मरीजों को बेहतर उपचार और परिजनों को संतोषप्रद जवाब मिले - मंत्री डॉ. मोहन यादव | Marijo ko behtar upchar or parijano ko santoshprad jawab mile

मरीजों को बेहतर उपचार और परिजनों को संतोषप्रद जवाब मिले - मंत्री डॉ. मोहन यादव

जीएमसी की व्यवस्थाओं की समीक्षा कर दिए निर्देश

मरीजों को बेहतर उपचार और परिजनों को संतोषप्रद जवाब मिले- मंत्री डॉ. मोहन यादव

रतलाम (यूसुफ अली बोहरा) - प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने शासकीय मेडिकल कॉलेज रतलाम की व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए आज निर्देश दिए कि मेडिकल कॉलेज में आने वाले प्रत्येक मरीज को समुचित उपचार मिले, उसकी पूरी देखभाल हो तथा मरीज के परिजनों को भी संतोषप्रद जवाब मिले। इससे हमारी व्यवस्था भी बेहतर होगी तथा मरीजों तथा उनके परिजनों को मनोवैज्ञानिक रूप से भी सहारा मिलेगा।

इस दौरान जावरा विधायक डॉ. राजेन्द्र पांडे, रतलाम ग्रामीण विधायक श्री दिलीप मकवाना, श्री राजेंद्रसिंह लुनेरा, श्री मनोहर पोरवाल, एडीएम श्रीमती जमुना भिड़े, एडिशनल एसपी श्री सुनील पाटीदार, एसडीएम श्री अभिषेक गेहलोत, डिप्टी कलेक्टर सुश्री  शिराली जैन सहित संबंधित मौजूद थे। डा. यादव ने कहा कि ब्लैक फंगल की आशंका को दृष्टिगत रखते हुए मेडिकल कॉलेज में 20 बेड का ब्लॉक अभी से इस उपचार के लिए बना दें, ताकि किसी मरीज में ऐसे लक्षण पाए जाते ही उनके तुरंत इलाज की व्यवस्था की जा सके। ईएनटी स्पेशलिस्ट को इस वार्ड प्रभारी भी बना दें। उन्होंने निर्देश दिए कि कॉलेज में मेन पावर बढ़ाने के लिए शासन स्तर पर सभी प्रयास किए जा रहे हैं। स्थानीय स्तर पर भी यह व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. जितेंद्र गुप्ता ने इस दौरान मेडिकल कॉलेज में कार्यरत एवं स्वीकृत स्टाफ की जानकारी दी। उन्होंने मरीजों के लिए निर्धारित बैड प्लान, डाइट प्लान संबंधी जानकारी दी। मंत्री डा. यादव ने कहा कि मरीजों को हल्दी का दूध, फल भी निरंतर दिया जाए। यदि मरीजों को भोजन के साथ बदल-बदल कर पौष्टिक विशिष्ट व्यंजन भी दिए जाने आवश्यक हो तो वह भी दिए जा सकते हैं ताकि उन्हें मनोवैज्ञानिक रूप से भी ऐसा महसूस न हो कि वे मरीज हैं।

सिविल सर्जन डॉ. आनंद चंदेलकर ने इस दौरान सिविल हॉस्पिटल की व्यवस्थाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिला चिकित्सालय में सीटी स्कैन मशीन अगले कुछ दिनों में प्रारंभ हो सकती है। सिविल हॉस्पिटल में 83 हैं जिनमें 45 एक्टिव हैं। यहां वेंटीलेटर भी है तथा इसे संचालित करने के लिए ट्रेन स्टाफ भी है ।उन्होंने हॉस्पिटल में आईसीयू बेड एवं अन्य उपचार व्यवस्थाओं की जानकारी भी दी।

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