मनुष्य के भीतर की कामना ही दु:ख का कारण बनती है
संयम और त्याग की भावना से ही संतोष की प्राप्ति होती है -आचार्य महाश्रमण
बुरहानपुर (अमर दिवाने) - अहिंसा यात्रा के प्रणेता आचार्य श्री महाश्रमण का मां ताप्ती की पावन नगरी बुरहानपुर में अपने शिष्य एवं सतियों के साथ शहर के सेवा सदन महाविद्यालय में मंगल प्रवेश हुआ। प्रातः 6 बजे से शाहपुर से विहार आरंभ कर आचार्य श्री महाश्रमण अपने शिष्य मंडल के साथ बुरहानपुर शहर पहुंचे। साथ विधायक ठाकुर सुरेंद्रसिंह भी पदयात्रा करते हुए चल रहे थे। मार्ग में जगह-जगह समाजजन के साथ-साथ अन्य समाज के प्रतिनिधियों ने भी आचार्य श्री की अगवानी कर आशीर्वाद लिया। आचार्य श्री के साथ भक्तजन जयकारे करते हुए चल रहे थे।
सेवा सदन महाविद्यालय में उपस्थित जैन समाज के अनुयायियों को कोरोना काल के चलते वीडियो कॉलिंग के जरिए टीवी स्क्रीन के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि मानव को इस मनुष्य जीवन में कम से कम 3 वस्तुओं का तो त्याग करना चाहिए। जो है क्रोध, झूठ और नशा। यह तीनों मनुष्य के लिए विनाशकारक है।
वहीं उन्होंने बताया कि मनुष्य के भीतर भी कामना होती है। यही कामना मनुष्य के दु:खों का कारण बनती है। कामना के बहुत प्रकार होते हैं। धन की कामना, काया की कामना और किसी विशेष वस्तु की कामना। यह कामनाएं ही मनुष्य को दु:खी बनाती है। सुख, परम संतोष का नाम है। और ग्रंथों में कहा गया है कि मनुष्य को संयम और त्याग की भावना रखना चाहिए। इनसे ही संतोष की प्राप्ति होती है। और कहा गया है कि संतोषी सदा सुखी इसीलिए पंडित संत और ज्ञानी लोग संतोष को ग्रहण करते हैं क्योंकि संतोष ही सु:ख का नाम है।
सेवासदन शिक्षा समिति के पदाधिकारियों ने की अगवानी
आचार्य श्री महाश्रमण का नगर आगमन पर सकल जैन समाज के साथ-साथ सेवासदन शिक्षा समिति की अध्यक्ष श्रीमती ठाकुर तारिका सिंह एवं विधायक ठाकुर सुरेंद्र सिंह ठाकुर, आदित्य सिंह, के.डी. पटेल, मैनेजर मनीष पटेल एवं कॉलेज के प्राचार्य द्वारा की गई। सेवा सदन कॉलेज में प्रवेश के दौरान समिति के अध्यक्ष ठाकुर तारिका सिंह ने कार्यों को विस्तार से आचार्य श्री को अवगत कराया। वही आचार्य श्री ने ठाकुर परिवार को आशीर्वाद प्रदान किया।
सांसद स्वर्गीय नंदू भैया की धर्मपत्नी ने लिया आशीर्वाद
आचार्य श्री महाश्रमण के नगर आगमन पर निमाड़ के जननेता सांसद स्वर्गीय नंदकुमार सिंह चौहान की धर्मपत्नी दुर्गेश्वरीदेवी ने भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज लधवे के साथ इंदौर इच्छापुर मार्ग पर अगवानी कर आचार्य श्री से आशीर्वाद लिया।