बाघ के शव को बोरे में पत्थर से बांधकर कुंए में फेंका
उमरिया - बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के मानपुर बफर परिक्षेत्र की दमना बीट में की दोपहर बांसा गांव के समीप कुएं में एक बाघ का शव देखा गया। सूचना प्राप्त होने पर क्षेत्र संचालक विनसेंट रहीम, प्रभारी उप संचालक श्रद्धा पंद्रे, मुकेश अहिरवार, सहायक वन्य जीव शल्यज्ञ डॉक्टर नितिन गुप्ता, डब्ल्यूसीटी के पशु चिकित्सक डॉक्टर हिमांशु जोशी, एनटीसीए के प्रतिनिधियों सत्येंद्र तिवारी एवम सी एम खरे मौके पर पहुंचे। शव को कुएं से निकालकर स्निफर डॉग की सहायता से आसपास के क्षेत्र में भ्रमण कर प्रमाणों की खोज की गई, परंतु वर्षा के कारण कोई निशान उस सेंट नहीं मिला। बांसा ग्राम के आस पास के घरों में भी सघन जांच की गई। मेटल डिटेक्टर से भी शव की स्कैनिंग कराई गई। शव के मुंह पर एक गोल और एक कटा घाव देखा गया। यह भी पाया गया कि शव की आगे और पीछे बोरों में पत्थर भरकर शव को कुएं में डुबाने का प्रयास किया गया था। शव का सूक्ष्मता से परीक्षण किया कर सैंपल लिए गए, तदुपरांत शव को समस्त उपस्थित अधिकारियों, प्रतिनिधियों, वन्य जीव चिकित्सकों व कर्मचारियों की उपस्थिति में जलाकर पूर्णतः नष्ट किया गया। मिलान करने पर शव की धारियों का मिलान बाघिन टी 32 से होना पाया गया जिसकी आयु 14 वर्ष की थी। प्रकरण में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना प्रारंभ कर दी गई है।