विश्रामपुर आदिवासी महासम्मेलन में शामिल हुए आयुष मंत्री श्री कावरे rajya ki khabar

 


विश्रामपुर आदिवासी महासम्मेलन में   शामिल हुए आयुष मंत्री श्री कावरे rajya ki khabar  

बालाघाट - तहसील के ग्राम विश्रामपुर में आदिवासी महासम्मेलन का आयोजन किया गया। मध्यप्रदेश शासन के आयुष एवं जल संसाधन राज्य मंत्री श्री रामकिशोर नानो कावरे के मुख्य आतिथ्य एवं मध्यप्रदेश पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष श्री गौरीशंकर बिसेन के विशिष्ट आतिथ्य में आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जनपद पंचायत बालाघाट के अध्यक्ष श्री फूलचंद सहारे ने की। इस कार्यक्रम में पूर्व विधायक श्री भगतसिंह नेताम, कलेक्टर डॉ गिरीश कुमार मिश्रा, जनपद पंचायत परसवाड़ा के अध्यक्ष श्री समल सिंह धुर्वे, जनपद पंचायत बालाघाट के उपाध्यक्ष डॉ शंकरलाल बिसेन, पूर्व जिला पंचायत सदस्य श्रीमती मालती मर्सकोले, पूर्व जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती लक्ष्मी भलावी, ग्राम पंचायत आमगांव के सरपंच श्री रवि वरकड़े, धापेवाड़ा के सरपंच श्री रूपचंद माहुले, श्री शांतिलाल नगपुरे एवं आदिवासी समाज के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। इस अवसर पर ग्राम धापेवाड़ा में राष्ट्रीय आयुष मिशन के अंतर्गत 7 करोड़ 91 लाख रूपये की लागत से बनने वाले 50 बिस्तरीय एकीकृत आयुष चिकित्सालय, 70 लाख रुपये की लागत से बनने वाली धापेवाड़ा(घोड़गाटोला)-नेवरगांव-रोशना 01 किलोमीटर लंबाई की डामरीकृत सड़क एवं विधायक निधि की 05 लाख रुपये की राशि से विश्रामपुर में बनने वाले सभामंच के लिए भूमिपूजन किया गया। इस कार्यक्रम में श्रमिक कार्ड का वितरण भी किया गया। विश्रामपुर में आयोजित आदिवासी महासम्मेलन में आयुष एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में आयुष चिकित्सकों द्वारा मरीजों की जांच कर उन्हें नि:शुल्क दवायें प्रदान की गई है। शिविर मे मरीजों की पंचकर्म चिकित्सा भी की गई। इस शिविर में आयुष पद्धति से 715 एवं एलोपैथी पद्धति से 410 मरीजारें की जांच एवं उपचार किया गया। इस शिविर में स्वास्थ्य विभाग नेत्र परीक्षण भी किया गया और नि:शुल्क चश्मों का वितरण किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आयुष मंत्री श्री कावरे ने इस अवसर पर उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि परसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है। उनके द्वारा आदिवासी समाज के कल्याण के लिए सतत कार्य किया जा रहा है। विश्रामपुर में आदिवासी समाज द्वारा सभामंच की मांग की गई थी। इस पर मैने अपनी विधायक निधि से 05 लाख रुपये की राशि सभामंच निर्माण के लिए प्रदान कर दी है। ग्राम पचमेढ़ी में मेरे द्वारा आदिवासी समाज के लिए सामुदायिक भवन बनाने की घोषणा की गई है, अगले 15 दिनों के भीतर मैं सामुदायिक भवन का भूमिपूजन करने पचपेढ़ी आउंगा। मंत्री श्री कावरे ने कहा ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा आदिवासी भाईयों के कल्याण के लिए अनेक योजनायें बनाई गई है। पेसा एक्ट लागू कर ग्राम सभा को अपने क्षेत्र के विकास के लिए निर्णय करने का अधिकार दिया गया है। वन भूमि पर काबिज लोगों को पट्टा देकर उन्हें भूमि का मालिक बनाया गया है। आदिवासी क्षेत्रों में आवागमन, शिक्षा, स्वास्थ्य की सुविधा को बेहतर बनाने के लिए विकास कार्यों को मंजूरी दिलायी जा रही है। मंत्री श्री कावरे ने कहा कि आयुष विभाग द्वारा परसवाड़ा में आयुष रिसर्च सेंटर खोला जा रहा है। हमारे आदिवासी भाईयों को पेड़-पौधों से प्राप्त होने वाली औषधियों की जानकारी होती है। इस सेंटर के बनने से उन्हें रोजगार के अवसर मिलेंगें। धापेवाड़ा में एकीकृत आयुष चिकित्सालय की स्थापना होने से इस क्षेत्र में आयुष पद्धति को लोकप्रिय बनाने में मदद मिलेगी। धापेवाड़ा में आयुष अस्पताल बनने के बाद उसका विस्तार किया जायेगा। लामता क्षेत्र के 55 ग्रामों में खेतों की सिंचाई के लिए 146 करोड़ रुपये की योजना मंजूर की गई है। इस योजना में खेतों में पाईप के जरिये पानी पहुंचाया जायेगा।  कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि आयोग अध्यक्ष श्री बिसेन ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि हमारी सरकार ने आदिवासी जननायकों को सम्मान दिया है और आदिवासी लोगों को आगे बढ़ने का अवसर दिया है। बिरसा मुंडा एवं टंटया भील को नई पहचान दी है। रानी कमलापति के नाम पर भोपाल के रेल्वे स्टेशन का नाम किया गया है। आदिवासी समाज से आने वाली श्रीमती द्रोपदी मुर्मु को राष्ट्रपति बनाया है, तो अनुसुईया उईके एवं मंगू भाई पटेल को राज्यपाल बनाया है। प्रदेश सरकार ने अब आदिवासी विकासखंडों में पेसा एक्ट लागू कर दिया है। इससे आदिवासी वर्ग को ग्राम सभा में अपने हित में विकास संबंधी निर्णय लेने का अधिकार मिल गया है।

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