7 सूत्री मांगों के समर्थन में एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर दिया धरना | 7 sutriy mango ke samarthan main SDM ko gyapan sopkar diya dharna

7 सूत्री मांगों के समर्थन में एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर दिया धरना

7 सूत्री मांगों के समर्थन में एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर दिया धरना

सरदारपुर (कैलाश पटेल) - विगत लंबे अरसे से स्वास्थ्य विभाग में अहम भूमिका निभाने वाली आशा कार्यकर्ता उषा सहयोगिनी की 7 सूत्री लंबित मांगों के समर्थन में शासन का ध्यानाकर्षण कराने के बावजूद भी मांगे पूरी नहीं होने से आशा उषा एवं आशा सहयोगिनी कार्यकर्ताओं का सब्र का बांध टूट गया बुधवार को सरदारपुर के स्थानीय गणेश मंदिर प्रांगण पर प्रांतीय संगठन के आवाहन पर मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर सरदारपुर तहसील की आशा कार्यकर्ता आशा उषा सहयोगिनी द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया मीडिया से चर्चा के दौरान आशा सहयोगिनी श्रीमती संतोष डामेचा ने बताया कि प्रदेश में वर्ष 2006 में आशा कार्यकर्ता ऊषा आशा सहयोगिनी की नियुक्ति राज्य शासन द्वारा की गई थी किंतु लगभग 15 साल बीतने के बावजूद भी हम लोगों को किसी भी प्रकार का मानदेय शासन द्वारा नहीं दिया जा रहा है।

हमारे द्वारा स्वास्थ विभाग के समस्त राष्ट्रीय कार्यक्रम में अहम भूमिका अदा कर कार्यक्रम का सुचारु संचालन किए जाने के बावजूद शासन के महत्वकांक्षी टीकाकरण अभियान से लेकर गर्भवती महिला एवं नवजात शिशु के समय-समय पर स्वास्थ्य निगरानी एवं देखभाल के परिणाम स्वरूप प्रदेश में मातृ शिशु मृत्यु दर में रिकॉर्ड कमी दर्ज की गई बावजूद भी शासन द्वारा हमारी सेवाओं को नजरअंदाज किया जा रहा है विभागीय अधिकारी द्वारा समय-समय पर हम लोगों को सेवा से निकालने की धमकी दी जाती है एवं एक सहयोगी कार्यकर्ता को 15 से 16 गांव की मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी सौंप दी जाती है शासन से 7 सूत्री मांगों के समर्थन में अघोषित धरना प्रदर्शन किया जाएगा हमारी प्रमुख मांगे आशा सहयोगी को 30 दिन का पूरा वेतन भुगतान प्रदान किया जाए आशा सहयोगी को पेट्रोल भत्ता बढ़ाया जाए आशा उषा एवं आशा सहयोगी को शासकीय कर्मचारी का दर्जा दिया जाए आशा कार्यकर्ताओं को प्रत्येक गांव में प्रथक से आरोग्य केंद्र प्रदान किया जाए आशा कार्यकर्ता द्वारा 9 माह तक गर्भवती महिला कि स्वास्थ्य निगरानी कर सुरक्षित प्रसव में अहम भूमिका निभाई जाती है जिसका पारितोषिक शासन द्वारा 600 रुपया प्रति गर्भवती महिला दिया जाता है जिसे बढ़ाकर 1200 रुपए किया जाए आशा सहयोगी को 15 हजार एवं आशा उषा कार्यकर्ता को प्रतिमाह 10 हजार मानदेय प्रदान किया जाए तथा शहरी एवं ग्रामीण आशा कार्यकर्ता को समान वेतन दिया जाए इस दौरान भगवंता सीमा मेहरा आशा बामनीया सुनीता मेडा पान कुवर सोना राठौर गायत्री मेडा एवं आशा सहयोगी दीपिका संतोष डामेचा जसवनी सिंगार ललिता परमार सुनीता सोलंकी आदि मौजूद थे।

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