क्षेत्रवासियों का सर झुकेगा नहीं और काम रूकेगा नहीं-राजेश पाठक ! Kshetra wasiyo ka sir jhukega nhi or kam rukega

 क्षेत्रवासियों का सर झुकेगा नहीं और काम रूकेगा नहीं-राजेश पाठक !

क्षेत्रवासियों का सर झुकेगा नहीं और काम रूकेगा नहीं-राजेश पाठक ! Kshetra wasiyo ka sir jhukega nhi or kam rukega


बालाघाट (देवेंद्र खरे) स्वार्थ में अंधे स्वहित सोचने वालों को पहचानने की जरूरत, मंडई आयोजन में क्षेत्र में सक्रिय समाजसेवी पाठक



बालाघाट। मैं क्षेत्रवासियों को भरोसा दिलाता हुॅं कि ना तो उनका कभी सर झुकेगा और ना ही काम रूकेगा। आधी रात को भी आप आवाज दोंगे, तो मुझे आप अपने साथ खड़ा पाओंगे। आप जो भी कार्ययोजना बनायेंगे, उसमें हरसंभव मदद की जायेगी। यह बात समाजसेवी राजेश पाठक ने वारासिवनी-खैरलांजी विधानसभा क्षेत्र में लगताार जनसंपर्क के दौरान भेंडारा, पिंडकेपार, कुम्हली की मंडई में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम के मंच से कही।

गौतरलब हो कि समाजसेवी राजेश पाठक दीपावली के बाद से क्षेत्र में आयोजित किये जा रहे मंडई कार्यक्रम मंे शिरकत कर लोगों के बीच पहंुच रहे है और अपने विरोधियों पर लगातार हमला बोल रहे हैं। विगत 22 अक्टूबर से क्षेत्र में मंडई के माध्यम से जनसंपर्क अभियान में जुटे समाजसेवी राजेश पाठक रात-रात तक ग्रामीणांे के बीच जा रहे है, जहां उन्हें भारी संख्या में ग्रामीणों का अपनापन मिल  रहा है।

गत 29 अक्टूबर को वारासिवनी-खैरलांजी विधानसभा क्षेत्र के भेंडारा, पिंडकेपार और कुम्हली में आयोजित मंडई कार्यक्रम में मंच पर उनके साथ जिला पंचायत पूर्व सदस्य रामकुमार नगपुरे, छत्तीसगढ़ के अपर कलेक्टर सुरेन्द्र वैद्य, अजय मिश्रा, अनुज तिवारी, अनिल गुरनानी, संगम लोधी पटेल, राजेन्द्र चिखले, धनेन्द्र दशहरे, रूपेश लिल्हारे, थानसिंह नगपुरे, पूर्व सरपंच अरविंद बंसोड़, डेलीराम नगपुरे, अजयसिंह बैस, दुर्गाप्रसाद लिल्हारे, देवराज भोयर, भारतसिंह शिवहरे, योगेश सुलकिया, अनिल उईके, योगेन्द्र लिल्हारे, प्रफुल्ल नगपुरे, बजरंग मंडई समिति अध्यक्ष योगराज दशहरे, मोटु लिल्हारे, रवि दशहरे, बसंतगिरी, दिलीप नगपुरे सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।

मुख्य अतिथि समाजसेवी राजेश पाठक ने कहा कि उन्होंने कहा कि व्यक्ति की पहचान उसके सिद्धांतो, नीतियों, विचारधारा और कर्मो से होती है। मेरी राजनीतिक मंशा कभी रही नहीं। मेरे लिए समाजसेवा और खेल ही मेरा कार्य रहे है और लगभग 32 सालों से मेरी कर्मभूमि बालाघाट और वारासिवनी-खैरलांजी विधानसभा क्षेत्र का हर गांव है। गांव के घर का हर सदस्य मेरे परिवारिक सदस्य जैसा है।

उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को अब हमें पहचानने और जानने की आवश्यकता है जो स्वार्थ में अंधे होकर जनता के हितों को छोड़कर अपना काम करने लगते है और जब उनका स्वार्थ सिद्ध नहीं होता तो वह अनाप-शनाप बकने लगते है। उन्होंने कहा कि मंडई सामाजिक समरसता की एक बड़ी पहचान है, जहां सभी लोग एकदूसरे से मिलने साल में एक बार जरूर पहंुचते है, चाहे वह कहीं भी रह रहे हो।

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