किसान कितने परेशान हैं आज लाखों रुपए की यह परियोजना यूं ही नष्ट होने की कगार पर है
नहर के अंदर बड़े-बड़े पेड़ पौधे हो चुके हैं
धार/मनावर (पवन प्रजापत) - जिले के मनावर विधानसभा क्षेत्र में एक ऐसे आदिवासी जनप्रतिनिधि स्वर्गीय शिव भानु सिंह जी सोलंकी हुए थे। जिन्होंने आदिवासियों को जीवन स्तर में सुधार करने के लिए अनेक योजनाएं स्वीकृत करवाई थी। उनमें से एक है जीराबाद मान परियोजना यह मान परियोजना पूरी तरह से आदिवासी क्षेत्र में बनाई गई है। इस परियोजना से आदिवासियों का जीवन स्तर में सुधार होता है। लेकिन परियोजना तो पूर्ण हो गई।जिस जनप्रतिनिधि के अथक प्रयास से लेकिन इस परियोजना का पानी आज तक पूर्वी तट के नहर के टेमरनी गांव तक नहीं पहुंचा। और ना ही आज कोई जनप्रतिनिधि अन्नदाता की समस्याओं के बारे में ना कुछ देखता और ध्यान देता है ।बड़े-बड़े दावे जरूर करते हैं।आदिवासियों के सुधार के लिए लेकिन जमीनी स्तर पर यह नहीं देखते हैं। कि छोटे व सीमांत किसान कितने परेशान हैं। आज लाखों रुपए की यह परियोजना यू ही का नष्ट होने की कगार पर है बड़े-बड़े पेड़ पौधे नहर मे हो चुके हैं और वर्तमान की सरकार भी सन 2024 तक किसानों की आय दोगुनी करना चाहती है। अब सवाल यह उठता है। कि बजट में किसानों की सिंचाई के लिए राशि आवंटित की जाती है। तो यह राशि आखिर में जाति कहां है। क्योंकि आज तक नहर से पानी नहीं मिल रहा है। किसानों को और मनावर क्षेत्र की एनवीडी विभाग कोई भी सिंचाई परियोजना पर ध्यान नहीं देते हैं। और यहां के जितने भी अधिकारी इतने लापरवाह है की जिसका का उदाहरण मान परियोजना जमीनी स्तर पर देख सकते हैं। क्या वास्तव में जो सपना मान परियोजना में देखा गया था। वह पूरा कब होगा। और स्थानीय निवासियों को टेल तक पानी मिलेगा या नहीं।
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