सांसद स्व. नंदकुमारसिंह चौहान को दी श्रद्धांजलि, सर्वदलीय सर्वधर्म समाज के लोंगो ने रखे विचार
बुरहानपुर (अमर दिवाने) - भारतीय जनता पार्टी द्वारा स्थानीय राजस्थान भवन में बुधवार श्याम 4 बजे स्व. सांसद नंदकुमारसिंह चैहान के लिए सर्वदलीय, सर्वधर्म सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान यहां मौजूद सभी समाज, दलों के लोगों जनप्रतिनिधियों ने अपनी ओर से सांसद को श्रद्धांजलि अर्पित की।
सभा में अधिवक्ता हेमेंद्र गोविंदजीवाला ने कहा कि व्यक्ति कहता है मैं कोई भगवान नहीं हूं कि मुझसे गलती नही होगी। इसका अर्थ यह होता है कि भगवान कभी भी गलती नहीं करते। यह मान्यता है, लेकिन यहां पर भगवान से बहुत बड़ी गलती हो गई है। जिसने असमय हमसे हमारे नंदू भैय्या को अपने पास बुला लिया। मंदसौर के विधायक यशपालसिंह सिसौदिया ने कहा कि जो व्यक्ति हॉस्पिटल से मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहता है आप जाइये बुरहानपुर-खंडवा का दौरा करें। चुनाव महत्वपूर्ण है। मेरी तबियत अभी ठीक नही है। केवल, केवल पार्टी संगटन के लिए समर्पित हमारे नंदू भैय्या जो नाम से नहीं उपनाम से जाने जाते थे। आज हमारे बीच नही हैं। उनकी कमी केवल निमाड़ को ही नहीं समूचे मध्यप्रदेश को खलेगी।
*दलगत राजनीति से उठकर विकास किया -हमीद काजी*
इस दौरान पूर्व विधायक व कांग्रेस नेता हमीद काजी ने कहा कि इंदिरा कालोनी के 03 कमरे के मकान मे विधायक होते हुए रहते थे। चुनाव होने के बाद दलगत राजनीति से ऊपर उठकर केवल शहर, जिले का विकास कैसे हो इसे लेकर मुझे, अतुल भाई को बैठाकर विचार विर्मश करते थे। ऐसा मेरा भाई हम से जुदा हो गया है। स्वामी नारायण मंदिर के महंत पीपी कोठारी ने कहा कि मनुष्य 84 योनि के बाद जन्म लेता है। कुछ ही बिरले होते हैं जो नाम कमाने आते हैं उनमें से एक नंदू भैय्या थे। ईश्वर के प्रति अगाध श्रद्धा थी। वह हजारों गांव जाते थे। उनके आदर्श व सिद्धान्तों को जीवन मे उतारना जरूरी है।
*हमेशा पार्टी में कार्यकर्ता तैयार करते थे -मनोज लधवे*
भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज लधवे ने कहा कि नंदू भैय्या जैसा कोई देखा क्या। नंदू भैय्या सदा पार्टी में कार्यकर्ता तैयार करते थे। मंदसौर के विधायक द्वारा देश के गृहमंत्री अमित शाह व जिलाध्यक्ष मनोज लधवे ने लोकसभा के अध्यक्ष ओमजी बिड़ला के शोक संदेश का वाचन किया। सभा में समय की कमी के कारण कई वक्ता जो अपनी भावनाएं व्यक्त करना चाहते थे, लेकिन उनको बुला नहीं सके। उनमें सर्वश्री डॉ रमेशचंद्र शर्मा, रामधारी मित्तल, अंजलि गड़े, प्रीतिसिंह राठौर, हर्षित ठाकुर, संजय राऊत, प्रमोद गढवाल, हर्षराज देवड़ा, प्रभाकर चौधरी, महेश कुल्हारे, धर्मराज महाराज, रवींद्र महाजन आदि शामिल थे। संचालन संदीप ठाकरे ने किया।