गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ की कामना के साथ दी गई गणपति को विदाई | Ganpati bappa morya agle baras tu jaldi aa ki kamna ke sath di gai vidai

 गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ की कामना के साथ दी गई गणपति को विदाई

- एक दिन पूर्व रात्रि से ही शुरू हो गया था हवन कार्यक्रम, घंटाघर से होकर निकला चल समारोह।

गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ की कामना के साथ दी गई गणपति को विदाई | Ganpati bappa morya agle baras tu jaldi aa ki kamna ke sath di gai vidai


दमोह।दस दिनों तक चलने वाले गणेशोत्सव पर्व का शुक्रवार को अनंत चर्तुदशी पर

समापन हो गया।श्रद्धालुओं ने पूरे भक्ति भाव से बप्पा को विदाई दी। गणपति

बप्पा मोरया अगले बरस तू जल्दी आ के जयकारों से शहर गुंज उठा। शहर के

फुटेरातालाब में शहर की सभी प्रतिमाओं को विसर्जित किया गया। जहां पुलिस

बल के साथ एसडीआरएफ के जवान मौजूद थे। इसके अलावा कुछ छोटी प्रतिमाओं को

बेलाताल में भी विसर्जित किया गया। रात्रि से शुरू हुआ हवन पूजन

कार्यक्रम सुबह तक चलता रहा। लोगों ने परिवार सहित हवन किया और भगवान से

परिवार की कुशलता की मंगल कामना करते हुए उनका विसर्जन किया। देर रात तक

प्रतिमाएं फुटेरातालाब पर विसर्जन के लिए पहंुची। घंटाघर पर चल समारोह का

आयोजन किया गया जहां अखाड़ों के कलाकारों द्वारा कई प्रकार के करतब दिखाए

गए और गणेशोत्सव समिति के लोगों को सम्मानित भी किया गया।



पंडालों में हुआ हवन

अनंत चर्तुदशी पर्व पर गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाता है और हर बार

पंचक भी लग जाती हैं। इसलिए अधिकांश पंडालों में गुरूवार की रात्रि से ही

हवन, पूजन का कार्यक्रम शुरू हो गया जो सुबह तक चलता रहा। इसके अलावा कई

स्थानों पर सुबह हवन किया गया और उसके बाद कन्या भोज भंडारे का आयोजन

किया गया फिर शाम के समय प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। दस दिनों तक

लोगों ने अपने घरों और पंडालों में विराजमान प्रतिमा का पूरे भक्ति भाव

से पूजन किया गया और दसवे दिन नम आंखों से गणपति को विदाई देने पूरा शहर

उमड़ पड़ा।

दो साल बाद फिर दिखा उत्साह

कोरोना संक्रमण के कारण दो साल से गणेश प्रतिमाओं के भव्यतापूर्ण विसर्जन

पर रोक लगी थी, लेकिन इस साल किसी प्रकार का कोई संक्रमण न होने के कारण

लोगों ने पूरे उत्साह के साथ भगवान गणपति की प्रतिमा को विराजमान कराया

और दस दिनों तक पूजन, पाठ करने के बाद उनका विसर्जन भी हर्षोल्लास के साथ

किया। इस साल बच्चों में भी खासा उत्साह देखने मिला क्योंकि दो साल

कोरोना संक्रमण के कारण वह प्रतिबंध के दायरे में रहकर प्रतिमाओं की

स्थापना और विसर्जन कर रहे थे।

घंटाघर से होकर निकला चल समारोह

शहर की सभी बड़ी गणेश प्रतिमाओं का चल समारोह घंटाघर से होते हुए निकला।

हिंदू गर्जना मंच जिला दमोह के द्वारा विगत 25 वर्षों से शहर के घंटाघर

पर गणेश विसर्जन चल समारोह का आयोजन किया जा रहा है। चल समारोह के पूर्व

हिंदू गर्जना मंच के द्वारा नगर में विभिन्न जगहों पर स्थापित गणेश

पंडालों का देर रात्रि तक भ्रमण किया गया। हिन्दू गर्जना मंच के जिला

संयोजक कपिल सोनी ने जानकारी देते हुए बताया है कि दमोह विगत 25 वर्षों

से लगातार घंटाघर पर गणेश विसर्जन चल समारोह का आयोजन किया जाता है।

कोरोना काल में उक्त आयोजन नहीं हो सका कोरोना के बाद यह पहला अवसर है‌।

जब घंटाघर पर गणेश विसर्जन चल समारोह का आयोजन हो रहा है। अखाड़े के

कलाकारों द्वारा कई प्रकार के हैरतअंगेज करतब दिखाए गए।

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