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विशाल कुमरावत बड़वाह..
माँ शक्ति की अराधना का पर्व शारदीय नवरात्रि के दूसरे दिन अति प्राचीन मां जयंती माताजी के मंदिर में सुबह महा आरती में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। वही सीआईएसएफ के जवानों ने भी सुबह मॉर्निंग वॉक के दौरान मां जयंती माता मंदिर पहुंचे। जहा लम्बी कतार में लग कर माताजी के दर्शन किए। आपको बता दे कि बड़वाह से तीन किलोमीटर दूर मां जयंती माता मंदिर में महा आरती में पहुंचने के लिए नवरात्रि में अल सुबह 4 बजे से ही श्रद्धालू पैदल अपने घरों से निकल जाते है,आरती शुरू होने के पहले ही सीढ़ीयो पर लम्बी कतार में श्रद्धालु खड़े हो जाते है। जैसे ही सुबह 6 बजे महाआरती में शामिल होने के लिए गेट खोला जाता है तो बड़ी संख्या में श्रद्धालु माताजी के दर्शन करके आरती में शामिल होते है। उल्लेखनीय हैं की मां जयंती माता तीन रूप में दर्शन देती है। सुबह माता बाल स्वरूप कन्या के रूप में दर्शन देती है, तो दोपहर में माता युवा रूप में नजर आती है, वही संध्या के समय माता प्रौढ़ रूप व्रद्ध स्वरूप में दर्शन देती हैं। मंदिर के व्यस्थापक एवम पुजारी पं. रामस्वरूप शर्मा एवम पंडित महेंद्र शर्मा ने बताया कि प्रातःकालीन माताजी का विशेष श्रृंगार व महाआरती सुबह 6 बजे की गई, दोपहर मध्यान्ह में 12 बजे भोग आरती एवं सायंकालीन शयन आरती रात्रि 8:30 बजे की जाएगी। वही प्रतिदिन विशेष श्रृंगार व पूजन किया जाएगा। आगे मंदिर का इतिहास बताते हुए कहा कि प्राचीन काल से ही मां भगवती तीन स्वरूपों में दर्शन देती है। यह माता जी पांडव कालीन है, पांडव जब वनवास में थे तब उन्होंने माता जी का पूजन किया था। गुफा के अंदर मां जयंती विराजमान है।
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