*कोई भी आतंकवादी हमारी एकता को नही तोड़ सकता*
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कोई भी आतंकवादी हमारी एकता को नही तोड़ सकता | koi bhi aatankwadi humari ekta ko nhi tod skta |
पद्मश्री श्री उज्जवल निकम
मंडलेश्वर (निप्र) निमाड़ के अधिवक्ताओं के क्षेत्रीय सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि पधारे महाराष्ट्र सरकार के विशेष सरकारी अभियोक्ता पद्मश्री श्री उज्जवल निकम ने स्थानीय मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए कहा की वे भारत की एकता अखंडता को खंडित करने वाले किसी भी आतंकवादी के खिलाफ केस लड़ने से नहीं डरते है । आपने कहा की मेरा जन्म हनुमान जयंती पर हुआ था और मेरी माता जी श्रीमती विमलादेवी एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थी और पिता बैरिस्टर थे । इसलिए मुझे अन्याय और आतंक के खिलाफ लड़ने की ताकत मिली और मैं कानूनी योद्धा के रूप में देशद्रोहियों और आतंकियों के खिलाफ लड़ता रहूंगा । आतंकवादी अजमल कसाब का केस लड़ने उसको फांसी दिलवाने के बाद जब मैं पाकिस्तान गया था तब वहां की न्यायपालिका ने हमारी न्यायपालिका को अपना आदर्श बताया था । अजमल प्रकरण में जब मैं तीन भारतीय अधिकारियों के साथ पाकिस्तान गया था तब मुझे वहां की सुप्रीम कोर्ट के एटार्नी जनरल ने कहा की हम भी भारतीय सुप्रीम कोर्ट फैसलों को देखते है और उनको आधार बनाकर फैसले भी देते है । मैं नहीं मानता की आज की न्यायिक व्यवथा में कही राजनीतिक हस्तक्षेप है ।हमारी न्यायपालिका अपना स्वतंत्र अस्तित्व बनाएं हुए है ।आपने अपने साथ जेड सुरक्षा देने वाले पुलिस दल का एवम मीडिया कर्मियों का भी शुक्रिया अदा किया । सरल सहज हसमुख व्यक्तिव के धनी श्री निकम ने अधिवक्ताओं , पुलिस एवम पत्रकारों का भी दिल जीत लिया ।