गांव की लाड़लियां भरेंगी हौंसलों की उड़ान
कटनी (ब्यूरो रिपोर्ट) - कहानी सच्ची हैद्ध. हम किसी से कम नहीं. गांव की लाड़लियां भरेंगी हौंसलों की उड़ान.55 बालिकाएं छह माह की रूशुल्क ट्रेनिंग भोपाल में शुरू.प्रशिक्षण के बाद मल्टीनेशनल कंपनियों में दिलाया जाएगा प्लेसमेंट.जिंदगी में आगे बढ़ने के लिए हौंसला सबसे बड़ी जरूरत है। कहते हैं जहां हौंसला होता है वहां मंजिल मिलना स्वाभाविक है। ऐसे ही कुछ हौंसलों की उड़ान भरी है जिले 55 लाड़लियों ने। जिले से चयनित होकर बालिकाओं को भोपाल में प्रशिक्षण के लिए भेजा गया और छह माह के प्रशिक्षण के बाद मल्टीनेशनल कंपनियों में उनका प्लेसमेंट राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से कराया जाएगा। जिले में 7 अगस्त से 22 अगस्त तक एनआरएलएम के माध्यम से टीम ने शिविरों का आयोजन किया था। जिसमें गांव के बेटियों का निरूशुल्क प्रशिक्षण के लिए चयन हुआ।तीन ट्रेड का दिया जाएगा प्रशिक्षण भोपाल में जिले से चयनित बेटियों को दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के तहत तीन ट्रेड का प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिसमें छह माह का वेयर हाउस प्रबंधनए रीटेल और इलेक्ट्रानिक टेक्नीशियन का कोर्स होगा। इतना ही नहीं प्रशिक्षण के दौरान ही बेटियों को अंग्रेजी और कम्प्यूटर का ज्ञान भी दिलाया जाएगा। इसके अलावा वे अपना व्यवहारए पहनावाए बोलचाल कैसा रखेंए इसके लिए पर्सनालिटी डेवलपमेन्ट कोर्स का भी प्रशिक्षण दिलाया जाएगा।ट्रेनिंग के बाद दिलाएं रोजगार भोपाल में दो स्थानों पर बालिकाओं को निशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसमें चार माह प्रशिक्षण होगा और एक माह प्रशिक्षण केन्द्र में ही फील्ड का ज्ञान कराया जाएगा। उसके बाद प्लेसमेंट कराते हुए संबंधित कंपनी में बालिकाओं को एक माह फील्ड की जानकारी लेनी होगी। जिसके बाद वे प्लेसमेंट कंपनी में जॉब से जुड़ेंगी। इससे पहले भी एनआरएलएम के माध्यम से बालिकाएं प्रशिक्षण प्राप्त कर चुकी हैं और हैदराबाद की विभिन्न कंपनियों में जॉब कर रही हैं।सबसे अधिक विजयराघवगढ़ की बालिकाएं छह माह के प्रशिक्षण के लिए शिविर के दौरान सबसे अधिक 27 बालिकाओं का चयन विजयराघगढ़ क्षेत्र से हुआ है। इसके अलावा बड़वारा से 22ए ढीमरखेड़ा से 4 और बहोरीबंद क्षेत्र से 3 बालिकाओं का चयन किया गया। ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा जिला पंचायत सीईओ जगदीश चंद्र गोमे के मार्गदर्शन में शिविर लगाए गए थे। एनआरएलएम जिला परियोजना प्रबंधक शबाना बेगम की मौजूदगी में बालिकाओं को समारोहपूर्वक प्रशिक्षण के लिए विदा किया गया।