गूगल मीट के माध्यम से समीक्षा बैठक में आयुक्त श्री सक्सेना ने दिए निर्देश
ग्वालियर - चंबल संभाग में अति वर्षा से हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति के लिये सरकार द्वारा हर संभव मदद उपलब्ध कराई जा रही है। जिन लोगों के आवास क्षतिग्रस्त हुए हैं, उनके लिए आवास की उपलब्धता भी सुनिश्चित की गई है। इसके साथ ही अति वर्षा के कारण जिन किसान भाईयों के खेत खराब हुए हैं, उनको भी मदद की जायेगी। खेतों को हुए नुकसान के आंकलन के लिये कृषि विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों के साथ राजस्व अधिकारी प्रभावित खेतों का अवलोकन कर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। संभागीय आयुक्त श्री आशीष सक्सेना ने मंगलवार को गूगल मीट के माध्यम से राहत एवं कोविड-19 के टीकाकरण की समीक्षा के दौरान यह जानकारी दी। उन्होंने ग्वालियर-चंबल संभाग के सभी जिलों के राहत प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने जिले में अति वर्षा से प्रभावित समस्त गाँव में ऐसे किसानों जिनके अति वर्षा के कारण खेती की मिट्टी बह गई है अथवा खेतों में रेत भर गई है। ऐसे सभी प्रभावितों के खेतों का विशेषज्ञों के साथ निरीक्षण करें और अपनी रिपोर्ट संभाग स्तर पर प्रस्तुत करें। उनकी रिपोर्ट के आधार पर ही शासन स्तर से जो मदद हो सकती है उसकी कार्रवाई की जाएगी। संभाग आयुक्त श्री आशीष सक्सेना ने कहा है कि ग्वालियर में स्थापित कृषि विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों के साथ सभी जिलों के राजस्व अधिकारी अपने-अपने जिलों में खेतों के आंकलन का कार्य कर शीघ्र-अतिशीघ्र अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होंने राहत प्रभारियों से यह भी कहा है कि अति वर्षा से प्रभावित ऐसी बस्तियाँ जिनको अन्य स्थान पर बसाने की आवश्यकता है, उनका भी सर्वेक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। रिपोर्ट में वहां के निवासियों की सहमति भी अनिवार्यत: हो यह सुनिश्चित किया जाए। ऐसे प्रकरणों में भी राजस्व भूमि उपलब्ध कराने की दिशा में कार्रवाई की जाएगी। संभाग आयुक्त श्री आशीष सक्सेना ने ग्वालियर-चंबल संभाग के सभी जिला कलेक्टरों से भी कहा है कि अति वर्षा से प्रभावित ग्रामों में कोई भी प्रभावित व्यक्ति राहत राशि अथवा सामग्री से वंचित न रहे। प्रभावित सभी गाँवों में प्रभावितों की सूची चस्पा की गई है। सूची के पश्चात भी अगर कोई व्यक्ति राहत न मिलने की शिकायत करता है तो उसकी तत्परता से जांच कराई जाए और अगर पात्रता बनती है तो उसे सूची में शामिल करने की कार्रवाई की जाए।
कोविड टीकाकरण के कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता से करें संभाग आयुक्त श्री आशीष सक्सेना ने कोविड-19 के टीकाकरण के कार्य की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा है कि ग्वालियर-चंबल संभाग के सभी जिलों में कोविड टीकाकरण के कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। कोविड टीकाकरण का प्रथम डोज शतप्रतिशत लोगों को लगे इस दिशा में कलेक्टर अपने-अपने जिले की कार्ययोजना तैयार कर शतप्रतिशत टीकाकरण का कार्य पूर्ण कराएँ। सभी जिलों में 17 सितम्बर तक कोविड का प्रथम डोज शतप्रतिशत लोगों को लगाएँ, यह हमारा लक्ष्य होना चाहिए। संभाग आयुक्त श्री सक्सेना ने ग्वालियर-चंबल संभाग के सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे टीकाकरण कार्य की पूरी तैयारी रखें। इसके साथ ही वे स्वयं और स्वास्थ्य का पूरा अमला टीकाकरण के समय मैदान में रहे। कोई भी व्यक्ति टीकाकरण केन्द्र से बिना टीका लगवाए नहीं लौटना चाहिए। टीकाकरण के लिए टीमों को समय पर रवाना करना, वैक्सीन की उपलब्धता और टीकाकरण केन्द्र पर सभी आवश्यक व्यवस्थायें हों यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए। संभाग आयुक्त श्री सक्सेना ने जिला कलेक्टरों से भी कहा है कि वे अपने-अपने जिले में टीकाकरण के लिये तैयार की गई कार्ययोजना के तहत शतप्रतिशत टीकाकरण शीघ्र पूर्ण करने की दिशा में कार्य करें। टीकाकरण कार्य में सभी विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों की भी सेवायें ली जाएं। प्रत्येक जिले में उत्सव के माहौल में टीकाकरण का कार्य कराया जाए। जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों, गणमान्य नागरिकों, खिलाड़ियों, वकीलों, पत्रकारों का भी जागरूकता में सहयोग लिया जाए। जिला स्तरीय एवं ब्लॉक स्तरीय और पंचायत स्तरीय क्राइसेस मैनेजमेंट समिति के सभी सदस्यों से भी शतप्रतिशत टीकाकरण में जन जागरूकता के लिये सहयोग लिया जाए। उनके माध्यम से आम जनों से अपील भी कराई जाए। सोशल मीडिया के माध्यम से भी लोगों को टीकाकरण के लिये प्रेरित किया जाए।