्या होगी। वही मेले में दो दिवसीय तेजाजी नाट्य मंचन होगा। उन्होंने बताया कि मेले में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पूरे क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है। जिसका एक कंट्रोल रूम बनाया गया। यहां से मेले में नजर रखी जाएगी। 13 अप्रैल को मेले का समापन किया जाएगा।

Comments

Popular posts from this blog

सरपंचों के आन्दोलन के बीच मंत्री प्रहलाद पटेल की बड़ी घोषणा, हर पंचायत में होगा सामुदायिक और पंचायत भवन bhawan Aajtak24 News

पंचायत सचिवों को मिलने जा रही है बड़ी सौगात, चंद दिनों का और इंतजार intjar Aajtak24 News