एसीसी ट्रस्ट कैमोर द्वारा आंगनवाडी केंद्रो में की जा रही सौर ऊर्जा आधारित विद्युत व्यवस्थाएँ
कटनी - एसीसी डायरेक्टर प्लांट के.आर. रेड्डी के निर्देशन में एसीसी ट्रस्ट कैमोर से सी.एस.आर. हैड ऐनेट एफ विश्वास के मार्गदर्शन में एसीसी कुपोषण उन्मूलन कार्यक्रम के अन्तर्गत महिला एवं बाल विकास विजयराघवगढ़ के सहयोग से परियोजना क्षेत्र के 20 आंगनवाड़ी केंद्रों में सौर ऊर्जा आधारित विद्युत व्यवस्थाएं की जा रही हैं जिनमें से 15 केंद्रों में काम पूरे हो गए है। उक्त केन्द्रों में आंगनवाड़ी केन्द्र-03 नन्हवाराकला,आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक 03 खरखरी, आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक-01 देवसरी, आंगनवाड़ी सलैया पहरहाई-56, आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक-14 बरापार, आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक-01 बड़ारी, आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक-1 खरखरी, आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक-3 अमुवारी, आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक-02 देवरी मझगवां, आंगनवाड़ी केंद्र-01 अमेहटा, आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक-3 कैमोर, आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक-4 कैमोर, आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक-1 कैमोर, आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक-1 व 2 गुड़गड़ौहा शामिल है। आंगनवाड़ी केंद्रों के ऊर्जीकृत होने से हर समय केंद्रों में एलईडी लाइट के साथ पंखे की व्यवस्था हो गई है। इससे बच्चों का आंगनबाड़ी केंद्रों के प्रति रुझान बढ़ेगा, साथ ही प्रारंभिक शिक्षा को गति मिलेगी। आंगनवाड़ी केंद्रों में सोलर पॉवर पैक लगने सेे स्वस्थ वातावरण निर्मित हुआ है, कार्यकर्ता सहित अन्य हितग्राहियों को बहुत सुविधा हो गई है; आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा केंद्र में होने वाली गतिविधियों एवं अन्य कार्यक्रमों को आसानीपूर्वक आयोजित किया जा सकेगा। उल्लेखनीय है कि एसीसी ट्रस्ट के कुपोषण उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत स्वास्थ्य के क्षेत्र में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाता रहा है जिसके तहत् कई आंगनबाड़ी केंद्रों का सुदृढ़ीकरण व रंग-रोगन, केन्द्रों का आई.एस.ओ. सर्टिफिकेशन एवं अति कुपोषित बच्चों को सुपोषित करने हेतु प्रति माह निरंतर पोषण किट का वितरण, साथ ही गर्भवती एवं धात्री महिलाओं हेतु जागरूकता गतिविधियों का आयोजन भी किया जाता है।एसीसी ट्रस्ट कैमोर द्वारा किए गए इस प्रयास हेतु महिला एवं बाल विकास विजयराघवगढ़ अधिकारी श्री संतोष अग्रवाल एवम् सभी कार्यकर्ताओं ने एसीसी प्रबंधन का आभार व्यक्त किया। आंगनवाड़ी केन्द्रों में सौर ऊर्जा आधारित व्यवस्थाओं से ग्रामीणजन भी बहुत खुश है। इस कार्यक्रम को पूर्ण रूप से सफल बनाने में सहयोगी जन मंगल संस्थान के डॉयरेक्टर महेंद्र खरे, कुपोषण उन्मूलन कार्यक्रम की प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर मोहसीना नियाजी एवं फील्ड कोऑर्डिनेटर पूजा तिवारी सहित आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका की मुख्य भूमिका रही है।
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