भूतड़ी अमावस्या पर हजारो श्रद्धालुओ ने नर्मदा में लगाई डूबकी lagai dubaki Aaj Tak 24 news |
खरगोन - भूतड़ी अमावस्या के अवसर पर हजारो श्रद्धालुओ ने नावघाट खेड़ी पहुंचकर नर्मदा में डुबकी लगाई| तंत्र-मंत्र एवं सिद्धि क्रिया के लिए यह दिन प्रमुख माना जाता है। बाहरी बाधा से ग्रस्त लोगो को यहाँ लाकर स्नान कराए जाने की परंपरा है,जो सिर्फ इसी दिन होती है। कहा जाता है की इस दिन जिनके शहरी में बाधा है,वह नर्मदा जी में स्नान करे,तो शांति मिलती है। यही वजह है कि जब-जब भूतड़ी अमावस्या का योग होता है,तब-तब हजारो लोग यहा आकर स्नान करते है। मंगलवार को नावघाट खेडी तट पर तंत्र मंत्र की क्रियाए भी चल रही थी,एक महिला को माताजी आ रही थी,उन्होंने अपनी जिब को तलवार से काट लिया। इसे आस्था कहा जाए या अंधविश्वास। इस दिवस पर दूर-दूर से आए बाबा एवं देवी देवताओं के आराध्य एक दिन पहले इस तट पर पहुंच गए थे। देर रात्रि तक तट पर हजारो लोगो ने अपना डेरा डाल लिया था। पूजन एवं हवन का दौर पूरी रात यूँ ही चलता रहा। सुबह ब्रह्ममुहूर्त में आराध्यो ने अपने त्रिशूल निशान का पूजन कर विशेष सिद्धि अर्जित की। वही श्रद्धालुओ ने भजन एवं कीर्तनो के माध्यम से देवी देवताओ की आराधना की। सुबह नर्मदा स्नान के बाद सभी ने भोग प्रसाद बनाया। प्रसादी ग्रहण करने के बाद लोग अपने-अपने घर की और रवाना हो गए। घाट पर सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए तेज धुप में भी पुलिस बलों,गोताखोरो,नगर सुरक्षा समिति की महिलाओ ने सतर्कता के साथ ड्यूटी निभाई। दिनभर भर भारी ट्राफिक चलता रहा। थाना प्रभारी जगदीश गोयल ने भी नर्मदा तट एवं हाईवे पर भ्रमण करके ट्राफिक व्यवस्था पर नजर रखी। यही कारण रहा कि ट्राफिक सुचारू रूप से चलता रहा। नर्मदा तट सहित अलग-अलग जगह पाइंटो पर पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था। थाना प्रभारी जगदीश गोयल ने बताया की अमावस्या पर मुख्य चौराहे से नर्मदा तट तक करीब 40 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है,नर्मदा तट पर गोताखोरों की टीम भी तैनात थी। पुलिसकर्मियों ने तट एवं मुख्य चौराहे से मोरटक्का पुल तक यातायात निर्बाध रूप से चलाने के लिए विभिन्न पाईंट पर तेज धुप में तैनात थे।