मंत्री श्री कावरे ने बलिदान दिवस पर राजा शंकर शाह पुत्र कुंवर रघुनाथ शाह की प्रतिमा का किया अनावरण anavaran Aaj Tak 24 news

  

मंत्री श्री कावरे ने बलिदान दिवस पर राजा शंकर शाह पुत्र कुंवर रघुनाथ शाह की प्रतिमा का किया अनावरण anavaran Aaj Tak 24 news 

बालाघाट - परसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के विधायक एवं मध्य प्रदेश शासन में आयुष मंत्री श्री रामकिशोर नानो कावरे द्वारा बालाघाट जनपद के ग्राम अर्नामेटा के समीप खामटोला ढीमरूटोला, एवं परसवाड़ा जनपद के ग्राम डोंगरिया में गोंडवाना साम्राज्य के अमर शहीद राजा शंकर शाह पुत्र कुंवर रघुनाथ शाह मड़ावी जी की प्रतिमा का अनावरण बलिदान दिवस पर आज 18 सितंबर 2023 को  किया।डोंगरीय के कार्यकम मे जनपद अध्यक्ष श्री समल सिंह धुर्वे, उपाध्याय श्री कांती रहाँगडाले, श्री योगेश शरणागत, श्री प्रीतम बोपचे, श्री अशोक कटरे, डिगेन्द्र गौतम,सरपंच श्रीमती रीता उइके जनपद पचायत के सीईओ, तहसीलदार, उपस्थित रहे  मंत्री श्री कावरे दोपहर 1:00 बजे  ग्राम डोंगरिया के धान खरीदी केंद्र के पास कार्यक्रम स्थल पहुंचें। सामाजिक बांधो द्वारा मंत्री जी का हल्दी एवं चावल का तिलक लगाकर  पारंपरिक रीति रिवाज से स्वागत सत्कार किया गया। ततपश्चात् उन्होंने अमर शहीद बलिदानी राजा शंकर शाह पुत्र कुंवर रघुनाथ शाह को श्रद्धा सुमन अर्पित कर सामाजिक बंधुओ के साथ प्रतिमा का अनावरण किया। वही मंत्री श्री कावरे ने शाम 6:00 बजे अर्नामेटा के समीप खामटोला, मैं आयोजित कार्यक्रम में  प्रतिमा का अनावरण किया। मंत्री श्री कावरे ने कहा की देश को आजाद कराने में 1857 की क्रांति का भी बड़ा योगदान था। राजा शंकर शाह और कुंवर रघुनाथ देश को आजाद कराने में 1857 की क्रांति का भी बड़ा योगदान था. राजा शंकर शाह और राजकुमार रघुनाथ सिंह दो ऐसे योद्धा थे. जिन्होंने पूरे महाकौशल में अंग्रेजों के खिलाफ आजादी का बिगुल फूंक दिया था.इस आंदोलन में देश के कई राजा-राजकुमारों ने भी अपना योगदान दिया था। जिनके सामने अंग्रेज घुटने टेकने लिए मजबूर हो गए थे. जिन्होंने न केवल अपना बलिदान दिया बल्कि अपने बलिदान से स्वतंत्रता की ऐसी चिंगारी को जन्म दिया जो बाद में अंग्रेजों के लिए आग बन गई पिता पुत्र से डरे अंग्रेजों ने उनकी आवाज दबाने के लिए शंकर शाह और रघुनाथ शाह को मारने का षड्यंत्र रचा। अंग्रेजों ने चालाकी से इन गोंड राजाओं को गिरफ्तार कर लिया और भरे बाजार जबलपुर कमिश्नरी के सामने 18 सितंबर 1857 को पिता और पुत्र को तोप के आगे बांधकर उड़ा दिया. शंकर शाह और रघुनाथ शाह ने अपनी शहादत दे दी, लेकिन अंग्रेजों के सामने घुटने नहीं टेके।  खामटोला में आयोजित कार्यक्रम में जनपद अध्यक्ष श्री फूलचंद सहारे, श्री राधेलाल मर्सकोले, श्रीमती मालती मर्सकोले, मण्डल अध्यक्ष श्री राजेश मेश्राम श्री शंकर तुलसीकर, श्री विनोद बोथरा, श्री संतोष रहाँगडाले,श्री नरेश बिसेन, श्री चंद्रकांत रहाँगडाले, श्री गोपी रहाँगडाले, श्री शिव हरिनखेड़े, श्री राकेश नागेश्वर, श्री हुकुम बिसेन, उपस्थित रहे।

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