ऊर्जा मंत्री का परियोजना मे दौरा प्रस्तावित
टरबाइन टूटने के आठ माह बाद विधान सभा मे प्रश्न लगाने पर अब पहुची जांच टीम
एल एंड टी कंपनी ने टरबाइन की मेण्डेटरी पार्ट की ब्लेड गुजरात मंगवाई फिर केसी गारंटी करोडो की ब्लेड क्या वापस देगी कंपनी
बीड/खण्डवा (सतीश गम्बरे) - मध्य प्रदेश विधान सभा मे संत सिंगाजी पावर परियोजना मे चल रहे भारी भ्रष्टाचार पर प्रश्न उठने के बाद प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सींग तोमर परियोजना की तासीर समझने के लिए परियोजना आ रहे है उनका दौरा प्रस्तावित हो चुका है वही इकाई नंबर तीन एवं चार की टरबाइन टूटे करीब 8 माह बीत जाने के बाद अब जाकर घटना की जांच के कारणो का पता लगाने के लिए एक चार सदस्यीय टीम जबलपुर से रविवार को परियोजना पहुची जिसमे मुख्य अभियंता एस एम सोलापुरकर .सुधीर सक्सेना .प्रकाश चतुर्वेदी .एच आई ए खान मौजूद है इससे पहले भी एक टीम और आई थी उसने क्या जांच की महीनो बाद भी अभी गर्भ मे ही है
वही परियोजना के सूत्रो के अनुसार जो लोग जांच करने जबलपुर से आये है वो कंपनी के एम डी मंजीत सिंह के खास है ऐसे मे क्या निष्पक्ष जांच होगी इसपर भी सवाल खड़े कीये जा रहे है क्योकि जब परियोजना का निर्माण किया जा रहा था उस समय निर्माण का सारा जिम्मा इन्ही के पास था रिकार्ड बनाने की जल्दबाजी मे इकाई से विद्युत उत्पादन शुरू कर दिया गया जबकि उपयुक्त मशीनरी व अन्य संसाधन के आभाव मे इकाइयों को चलाया गया जिसका दोष भी सही जांच होने पर इन्ही पर आनेवाला है इसलिए जीतू पटवारी के कथन अनुसार विधायको सहित एन टी पी सी के स्पेशलिस्ट इंजीनियरों को रखकर ही जांच कमेटी बनाना उचित होगा तभी चल रहे खेल से पर्दा उठ सकता है ॥ ॥
आठ माह बाद बंद पड़ी इकाई की टरबाइन मूविंग ब्लेड गुजरात रवाना हुई
संत सिंगाजी परियोजना मे टरबाइन टूटने को करीब आठ माह बीत चुके है लेकिन एल एंड टी पावर कंपनी के पास टरबाइन की ब्लेड ही नही थी परियोजना को मेण्डिटरी पार्ट्स के रूप मे डी गई करीब टरबाइन की मूविंग ब्लेड की एक खेप तीन बक्सो मे ट्राले पर लोड होकर 28 फरवरी को परियोजना से गुजरात के हजीरा के लिए रवाना की गई जिस पर परियोजना का अधिकार था अब इन करोडो रुपये की ब्लेडो का भुगतान एल एंड टी कब करेगी ये कोई नही जानता ना परियोजना मे कोई बता पा रहा है ॥
मुख्यालय जबलपुर से एक चार सदस्यीय जांच टीम रविवार को परियोजना पहुची है
इकाई क्रमांक तीन एवं चार का निरिक्षण कर जांच मुख्यालय को सोपी जाएगी ॥
आर पी पांडे
अतिरिक्त मुख्य अभियंता
सिंगाजी पावर परियोजना